नया संसद भवन भारत, भारतीय, भारतीयता का गौरव — मनोज द्विवेदी
वंदन करो उस माटी का ,जिसने हमें यह गर्व दिया
अनूपपुर( अविरल गौतम )28 मई 2023 का दिन और भारत के नवीन संसद भवन के लोकार्पण के साक्षी बने सभी सच्चे राष्ट्रभक्त भारतीयों के लिये अभिमान और गौरव का विषय है। यह समस्त सच्चे भारतीयों को देश की पावन माटी द्वारा उपलब्ध करवाया गया वह ऐसा सौभाग्य है , जिसके लिये विश्व के बहुत से देश और अभी तक स्वयं भारत की डेढ अरब जनता भी तरस रही थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की केन्द्र की एनडीए सरकार बड़ी शालीनता, शिष्टता और सौम्यता से देश से विदेशी गुलामी के प्रतीकों को खुरचने में लगी है। नवीन संसद भवन स्वयं भारत का, भारतीयों द्वारा, भारतीयों के लिये निर्मित गौरवशाली लोकतांत्रिक मन्दिर है। ऐसा मन्दिर जिसका लोकार्पण करोड़ों हिन्दुओं के आराध्य भगवान श्री राम की जन्म स्थली अयोध्या जी में निर्माणाधीन मन्दिर के लोकार्पण से पहले किया जा रहा है। यह मोदी सरकार के राष्ट्र प्रथम की भावना का स्पष्ट प्रतीक है। देश का विपक्ष दुर्भाग्य से इसे समझने में नाकाम रहा है।
देश में आगामी कुछ वर्षों में लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों का पुनर्सीमन होना है। सभी सदनों में निर्वाचित सदस्यों की संख्या बढ जाएगी। लगभग सौ साल पुराना वर्तमान संसद भवन बहुत सी कमियों के बावजूद अभी तक देश की शान बना हुआ था। आवश्यकता होने पर नवीन संसद भवन की योजना बनी और समय पर उसका क्रियान्वयन भी हो गया। रिकार्ड 28 माह की समय सीमा में सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत भारतीय लोकतंत्र का नया मन्दिर बन कर तैयार है। कल 29 मई 2023 , दिन रविवार को देश को नये संसद भवन का लोकार्पण 25 राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों, गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में वैदिक रीति रिवाज से मंत्रोच्चारण के साथ किया जाएगा। यह हर्ष का, सौभाग्य का, गौरव मनाने का राष्ट्रीय अवसर है। देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनका मंत्रिमंडल, सभी माननीय संसद सदस्य, जनप्रतिनिधिगण , देशवासियों को इस शुभ , पुनीत, राष्ट्रीय गर्व के कार्य के लिये शुभकामनाएँ, बधाईयां ।