प्रतिबंधित क्षेत्र सोन घड़ियाल सुखाड सथनी में हो रहा रेत का अवैध उत्खनन l
शहडोल-शहडोल एवं सीधी जिले के सीमा पर सोन घड़ियाल अभ्यारण क्षेत्र से रेत का अवैध उत्खननधड़ल्ले से किया जा रहा है फिर भी सोन घड़याल अभ्यारण अमला और वन विभाग के मैदानी एवं आला अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं। रेत के अवैध उत्खनन परिवहन रोकथाम हेतु संबंधित अमले द्वारा किसी भी प्रकार की ठोस कार्यवाही नहीं की जा रही है जिसके कारण अवैध परिवहन कर्ताओं के हौसले बुलंद हैं और वह अपनी मनसा के अनुरूप अवैध कार्य को अंजाम भी दे रहे हैं। सोन घड़ियाल अभ्यारण क्षेत्र वन विभाग से संबंधित है लेकिन यह विभाग पूरा सुपड़ा खनिजअमले के ऊपर फोड़ देते हैं। बताया जाता है कि सोन नदी जोगदा पुल बंद होने की वजह से क्षेत्र के कई सोन नदी घाटों पर अवैध रूप से रेत का उत्खनन एवं परिवहन सोन नदी के बीट गार्ड प्रभारियों के द्वारा कराया जाता है।जिस तरह से सोन नदी से रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन इन दिनों धड़ल्ले से चल रहा है। सोन नदी के करीब एक दर्जन घाटों में रात दिन रेत कारोबारी सक्रिय रहते हैं। और सैकड़ों ट्रैक्टर ट्राली 407 ट्राली रेत का अवैध उत्खनन एवं परिवहन करते हैं। गोदवाल क्षेत्र के आसपास नदी-नालों के विभिन्न घाटों में रेत का कारोबार कई दिनों से चल रहा है। आसपास के अन्य घाटों में दर्जन भर से ज्यादा वाहन रेत निकासी में सक्रिय हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सोन घड़याल अभ्यारण निर्धारित रेट फिक्स है जिसमें अधिकारी व कर्मचारी सम्मिलित है। वही बीट प्रभारी के द्वारा रेत माफियाओं से अवैध रेत का उत्खनन एवं परिवहन कराया जाता है। उसके एवज में मोटी रकम की राशि ली जाती है और बंदरबांट अधिकारियों तक पहुंचाई जाती है।सीधी जिले से प्रभावित होने वाली सोन नदी में घड़याल अभ्यारण होने के कारण यहां से किसी भी तरह का उत्खनन एवं परिवहन पूरी तरह से प्रतिबंधित है जहां अवैध रेत के उत्खनन एवं परिवहन को कड़ाई से पालन कराने के लिए जिला टास्क फोर्स टीम गठित है जिसमें राजस्व पुलिस खनिज व सोन घड़ियाल अभ्यारण के अधिकारी को शामिल किया गया है। अवैध उत्खनन को देखते हुए शहडोल कलेक्टर ने संजय टाईगर रिजर्व सीधी को पत्र लिखते हुए कहा है कि तहसील ब्यौहारी में पदस्थ खनिज निरीक्षक द्वारा अवगत कराया गया है। कि तहसील ब्यौहारी के क्षेत्रान्तर्गत ग्राम बुड़वा झिरिया, सुखाड़, सथनी आदि सोन घडियाल क्षेत्र से रेत का अवैध उत्खनन / परिवहन हो रहा है, जबकि आपका अधीनस्थ अमला अभ्यारण्य क्षेत्र में कार्यरत है। अवैध उखानकर्ताओं द्वारा जिला डिण्डौरी के रेत ठेकेदार की ई०टी०पी० का उपयोग रेत परिवहन में किया जाता है। अभ्यारण्य क्षेत्र होने के कारण से राजस्व अमला एवं खनिज अमले से कार्यवाही कराने में वैधानिक कठिनाई उत्पन्न हो रही है।