November 21, 2024

वेतनमान समझौते को लेकर ओपी एम प्रबंधक वर्ग श्रम नियमों का कर रहा उल्लंघन।

0

मजदूरों के वेतन से कर ली गई बढ़ी मजदूरी भुगतान की कटौती

शहडोल।शासन मजदूर यूनियन एवं उद्योग के बीच एग्रीमेंट लेकर हुई मध्यस्थता के साथ कई मुद्दों में उद्योग के अंदर कार्यरत कर्मचारी श्रमिक एवं ठेका श्रमिकों के हित में किए जाने वाले समझौते पर खड़ा नहीं उतर रहा प्रबंधक वर्ग ओरिएंट पेपर मिल शासन के समक्ष लिखित एवं मौखिक रूप से किए गए समझौते को लेकर श्रमिकों के हित में उनके वेतनमान में वृद्धि महंगाई भत्ता राज्य कर्मचारी बीमा भविष्य निधि जैसी सुविधाओं के साथ अलग-अलग मुद्दों पर एग्रीमेंट तो किया जाता है किंतु बाद में उन्हीं मुद्दों पर उद्योग के प्रबंध वर्ग के द्वारा मजदूरों को उनके हक एवं अधिकार से वंचित करने का प्रयास बदस्तुर जारी है।

समझौते के दौरान यूनियन के पदाधिकारी श्रमिक सांडों के साथ प्रतिनिधि यूनियन के बीच किए गए समझौते जिस पर वेतन वृद्धि को लेकर बढ़ोतरी किए जाने के संबंध में श्रम विभाग के वरिष्ठ पदाधिकारी के सामने हस्ताक्षर युक्त लेख होने के बावजूद भी बढ़ोतरी की गई वेतनमान की वृद्धि में कंपनी प्रबंधन वर्ग के द्वारा वेतन भुगतान के दौरान किए गए समझौते के अनुसार उनके वेतन से कटौती कर ली गई।
ओपी एम प्रबंधन के द्वारा यह मामला कोई पहली बार नहीं बल्कि उद्योग के उत्पादन को लेकर सक्रियता दिखाई जाती है लेकिन जब मजदूर के हितों की बात आती है तो उद्योग के अधिकारी मजदूरों के हको को डकारने में गुरेज नहीं करते हैं। दिन दूनी और रात चौगुनी उत्पादन होने के बावजूद भी आज उद्योग के संचालन के समय से लेकर आज तक उद्योग में कार्यरत मजदूरों के वेतन में बढ़ोतरी वह वृद्धि न किए जाने का क्या कारण है जबकि अन्यत्र उद्योग, कॉलरी प्रबंधन, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल एवं शासन के अन्य विभागों में छठवें वेतन आयोग से लेकर आज तक किए गए समझौते एवं अनुबंधों के अनुरूप वेतनमान में कई गुना बढ़ोतरी की गई किंतु ओपीएम कागज कारखाना ओरिएंट पेपर मिल अमलाई आज भी कछुए की चाल में मजदूर एवं श्रमिकों का शोषण कर रहा है।
इसी प्रकार उद्योग की सुरक्षा को लेकर उद्योग के पीकेमनजीत कुत्तों को पालने में मशगूल है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *