सट्टे का काला कारोबार कोतवाल की निगरानी में।
कोयलांचल और औद्योगिक नगरी में व्यापक तौर पर हो रहा सट्टे का कारोबार।
शहडोल।अमलाई क्षेत्र की शोभा बिगड़ रही है सूत्र बताते हैं कि इस अवैध कारोबार में एक नगरीय निकाय का पार्षद सहित पार्षद पति भी संलिप्त है ऐसा नहीं है कि सट्टे के अवैध कारोबार की जानकारी पुलिस प्रशासन को नहीं है सभी को मालूम होने के बाद भी हरियाली के दम पर यह कारोबार कई महीनो से जारी है एक तरफ पुलिस अधीक्षक द्वारा पूरे जिले में अवैध कारोबार पर नकेल कसने के लिए दिशा निर्देश दिए जाते हैं वहीं दूसरी तरफ अमलाई थाना क्षेत्र में यह कारोबार स्थानीय पुलिस प्रशासन की मिली भगत से चल रहा है पहले इस कारोबार में दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी एवं कांग्रेस के लोग लगे हुए हैं और अब पूर्व में इस कारोबार का पार्टनर उनसे अलग हो गया है लेकिन अभी भी दो जिसमें एक सत्ता पक्ष का और एक विपक्ष का पदाधिकारी इस धंधे में संलिप्त है सूत्र बताते हैं कि धंधे का एक पार्टनर पूर्व में मीडिया से भी जुडा रहा लेकिन उसका मीडिया का काम तो बंद हो गया लेकिन अब वह उसी की आड़ में सट्टे का कारोबार कर रहा है।सूत्र बताते हैं कि यह कारोबारी इसके अलावा अन्य व्यापार भी करता है लेकिन उसका व्यापार अब किराए में चल रहा है जिसके कारण वह अवैध कारोबार से अर्जित कर उन रूपयों की ताकत से पहले के व्यापार को बढ़ाना चाह रहा है।
हमेशा दिया धोखा तो इस बार खाया धोखा
सट्टे के अवैध कारोबार में एक पार्टनर जो कि कई वर्षों से इस धंधे से जुड़ा हुआ है और वह राजनीतिक क्षेत्र में हमेशा अपने ही लोगों को धोखा देकर प्रमुख पदों में विराजमान रहा है लेकिन इस बार के चुनाव में वह खुद धोखा खा गया और चारों खाने चित् हो गया नगर का प्रथम नागरिक बनने की मंशा को लेकर वह मैदान में उतरा तो लेकिन अवैध कारोबार से अर्जित की हुई संपत्ति भी उसके काम नहीं आई और जिन लोगों को वह धोखा देता रहा वही इस बार उसके द्वारा किए जा रहे कृत्य का परिणाम देते हुए चारों खाने चित कर दिए।