एसडीएम तहसीलदार और थाना प्रभारी की सूझबूझ से ज्वालामुखी मंदिर में हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी रामनवमी
7 वर्षों से मंदिर की संपत्ति खुर्द बुर्द करने वालों के नापाक इरादों पर फिर गया पानी
धनपुरी (जोगी एक्सप्रेस)-धनपुरी नगर की सुविख्यात जगत जननी मां ज्वालामुखी मंदिर में पिछले 7 वर्षों से कुछ असामाजिक तत्व स्वयंभू अध्यक्ष बनकर लगातार मंदिर की संपत्ति खुर्द बुर्द कर रहे थे इन लोगों के द्वारा किसी भी प्रकार का हिसाब किताब नहीं किया जा रहा था मंदिर की जमीन बेची जा रही थी मंदिर में लगे पेड़ कटवा कर उसकी लकड़ी को भी बेचा जा रहा था पवित्र तालाब में मछली पालन करके उसकी मछलियों को मरवा कर बेचा जा रहा था मंदिर में आने वाले चढ़ावे नगद राशि को मंदिर के खाते में जमा नहीं किया जा रहा था जिसकी वजह से वर्ष 2019 से मंदिर का खाता भी बंद हो गया था इन लोगों के द्वारा लगातार मंदिर की संपत्ति हड़पने की कोशिश की जा रही थी कहते हैं जब पाप का घड़ा भर जाता है तो भगवान उसे फोड़ देते हैं वर्षों से मंदिर की सेवा करने वाले विनोद शर्मा अशोक सिंह रज्जे सिंह युवाओं में नवनीत सिंह गौरव तिवारी आदि के नेतृत्व में समिति का गठन किया गया था नवरात्रि में रंग में भंग डालने के लिए असामाजिक तत्वों के द्वारा भी अपनी कमेटी का गठन किया गया था कुल मिलाकर आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के द्वारा रामनवमी के दौरान माहौल खराब करने की हर चाल चली जा रही थी लेकिन एसडीएम प्रगति वर्मा तहसीलदार दीपक पटेल एवं थाना प्रभारी धनपुरी संजय जयसवाल की सूझबूझ की वजह से अब जगत जननी मां ज्वालामुखी मंदिर में रामनवमी हर्षोल्लास के साथ मनाई जाएगी शनिवार की शाम लगभग 6 बजे सैकड़ों की संख्या में धनपुरी नगर के गणमान्य नागरिक विनोद शर्मा अशोक सिंह रज्जे सिंह नवनीत सिंह गौरव तिवारी मयंक शर्मा को समर्थन देने के लिए बैठक में पहुंचे वही दूसरे पक्ष को समर्थन देने के लिए मुट्ठी भर लोग पहुंचे थे बैठक की शुरुआत में दोनों पक्ष एक दूसरे के ऊपर आरोप-प्रत्यारोप करते रहे युवाओं के द्वारा स्वयंभू अध्यक्ष एवं उनकी टीम से चंद तीखे सवाल किए गए की 7 वर्षों से हिसाब किताब क्यों नहीं दिया जा रहा वर्ष 2019 से मंदिर का खाता क्यों बंद हो गया मंदिर की जमीन आखिर क्यों बेच दी गई मंदिर में नवरात्रि के दौरान कितना चढ़ावा आया आय-व्यय का हिसाब सार्वजनिक किया जाए और भी ऐसे मुद्दे जिनको लेकर सवाल उठाए जा सकते थे उपस्थित लोगों ने सवाल उठाएं दूसरा पक्ष जवाब देने की स्थिति में ना तो पहले कभी था और ना ही उनके द्वारा संतोषजनक जवाब देने की कोशिश की गई बहर हाल आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा और रात के नौ बज गए अब तेजतर्रार एसडीएम प्रगति वर्मा ने मंदिर में उपस्थित सभी लोगों को शांत रहकर उनकी बात सुनने का फरमान जारी किया और कहा कि नवरात्रि का त्यौहार चंद दिनों के बाद शुरू होने वाला है हम बहुत ही जल्द मंदिर को ट्रस्ट में लेने की प्रक्रिया शुरू कर देंगे फिलहाल आप सभी लोगों को मिलकर प्रशासन की मदद करना है और नवरात्रि का त्योहार मिलजुलकर एक साथ मनाना है एसडीएम प्रगति वर्मा की बात पर मंदिर