Y20 कंसल्टेशन का नहीं हो पाया प्रचार-प्रसार
प्रोफेसरों के बीच आपसी मनमुटाव और गुटबाजी विश्वविद्यालय कार्य को कर रहा प्रभावित
अनूपपुर(अविरल गौतम) वाइ- 20 कंसल्टेशन का आयोजन अमरकंटक में किया गया जिसका प्रचार प्रसार सही ढंग से नहीं हो सका और इसके पीछे का प्रमुख कारण रहे जनसंपर्क विभाग के प्रमुख अधिकारी जिन का दायित्व है कि अमरकंटक विश्वविद्यालय के प्रमुख गतिविधियों एवं कार्यक्रमों का प्रचार प्रसार करें लेकिन उनके संवाद समस्त प्रमुख पत्रकारों से नहीं है और पत्रकारों को ऐसे कार्यक्रमों के संबंध में जानकारी भी नहीं हो पाती जब जानकारी नहीं होगी तो प्रचार प्रसार कैसे हो पाएगा बीते दिनों होटल सूर्या में पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया जिसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजाति विश्वविद्यालय अमरकंटक के कुलपति सहित जनसंपर्क के राजीव दीक्षित भी उपस्थित रहे लेकिन उक्त पत्रकार वार्ता में किन-किन पत्रकारों को आमंत्रित किया गया यह तो जनसंपर्क अधिकारी ही बता सकते हैं संवाद हीनता के कारण उक्त पत्रकार वार्ता की खबरें अनेक अखबारों में प्रकाशित नहीं हो पाई है। ज्ञात हो कि सदैव अमरकंटक विश्वविद्यालय चर्चा का विषय बनी रहती है किसी न किसी मामले को लेकर पूरे प्रदेश में इस विश्वविद्यालय का नाम चर्चाओं में रहता है कभी धर्मांतरण को लेकर तो कभी छात्र-छात्राओं के बीच छेड़खानी को लेकर अमरकंटक विश्वविद्यालय में जब नए कुलपति प्रकाश मणि त्रिपाठी का पदस्थापना तब ऐसा लगा की इनकी पदस्थापना से विश्वविद्यालय के संचालन में काफी सुधार के आसार नजर आ रहे थे किंतु ऐसा होता नहीं दिखा।
विश्वविद्यालय ने पदस्थ प्रोफेसरों के बीच मनमुटाव एवं गुटबाजी साफ तौर पर देखी जा सकती जिसका परिणाम विश्वविद्यालय समिति के द्वारा विचार विमर्श या अन्य कार्यक्रमों के आयोजनों में संचालन समिति में शामिल प्रोफेसरों के द्वारा अपनी अपनी गुटबाजी के चलते एक दूसरे को नीचा दिखाने का प्रयास अनवरत जारी है जिसका दुष्परिणाम वहां पर अध्ययनरत छात्र छात्राओं के अध्यापन कार्य में साफ तौर पर देखा जा सकता है।