बप्पा के राज में चप्पा चप्पा अवैध कारोबार में लिप्त।
अवैध राखड़ परिवहन पर नहीं लग पा रहे अंकुश
अनूपपुर। बप्पा की मेहरबानियां पर जी रहे कुछ अवैध कारोबारी जिन पर शासन प्रशासन भी संविधानिक कार्यवाही करने में अपने आप को असमर्थ महसूस कर रहा है क्योंकि बप्पा का बोल वाला प्रदेश से लेकर जिले जनपद और ग्राम पंचायत के चप्पा चप्पा में तूती बोलती है कारण इनके प्रभाव और प्रभुत्व का दुष्परिणाम लोगों के अवैध कारोबार में सभी नियमों को दरकिनार करते हुए अपनी अहम भूमिका का निर्वहन करते हैं जो जितना करीब है उसी के पांचो उंगली घी के डिब्बे में है बाकी उनके दरवाजे से हताश और निराश होकर ही लौटते हैं क्योंकि जो जमीनी स्तर पर इनके लिए बड़ी ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करता है उसके हाथ सिर्फ उदासी ही हाथ लगती है बड़ी विडंबना है कि अगर जब में हरे-हरे पत्ते नहीं है और कुर्ता पैजामा में स्त्री नहीं किया हुआ है तो फिर उसका जलवा वह नहीं ले सकता जलवे तो सिर्फ उसी के है जो बप्पा के गुणगान और चरण वंदना में दिन-रात काफी वर्षों से लगा हुआ है उसी का है बाकी सब नाकारा और निकम्मा की लाइन पर खड़े हुए साफ तौर पर देखे जा सकते हैं।
आज के परिवेश में संपूर्ण जिले के क्षेत्र में समस्त थनाओं के अंतर्गत कहीं ना कहीं छोटा-मोटा अवैध कारोबारी अपने आप को बप्पा का रहनुमा बताता है और शासन को प्रशासन को उंगली दिखा रहा है करण कारण यह है कि खुलेआम सड़कों पर यातायात नियमों प्रदूषण विभाग के अंतर्गत सार्वजनिक आम रास्तों में मोजर बेयर पावर प्लांट जैतहरी और मध्य प्रदेश विद्युत मंडल चचाई से खुला वाहनों में राखड़ लोड कर सड़क में गिरते हुए धुआं धुआं कर देते हैं जिन गाड़ियों में राखड़ लोड होकर सड़क से गुजर रहे हैं लोगों को आने जाने में उनकी आंखों में डस्ट पड़ने की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो जा रहे हैं क्या इनके लिए कोई नियम कायदे नहीं बनाए गए हैं या फिर बप्पा का भय सताया हुआ है।
बप्पा के भाई के कारण उनके रहनुमा खुले तौर पर सभी नियम कायदों को ठेंगा दिखाते हुए अपने मन मुताबिक नियम विरुद्ध तरीके से यातायात नियमों के साथ प्रदूषण जैसी भीषण समस्या को धता बताते हुए देखा ओ बेखौफ होकर बड़े-बड़े वाहनों में ओवरलोड राखड़ लेकर शारदा ओसीएम की ओर रवाना होते हैं।