कांग्रेस की ओर से रमेश सिंह के अलावा कोई नहीं है बड़ा चेहरा
अनूपपुर। जिला मुख्यालय अनूपपुर विधानसभा सीट आदिवासियों के लिए सुरक्षित है जहां वर्तमान विधायक भाजपा की बिसाहू लाल सिंह हैं तो वही भाजपा की पूर्व विधायक रामलाल रौतेल एवं भाजपा जिला अध्यक्ष रामदासपुरी टिकट के लिए एड़ी चोटी लगा रहे हैं। दूसरी ओर कांग्रेस से कोई बड़ा चेहरा नजर नहीं आ रहा शिवाय एक के जिला अध्यक्ष रमेश सिंह जिन्होंने मध्य प्रदेश सिविल सेवा से त्याग पद देते हुए पिछले चुनाव में अनूपपुर से दावेदारी की थी किंतु पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार नहीं बनाया और एक जनपद सदस्य को टिकट देकर मैदान में उतारा जो चारों खाने चित हो गए। एक बार फिर रमेश सिंह ने पार्टी हाई कमान को अनूपपुर विधानसभा से चुनाव लड़ने की मनसा जाहिर कर दी है।
ज्ञात होगी जिला पंचायत चुनाव में रमेश सिंह की धर्मपत्नी प्रीति सिंह को जिलेभर में रिकार्ड मतों से विजय हासिल हुई थी इससे इनकी ग्रामीणों के बीच लोकप्रियता पता चलती है। कांग्रेस के पास आज ऐसा कोई व्यक्ति नहीं जो भाजपा का मुकाबला कर सके अभी तक जो भी दावेदार ने अपना दावा ठोका है वह जनपद पंचायत तक ही सीमित है। ऐसे में कांग्रेस इस बार खतरा मोल लेने के मूड में दिखाई नहीं दे रही है।
राजनेता बनने की चाह मे सरकारी नौकरी से त्यागपत्र देकर अपनी किस्मत अजमानी के लिए रमेश सिंह लगातार 5 वर्षों से जनता के बीच पहुंचकर जनसेवा में लगे हुए हैं। जनता के बीच में इनकी लोकप्रियता लगातार बढ़ती जा रही है, |
अब तक जो भी सर्वे हुए हैं उसमें रमेश कुमार सिंह को अनूपपुर विधानसभा में सबसे अच्छी स्थिति बताई जा रही है, पिछले मध्यावधि चुनाव में कांग्रेस द्वारा अधिकृत प्रत्याशी की पैंतीस हजार से हार हुई थी ऐसे में पार्टी दुबारा कोई भी रिस्क नही लेना चाहेगी, जबकि कमलनाथ प्रत्याशी चयन में सावधानी बरत रहे हैं, रमेश सिंह का जनसंपर्क तीन वर्षों से चल रहा है और युवा समुदाय सभी वर्गों के बीच लोकप्रिय हैं