में उपस्थित सभी लोगों ने सहमति जताई और एसडीएम साहिबा ने दोनों पक्ष को 10-10 नाम समिति बनाने के लिए देने को कहें दोनों पक्षों ने 10-10 नाम एसडीएम प्रगति वर्मा के पास दिए इन सभी 10 -10 नामों की पर्चियां बनाई गई और मंदिर में उपस्थित बाल पुजारी के हाथों से पर्चियां निकलवाई गई दोनों पक्ष से पांच पांच लोगों के नाम रामनवमी के लिए अस्थाई कमेटी में शामिल किए गए इस कमेटी में तहसीलदार और मुख्य नगरपालिका अधिकारी प्रमुख रूप से शामिल रहेंगे। विनोद शर्मा के नेतृत्व में मंदिर में मौजूद टीम की तरफ से अशोक सिंह जयंत जसवानी रवि कुशवाहा दीपक विश्वकर्मा एवं कृष्णा लोधी के नाम की पर्ची निकली दूसरे पक्ष से मैथिलीशरण गुप्त पूरन लाल लोधी आकाश मिश्रा संतोष महरा और महेंद्र के नाम की पर्ची निकली मंदिर में उपस्थित सभी लोगों को एसडीएम प्रगति वर्मा के द्वारा पर्ची दिखाई गई और पूरी पारदर्शिता के साथ सूझबूझ से लंबे समय से चले आ रहे विवाद को खत्म कर दिया एसडीएम प्रगति वर्मा ने लोगों को बताया कि रामनवमी त्योहार के दौरान तहसीलदार दीपक पटेल एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारी की देखरेख में यह 10 लोगों वाली अस्थाई टीम सारी व्यवस्था देखरेख संचालित करेगी पूरी पारदर्शिता के साथ प्रशासन सारा हिसाब किताब करेगा रामनवमी के बाद मंदिर को ट्रस्ट बनाने की दिशा में तेजी से प्रयास किया जाएगा ताकि भविष्य में कभी ऐसी परिस्थिति दोबारा निर्मित ना हो सके उपस्थित सभी लोगों ने एसडीएम प्रगति वर्मा की बात पर अपनी सहमति जताई।
7 वर्षों से मंदिर की संपत्ति खुर्द बुर्द करने वालों के नापाक इरादों पर फिर गया पानी—ज्ञात हो कि बीते 7 साल से मंदिर की संपत्ति का कुछ लोगों के द्वारा गलत इस्तेमाल किया जा रहा था हिसाब किताब नहीं दिया जा रहा था मंदिर की संपत्ति बेची जा रही थी आय-व्यय का कोई हिसाब किताब नहीं था जब ज्यादा हिसाब मांगा जाता था तब चोरी-छिपे अपने घर में किसी को भी अध्यक्ष बना दिया जा रहा था मंदिर के संविधान का किसी भी प्रकार से पालन नहीं किया जा रहा था आपराधिक प्रवृत्ति के लोग सजायाफ्ता लोग खुद को अध्यक्ष बताने लगे थे उन लोगों के द्वारा इस बार भी रामनवमी के त्यौहार के दौरान आने वाले चढ़ावे को गोल गोल करने का हसीन ख्वाब देखा जा रहा था लेकिन एसडीएम प्रगति वर्मा तहसीलदार दीपक पटेल एवं थाना प्रभारी धनपुरी संजय जयसवाल की सूझबूझ से मंदिर की संपत्ति को खुर्द बुर्द करने वालों के इरादों पर पानी फिर गया इस बैठक में बड़ी संख्या में नगर के गणमान्य नागरिक पहुंचे जिसे देख कर भी दूसरा पक्ष पहले ही घुटने टेक दिया था अब प्रशासन के द्वारा जब से यह बात कही गई है कि मंदिर को ट्रस्ट बना दिया जाएगा तभी से पूरे नगर के लोगों में इस बात का भरोसा है कि जब मंदिर का ट्रस्ट बन जाएगा तो भविष्य में कभी कोई गुंडा अपराधी सजायाफ्ता मुजरिम मंदिर की संपत्ति को खुर्द बुर्द करने का हसीन ख्वाब नहीं देख पाएगा। धनपुरी नगर की जनता एसडीएम प्रगति वर्मा तहसीलदार दीपक पटेल एवं थाना प्रभारी धनपुरी संजय जयसवाल की सूझबूझ की मुक्त कंठ से प्रशंसा कर रही है और कह रही है कि यह सब बहुत पहले हो जाना चाहिए था लेकिन देर आए दुरुस्त आए।