होली पर सावधानियां बरते और खुशियों में लगाये चार चाँद
जोगी एक्सप्रेस
इस बार आप प्राकृतिक रंगों से होली खेलें, इन्हें घर पर भी बनाया जा सकता है। किन्तु यदि होली खेलने के लिए प्राकृतिक रंग उपलब्ध न हो पायें और कैमिकल-युक्त रंगों से होली खेलनी पड़े तो ये सावधानियां रखना ठीक रहेगा। इस तरह स्वयं भी सुरक्षित रहें और मित्रों को भी सुरक्षित रखें।
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हमेशा लाल या गुलाबी रंगों का ही चुनाव करें क्योकिं हरे, बैंगनी, पीले व नीले रंगों में ज्यादा रसायन मिले होते हैं।
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परमानेंट रंगों से दूर रहें क्योंकि इनमें डाई होती है। जो त्वचा के लिए नुकसानदायक है।
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आप जिन रंगो का प्रयोग कर रहें हों। वे पाउडर की तरह होने चाहिए। दानेदार व खुरदरे में रसायन ज्यादा होते हैं।
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हल्के, माइल्ड व बिना चमक वाले रंगों का प्रयोग करें।
- हर्बल व प्राकृतिक रंगों का ही इस्तेमाल करें।
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चमकीले रंगों में कांच का चूरा, सिल्वर रंग में एल्यूमिनियम ब्रोमाइड, काले रंग में लेड ऑक्साइड मेटल्स जैसे रसायन पाए जाते है। जिनका प्रयोग बेहद हानिकारक हो सकता है।
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खुजली होने पर नारियल के तेल से शरीर पर मसाज करें ज्यादा खुजली होने पर डाक्टर से राय लें।
ऐसे रखें बालों का ध्यान
- रंग खेलने से पहले बालों और त्वचा पर बहुत अच्छी तरह से नारियल का तेल / तिल का तेल / सरसों का तेल / जैतुन के तेल की मालिश कर लें। क्योकिं ज्यादातर रंग मेटल ऑक्साइड जैसे लेड से बनते हैं। इसलिए बालों का खास ख्याल रखना होगा। साथ ही साथ रंगों के साथ गर्मी, धूल और गंदगी मिल कर बालों को खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। इसलिए होली के दौरान बालों को सुरक्षित रखना ज्यादा जरुरी हो जाता है। बालों में शैंपू लगाने से पहले सादे पानी से बालों को खूब धोएं ताकि पहले बालों का रंग निकल जाए। अब बालों पर हर्बल शैंपू लगाएं। शिकाकाई, रीठा और आंवला से भी बाल धो सकती हैं। रात को शिकाकाई, रीठा और आंवला किसी बर्तन में भिगोएं। सुबह इसे उबाल कर छान लें और इस पानी से बाल धोएं। पानी में नीबू की बूंदें डालें और बालों को आखिरी बार इसी से धोएं।
- ऐसे लोगों से बचें जो इस त्यौहार पर वार्निश, मोबिल या ग्रीस का प्रयोग करते है।
- आंखों का रखें ज्यादा खयाल
- होली खेलते वक्त आंखों का खयाल रखना ज्यादा जरूरी होता है। खास तौर पर हरे रंग से इसे बचाना और भी जरूरी है। आर्टिफिशियल हरे रंग में कॉपर सल्फेट का इस्तेमाल होता है। इस कैमिकल से आपकी आंखों में संक्रमण हो सकता है। कॉर्निया और पुतली को बचाने के लिए कोशिश करें कि जब कोई रंग डाले तो आपकी आंखें बंद हो।
- रंग खेलने से पहले आंखों के लेंस जरूर उतार लें, क्योंकि अगर रंग आंख की पुतली और लेंस के बीच आया तो संक्रमण होने के साथ आंख जाने की आशंका बढ जाती है। लेंस उतारकर आंखों पर सनग्लास लगा लें।
- त्वचा पर आजमाएं ये नुस्खे
- अमचूर पाउडर को पानी में घोलकर हल्के हाथ से रंग लगी त्वचा पर लगाएं।
- सोयाबीन पाउडर या बेसन में दूध मिलाकर लगाएं।
- नमक, ग्लिसरीन और अरोमा ऑयल का मिश्रण एंटी बैक्टिरियल और एंटी फंगल होता है। किसी प्रकार की त्वचा संबंधी एलर्जी से बचने के लिए इसका इस्तेमाल करें।
- गरम पानी और मॉइस्चराइजिंग सोप से रंग छुड़ाएं । बेबी ऑयल से मसाज भी कर सकती हैं।
- पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें। जहां तक हो सके मोटे कपड़ों का चुनाव करें ताकि त्वचा पर रंग ना लगे।
- त्वचा पर लगे रंगों को छुड़ाने के लिए केरोसिन, पेट्रोल या स्प्रिट का प्रयोग भूलकर भी न करें। ऐसा करने से आपकी त्वचा रूखी हो जाएगी। इसकी जगह नीबू के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- ब्यूटी कन्सलटेन्ट ममता रानी ने बताया कि शरीर पर लगे रंग को छुड़ाने के लिए पहले तो पूरे शरीर को गुनगुने पानी से बिना साबुन का प्रयोग किये एक दो बार अच्छी तरह धो लेना चाहिए ध्यान रहे कि पानी अधिक गर्म न हो। इस के बाद पूरे शरीर को दही और बेसन का मिश्रण लगाकर अच्छी तरह रगड़ना चाहिए। यह सर्वाधिक कारगर और निरापद उपाय है। इस मिश्रण के प्रयोग से त्वचा मुलायम बनी रहती है। और उसमें साबुन लगाने के कारण होने वाला रुखापन नहीं आता है।
घर में ऐसे छुड़ाएं रंगों के दाग
- नायलॉन के कपड़े से ही हल्के हाथों से सिंक पर आए रंगों को साफ करें।
- फर्श पर आए रंग के दागों पर बेकिंग सोडा में पानी मिलाकर बनाए पेस्ट को लगाएं। पेस्ट सूख जाए तो गीले कपड़े से पोछ दें।
- सफेद मार्बल के फर्श पर लगे रंगों को लिक्विड ब्लीच से साफ करें। रंगीन या लैमिनेटेड फर्श पर ब्लीच का इस्तेमाल न करें, वरना यह रंग सोख लेगी।
- सफेद कपड़ों के रंग ब्लीच से छुड़ाएं। छोटी जगह पर नीबू का रस या डिटर्जेट लगा कर भी देख सकती हैं। अगर दाग छूट जाएं तो बाकी दागों को छुड़ाने के लिए भी यही तरकीब अपनाएं।
- ज्यादा लंबे समय तक रंग लगे कपड़ों को पानी में भिगोकर न रखें। हमेशा ब्रांडेड और अच्छी क्वालिटी का प्रोडक्ट ही चुनें।
- साधारण कार वॉश या शैंपू का इस्तेमाल करें। रंग छुड़ाने के लिए कार को ज्यादा रगड़ें नहीं। रंग छुड़ाने के लिए थिनर का इस्तेमाल न करें, इससे आपके कार का रंग खराब हो सकता है।
- ए. एन. अशरफ़ी प्रदेश प्रतिनिधि जोगी एक्सप्रेस