फर्जी हस्ताक्षर के आधार पर किए गए शिकायत की हो स्कैनिंग जांच।
बरगवां अमलाई नगर परिषद का मामला।
अनूपपुर।नगर परिषद बरगवां अमलाई की मुख्य नगर पंचायत अधिकारी सुषमा मिश्रा के खिलाफ अनाप-शनाप झूठी बेबुनियाद एवं मनगढ़ंत फर्जी हस्ताक्षर कर जिले का खाद्यान्न माफिया के प्यादो के द्वारा जिनमें गुप्ता मीडिया जोकि अनपढ़ है लिखते पढ़ते नहीं बनता मुंह भर चलता है कहार जोकि करोड़ों का चावल घोटाला करने वाले के बहुत बड़े वाले ठेकेदार और चिरांद हैं एक और सज्जन है जिनका नाम बड़ा और दर्शन छोटे अपने आप को राजनीति का चाणक्य समझता है जो कि दिन रात शराब के नशे में धुत रहते जिन्हें होश नहीं रहता की उनके अगल-बगल रहने वाले लोगों को क्या समस्या है क्योंकि वह स्वयं अपनी समस्या से ग्रस्त रहते हैं बूथ के प्रभारी किंतु भाजपा का शीर्ष नेतृत्व करते हैं इसके अलावा गुप्ता मीडिया के द्वारा राइट टू इनफार्मेशन सूचना का अधिकार लगाया गया है जोकि औचित्यहीन होने के साथ सरासर झूठी एवं बेबुनियाद शिकायत है पूरा का पूरा क्षेत्र मुख्य नगर पंचायत अधिकारी के क्रियाकलापों और कार्यप्रणाली को लेकर बेहद खुश और प्रशंसा करते रहते हैं क्योंकि नगर पंचायत अधिकारी सुषमा मिश्रा इनके द्वारा गलत कार्य व निर्माण कार्य के लिए दबाव बनाकर पूर्व में ग्राम पंचायत स्तर पर व्यापक तौर पर अनियमितता एवं भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया है कहार नामक इनका एक नुमाइंदा पूर्व में फर्जी खाते खुलवा कर शौचालय निर्माण कार्य मर्यादा अभियान स्वच्छ भारत मिशन के तहत बनाए जा रहे शौचालय में लगभग 7000000 (सत्तर लाख) रुपए की हेरा फेरी की गई साथ ही सड़क निर्माण, पुलिया निर्माण, नाद निर्माण एवं मेड बंधान सहित शासन की कई महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाओं में एवं इंदिरा आवास योजना के तहत गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार को मिलने वाली राशि एवं परिवर्तित नाम वर्तमान में प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत हितग्राहियों को मिलने वाली राशि में पंचायत सचिव के साथ मिलकर जमकर कमीशन खोरी करते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना की सूची में हेरफेर किया गया।
कुछ दिनों पूर्व अपने आप को जिले का मीडिया प्रभारी बताने वाला गुप्ता 22000 रूपए का फर्जी बिल न्यूज 24 7 जिसका वह ना तो एजेंट है और ना ही संवाददाता उसके द्वारा स्थानीय कोल वाशरी के संचालक को ब्लैक मेलिंग करने की नियत से फर्जी तरीके से बिल बना कर वसूली करने का प्रयास किया जा रहा था जिस पर कोल वासरी संचालक के द्वारा थाना अमलाई में प्राथमिकी सूचना के अनुसार रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
इसी प्रकार जिले का बहुचर्चित चावल घोटाला कांड का आरोपी जिनके ऊपर स्वयं कई ऐसे मामले न्यायालय में विचाराधीन है जैसे खाद्यान्न माफिया के तौर पर अनूपपुर जिले के खाद्यान्न विभाग में चावल घोटाले में 7 करोड़ रुपए का गबन करने का आरोप लगा है। अभी कुछ दिनों पूर्व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा प्रदूषण फैलाने के कारण राइस मिल अमलाई जोकि गुप्ता के पुत्र के नाम से है उसे बंद करने के लिए आदेश दिया गया था किंतु इसके द्वारा आदेश का पालन न करते हुए रात्रि कालीन समय में राइस मिल का संचालन किया जा रहा था जिसमें एक युवक रमेश बैगा का कार्य के दौरान बनकर से गिरने के कारण मौत हो गई आनन-फानन में राइस मिल संचालक के द्वारा पूरे मामले में हेरफेर किया गया।
अत एव इनके द्वारा मुख्य नगर पंचायत अधिकारी सुषमा मिश्रा के खिलाफ संबंधित विभागों को किए गए लिखित रूप से शिकायत मैं जिन शिकायत कर्ताओं के हस्ताक्षर किए गए हैं वह भी स्वयं ही फर्जी तरीके से उनके नाम के सामने हस्ताक्षर कर लिए गए हैं अगर इनकी सच्चाई के विषय में जानकारी लेनी है तो शिकायत पत्र में किए गए हस्ताक्षर का स्कैनिंग कराया जाए तो इन झूठे बेबुनियाद मनगढ़ंत शिकायत कर्ताओं की पोल खोल सकती है क्योंकि आज से नहीं इनके द्वारा निरंतर कई वर्षों से इसी प्रकार जनप्रतिनिधियों को और प्रशासनिक अधिकारियों को ब्लैकमेल करने एवं उन पर दबाव बनाकर अवैध कार्य करने के लिए प्रेरित करने का आचरण और स्वभाव में बना हुआ है।