वसूलीबाज़ नीरज गुप्ता से सावधान रहने की अपील कर रहे वरिष्ठ पत्रकार
अनूपपुर। जिले में इन दिनों फर्जी पत्रकारों की बाढ़ नहीं बल्कि सुनामी सी आई हुई है, जिला मुख्यालय के आसपास के जैतहरी, कोतमा, बिजुरी, अमलाई, चचाई और अन्य कोयलांचल के क्षेत्रों में इन दिनों ऐसे फर्जी लोग गिरोह बनाकर वसूली कर रहे हैं और पत्रकारिता को बदनाम कर रहे हैं।
ऐसा ही एक मामला इन दिनों शहडोल और अनूपपुर जिले में खुद को सुर्खियां में लाने के लिए फड़फड़ा रहा है, हालांकि जिले के किसी भी बड़े और अधिमान्य पत्रकार ने ना तो इस खबर से अभी तक कोई सरोकार रखा है और न हीं इस वसूली वाली फर्जी गैंग में शामिल हो उसे संरक्षण ही दिया है लेकिन तथाकथित फर्जी गिरोह के कारण पूरी पत्रकारिता हाशिए पर जाती भी नजर आ रही है ऐसे ही अनपढ़, दरिद्र और मक्कार लोगों के कारण पत्रकारिता दुर्दिनो से गुजर रही है।
यूट्यूब चैनल, फर्जी पोर्टल और ई-पेपर के बाद अब एक नया चलन खुद के दो पन्ने छाप कर वसूली करना और पैसा न मिलने पर फर्जी शिकायतें करना, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन के अलावा खुद को पत्रकार संघ का संभागीय अध्यक्ष बताना वह भी ऐसे संघ का अध्यक्ष जिसके संघ में किसी भी प्रतिष्ठित समाचार पत्र के न तो कोई पत्रकार है और ना ही प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनलों के कोई प्रतिनिधि शामिल है, फर्जी गिरोह का मामला यहीं तक रुका नहीं फर्जी गिरोह के संदर्भ में यह खबर है कि तथाकथित 10वीं फेल फर्जी पत्रकार नीरज गुप्ता वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन का संभागीय नेता बताता है उसमें उसने अनावश्यक तरीके से पत्रकारों को बिना बताए ही नाम शामिल कर दिए हैं एवम अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्री सागर को उसके द्वारा दिए गए ज्ञापन में भी जिन लोगों के नाम शामिल किए थे उन्होंने अपना बयान जारी करके इस बात का पुरजोर खंडन किया, कि उन्हें जानकारी नहीं है कि क्या ज्ञापन दिया जा रहा है, साथ ही उन्होंने इस मामले की शिकायत पुलिस में देने तक की बातें कही हैं।
कोयलांचल के वरिष्ठ पत्रकार और शहडोल जिला पत्रकार संघ के संरक्षक श्री सनत शर्मा ने अपना बयान जारी करते हुए जिला और पुलिस प्रशासन से मांग की है कि अब समय आ गया है कि फर्जी और अनपढ़ लोगों को सम्मानित पेशे से दूर किया जाए और ऐसे लोगों पर कार्यवाही की जाए उन्होंने कहा कि कोयलांचल ही नहीं बल्कि पूरा जिला जानता है कि यहां पर वर्षों से रेलवे और स्कूल प्रबंधन की सेटिंग संचालित है जो एक शासकीय उपक्रम है समय-समय पर अलग-अलग यहां का कोयले का लोडिंग अनलोडिंग का काम दिया जाता है इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता कि यहां से मिलने वाले राजस्व से केंद्र की भाजपा सरकार और गरीबों को आवंटित होने वाला राशन प्रधानमंत्री आवास योजना और अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन होता है उन्होंने कहा कि यदि डस्ट उड़ने की परेशानी है तो यह मामला नहीं है दशकों से यहां पर संचालित हो रहा है अब यह मामला समझ से परे है।
इस मामले में दैनिक भास्कर के पत्रकार मोहम्मद शफीक कहते हैं कि उनका नाम उनके बिना जानकारी के जोड़ा गया जो बिल्कुल गलत है यह बात भी सामने आई कि इस तरह के कई नाम बिना जानकारी के जोड़े गए हैं और एक संगठन बनाने का प्रयास किया गया न सिर्फ वरिष्ठ और सम्मानित पत्रकारों को बदनाम करने का यह सिलसिला शुरू हुआ है बल्कि अपने जुगाड़ के खातिर तथाकथित नटवरलाल पत्रकारिता के पेशे को भी बदनाम करने में नहीं चूक रहे हैं।
अमलाई बरगवां क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार और दैनिक भास्कर में बीते दो दशकों से अपनी लेखनी का लोहा मनवाने वाले बृजेंद्र मिश्रा कहते हैं कि ऐसे ही गंदे लोगों के कारण पत्रकारिता का पेशा बदनाम हो रहा है उन्होंने कहा कि कोयलांचल के साथ ही आसपास के कई जिलों में नीरज गुप्ता कभी होली हुल्लड़ की पत्रिका कभी दिवाली बहुत से तो कभी कोई चार पन्ने छाप कर बिल वसूलता है जिसका ना तो सूचना और प्रसारण मंत्रालय में रजिस्ट्रेशन है और नहीं आर एन आई में ही उसका रजिस्ट्रेशन है बिना जीएसटी के फर्जी बिल लगाए जाते हैं और पत्रकारिता के पेशे को बदनाम किया जा रहा है किसी से 200 किसी से 500 तो किसी से 5000 तो किसी से ₹22000 उसी विज्ञापन के मांगे जाते हैं और किसी का रजिस्ट्रेशन है खुद का खाता नंबर दिया जाता है जबकि दैनिक भास्कर पत्रिका नईदुनिया आज तक ज़ी न्यूज़ हरिभूमि समाचार प्रतिष्ठित पत्रकार हैं उन्होंने कहा कि अनपढ़ और लोगों के आने से ही यह हालत हो रही है आज पूरी पत्रकारिता मछली के कारण गंदी हो रही है बाहर निकालना हम सबकी जिम्मेदारी है।