वारदात की वजह बन रही नशे की लत


अवैध कारोबार पर नकेल लगाना बड़ी चुनौती
अनूपपुर। राजेंद्रग्राम क्षेत्र में शराब का अवैध कारोबार धड़ल्ले से हो रहा है ग्रामीण अंचलों में तैयारियां चल रही हैं अवैध ठिकानों से खुलेआम शराब बेची जा रही है आपकारी विभाग की अनदेखी से ब्लॉक मुख्यालय से लेकर आसपास के गांवों तक श्राद्ध का अनाधिकृत कारोबार फल-फूल रहा है जिम्मेदारों की ढिलाई से लाइसेंसी ठेकेदार मनमानी पर उतारू है सूत्रों की मानें तो सांठगांठ से चल रहे किस खेल में लाइसेंसी आसानी से अवैध शराब उपलब्ध होने के साथ क्षेत्र में अराजकता भी बढ़ रही है नशे की लत वारदातों की वजह भी बन रही है
बढ़ते कारोबार के बावजूद जिम्मेदार आंख मूंदे बैठे हैं कार्रवाई का शिकंजा नहीं कस ने से बेखौफ पैकरिया चलाई जा रही हैं राजेंद्र क्षेत्र में शराब के अवैध रूप से संचालित बेकारी में ठेकेदार के कार्यकर्ता शामिल हैं सूत्रों की मानें तो शराब ठेकेदार लाइसेंस की आड़ में गांव गांव तक मैं कार्य को संचालित कर रहे हैं शिकारियों तक शराब की अवैध आपूर्ति की जा रही है ग्रामीण क्षेत्रों में कई स्थानों पर शराब की अवैध बिक्री का खेल चल रहा है ठेकेदार के मैनेजर एवं कार्यकर्ताओं के सह पर ही कई जगह पेकारी खुलवाएं गई है।
हादसे का रहता है खतरा
ब्लॉक मुख्यालय में खुली शराब की दुकान में शाम ढलते ही शराबियों का जमघट लग जाता है सड़क के किनारों पर वाहनों को खड़ा कर शराबी शराब दुकानों से शराब लेते हैं जिसके कारण दुर्घटनाओं की संभावनाएं बढ़ जाती हैं शराब दुकान भी सार्वजनिक क्षेत्र में खोला गया है जिसका समाजसेवियों द्वारा विरोध भी नहीं किया जा रहा है पैसे और ताकत के दम पर शराब ठेकेदार ने समाजसेवियों का मुंह भी बंद कर रखा है
कोरम पूर्ति तक सीमित जिम्मेदार
बेकारी को गांव-गांव तक पहुंचाने का जिम्मा लाइसेंसी ठेकेदारों ने ले लिया है तथा गांव गांव एवं गली-गली अवैध शराब दिखाई जा रही है इस पर रोक लगाने वाला आबकारी विभाग मौन बैठा है बताया जाता है कि देशी एवं विदेशी शराब की दुकानों से ठेकेदार द्वारा मोहल्ले एवं गांव की गलियों में शराब कराई जा रही है लाइसेंसी दुकान से अवैध कारोबार में आबकारी अमले एवं स्थानीय प्रशासन के कुछ जिम्मेदार कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग कर रहे हैं यही वजह है कि लोगों द्वारा किया जा रहा है विरोध ताकत एवं पैसे व प्रकाशन की ताकत के आगे दब जाता है कार्यवाही के नाम पर आबकारी विभाग द्वारा कोरम पूर्ति की जाती है
पवित्र नगरी में पहुंच रही शराब
सूत्रों की माने तो राजेंद्र ग्राम क्षेत्र के लाइसेंस की ठेकेदार के कार्यकर्ताओं द्वारा शराब अवैध रूप से पवित्र नगरी अमरकंटक में पहुंचाई जा रही है जबकि अमरकंटक में शराब की बिक्री पूर्णता प्रतिबंधित भी है लेकिन ठेकेदार के मैनेजर जयसवाल की सह पर शराब की बिक्री अमरकंटक में भी कराई जा रही है विश्वस्त सूत्रों की माने तो करण पठार क्षेत्र में भी बेकारी के नाम पर शराब का धंधा फल-फूल रहा है और तस्करी को पैसे की ताकत के चलते इन माफियाओं का क्षेत्र में दबदबा बना रहता है जिसके कारण ग्रामीण लोग शराब माफिया के विरोध में जहमत नहीं उठा पाते हैं विश्वस्त सूत्रों की माने तो राजेंद्र ग्राम सहित करण पठार क्षेत्र के अधिकांश अड्डे टेकारी के नाम पर बंधे हुए हैं ग्रामीण अंचलों में लोग शराब बिक्री रोकने की कितनी भी गुहार लगा ले लेकिन कार्यवाही नहीं होती ज्यादा विरोध करने पर ठेकेदारों के इशारे पर उल्टा फंसा दिया जाता है इसी डर के चलते अब गांव के लोग अवैध शराब यानी टेकारी के खिलाफ कुछ बोलने से भी कराने लगे हैं पुलिस भी हाथ पर हाथ धरे केवल अपने नियत हिस्से के लिफाफे का इंतजार करती रहती है लिहाजा ग्रामीण इलाकों में बेकारी का धंधा तेजी से फल-फूल रहा है