मझौली रेत खदान में हो रही नियमों की अवहेलना,
, खनिज विभाग बना मूकदर्शक कौशिक के मैनेजमेंट से चल रहा है भर्रा शाही l
(अविरल गौतम )
उमरिया। जनपद पंचायत मानपुर के अंतर्गत मझौली क्षेत्र के सोन नदी से रेत का उत्खनन करने में खनन कंपनी द्वारा नियमों की अवहेलना की जा रही है और एनजीटी के नियमों की अवहेलना करते हुए खनिज विभाग को ठेंगा दिखाते हुए रेत का खनन कराया जा रहा है । बताया जाता है कि नदी के समीप जंगल भी लगा हुआ है उपरोक्त गांव का जनमानस मुख्य रूप से खेती पर निर्भर है और मुख्य रूप से ग्रामीण अंचलों में धान एवं गेहूं की खेती की जाती है जिसके लिए कुछ जल स्तर की आवश्यकता होती है नदी में रेत खनन की प्रक्रिया चल रही है रेत खनन के दौरान निर्धारित मापदंडों का पालन नहीं किया जाता है जिसके कारण पूरे क्षेत्र को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं और यहां का जल स्तर लगातार गिर रहा है कृषि उपज घट रही है मिट्टी के कटाव के कारण खेत खराब हो रहे हैं रेत के वाहनों से फसल नष्ट होती है जंगल के समीप उत्खनन होने से जंगल का परिस्थितिक तंत्र बिगड़ रहा है । सूत्र बताते हैं कि निजी कंपनी के भूपेंद्र एवं कौशिक नाम के कर्मचारियों की शह पर खुलेआम मझौली रेत खदान में पोकलेन मशीन उतारी जा रही है और नदी के बीचो-बीच रैंप बनाकर हाईवा सहित अन्य भारी वाहन नदी में पहुंच रहे हैं और पोकलेन मशीन के द्वारा भारी वाहनों में रेत लोड की जा रही है। मिली जानकारी के अनुसार पोकलेन मशीन के द्वारा रेत खनन के कारण गहराई भी अधिक हो रही है जिसके कारण आने वाले समय में दुर्घटना की आशंका भी बनेगी। वही पोकलेन मशीन नदी के बीच धार में उतारने के कारण नदी के जलीय जीव-जंतुओं पर भी असर पड़ रहा है। लेकिन ना तो इस और खनिज विभाग के अधिकारी ध्यान दे रहे हैं और ना ही एनजीटी से संबंधित अधिकारियों का ध्यान रेत कंपनी के द्वारा किए जा रहे अवैध कारोबार की ओर ही जा रहा है। सूत्रों की माने तो एक ही रॉयल्टी में कई भारी वाहन पार हो रहे हैं। जन चर्चा के मुताबिक यह भी कहा जाता है कि कंपनी के भूपेंद्र एवं मानपुर के कौशिक नामक कर्मचारी द्वारा कहा जाता है कि हमारे द्वारा जिले के प्रमुख अधिकारियों एवं खनिज अधिकारियों को मैंनेज किया गया है और हमें खुली छूट प्रदान की गई है। सवाल यह भी उठता है कि रेत कंपनी द्वारा जिस तरीके से एनजीटी के नियमों का मखौल उड़ाया जा रहा है उस पर अधिकारियों का ध्यान तो नहीं जा रहा है लेकिन मानपुर क्षेत्र के जनप्रतिनिधि भी रेत कंपनी के द्वारा किए जा रहे अवैध कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए किसी भी प्रकार का ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। भले ही रेत खनन के संबंध में कार्यवाही खनिज विभाग करती है लेकिन जिस प्रकार से रेत का अवैध परिवहन सड़कों के मार्ग से हो रहा है उस पर मानपुर पुलिस भी चुप्पी साधे हुए हैं।