सब एरिया मैनेजर की मनमानी ने लगवा दिया गेट में ताला
- दामिनी एवं बंगवार भूमिगत खदान में श्रम संगठनों ने किया गेट जाम
- प्रबंधन की अडियल बाजी से एकजुट हुए सभी श्रम संगठनों ने की हड़ताल
- उत्पादन बढ़ाने जीएम के प्रयास को लगा झटका, हुआ लाखों का नुकसान
धनपुुरी। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड सोहागपुर एरिया के एक उप क्षेत्रीय प्रबंधक की मनमानी और अड़ियल रवैया ने न सिर्फ आपस में प्रतिस्पर्धा श्रम संगठनों को एक झंडे के नीचे ला खड़ा किया बल्कि एसईसीएल कंपनी और उसके वरिष्ठ अधिकारियों की अधिकाधिक उत्पादन कर घाटे की खाई को पाटने के मंसूबों पर पानी भी फेर दिया है।
कौन है जिम्मेदार
मजदूरों की छोटी-छोटी जरूरतों और जायज मांगों को पूरा कर पाने में अक्षम उप क्षेत्रीय प्रबंधन की मनमानी के चलते एटक एवं अन्य संगठनों के पदाधिकारियों की अगुवाई में खदान श्रमिकों ने दामिनी एवम बंगवार माइंस के गेट को जाम कर न सिर्फ अपने मांगों को दोहराया बल्कि 2 घंटे की सांकेतिक हड़ताल से एसईसीएल के उत्पादन और कोयला डिस्पैच को रोककर लाखों रुपए की क्षति भी न चाहते हुए पहुंचा दिया जिसका जिम्मेदार उप क्षेत्रीय प्रबंधक नहीं तो और किसे माना जाएगा।
पहली बार एकजुट हुए संगठन
सोहागपुर एरिया क्षेत्र अंतर्गत अमलाई, बंगवार, दामिनी उपक्षेत्र के प्रबंधक के अड़ियल रवैये के चलते एक ही सबएरिया के दोनों मांइंस बंगवार माइस और दामिनी भूमिगत माइंस में श्रम संगठनों द्वारा दो दो घंटे गेट जाम करते हुए अपनी 26 एवं 24 बिंदु पर मांग पत्र निराकरण जल्द से जल्द किए जाने की मांग की जा रही है। सोहागपुर एरिया में यह पहली बार देखने को मिल रहा है कि एक ही सबएरिया में लगातार 22 एवं 23 फरवरी को चका जाम पांचो श्रमिक संगठनों के द्वारा संयुक्त रूप से बंगवार मांइस में गेट जाम देखने को मिला है
उत्पादन डिस्पैच थमा
दामिनी भूमिगत माइंस में एटक यूनियन के द्वारा गेट जाम किया गया है।
दोनो मांइसो में 2 घंटे से अधिक समय तक गेट जाम श्रमिक संगठन के द्वारा किया गया जिससे बताया जाता है कि कोयला डिस्पैच इस बीच नहीं हुआ कोयला उत्पादन भी प्रभावित हुआ। एक और जहां सोहागपुर एरिया के महाप्रबंधक एड़ी चोटी लगाकर सोहागपुर एरिया टारगेट पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं वही प्रबंधन की अड़ियल रवैया होने के चलते टारगेट पूरा करने में जहां 1 माह बाकी है वही गेट जाम होने से कोयला डिस्पैच उत्पादन प्रभावित होने से कोयला टारगेट में कहीं ना कहीं फर्क आवश्यक रूप से पड़ेगा।
बताया जाता है कि दो दो घंटे गेट जाम होने से कोयला डिस्पैच व कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है जिससे कंपनी को लाखों की छति होना
बताया जाता है।
पहले ही चेताया था
22 एवं 23 फरवरी 2023 को प्रबंधन की अड़ियल रवैया होने के चलते
बंगवार भूमिगत खा.औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 की धारा 22 की उप धारा 1(ख) के अंतर्गत हम आपको सूचना देते हैं। कि(29)25)संलग्न 26 ( छब्बीस सूत्रीय मांग पत्र का दिनांक 20/02/2023 तक निराकरण नहीं किया गया तो दिनांक 25/02/2023 से खदान में धरना प्रदर्शन, भूख हड़ताल, चक्का जाम, अमरण अनशन, आम हड़ताल आदि करने के लिए संघ बाध्य होंगा जिसके फल स्वरूप होने वाली किसी भी प्रकार की क्षति के लिए प्रबंधन उत्तरदायी होगा।
बंगवार भूमिगत खान मे रवि जायसवाल, विकाश विश्वकर्मा और डी के. सिंह अन्य ठेकेदार द्वारा जो भी कार्य किया जा रहा उसमे प्रबंधन द्वारा डिपार्टमेंटल कर्मचारी लगाकर सहयोग प्रदान करने पर प्रबंधन का क्या लाभ है, स्पष्ट किया जाये |
श्रमिकों की प्रमुख मांगें
दामिनी एवं बंगलार भूमिगत खदान के गेट पर हड़ताल के लिए मजबूर होने वाले श्रम संगठनों के पदाधिकारियों ने अपनी मांगों के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि कर्मचारियों को बिना किसी कार्यालय आदेश के अपने पद के विपरीत सरफेस कार्य पर लगाया गया हैं, उनका कार्यालय आदेश निकाला जाए या उनको पद के अनुरूप भूमिगत खान कार्य पर भेजा जाए, गुणवत्ता विहीन कमेटी बनाकर जांच कर कार्यवाही की जाए, बंगवार भूमिगत खान के अंदर जेएमएस कंपनी द्वारा जो भी मशीनरी का संचालन किया जा रहा है उस हेतु अलग से विद्युत का सप्लाई कर जेएमएस कंपनी द्वारा बिल का भुगतान किया जाना है किंतु प्रबंधन के साथ सांठगांठ कर कंपनी के विद्युत की सप्लाई से जेएमएस कंपनी द्वारा कई मशीन का संचालन कर कंपनी को लाखों रुपए का चूना लगाया जा रहा है जांच कर कार्यवाही की जाए, बंगवार भूमिगतकर्मचारियों का पीएफ पासबुक देते हुए जमा राशि की जानकारी दी जाए साथ ही जो ठेकेदारी कर्मचारी काम छोड़ने, जेएमएस कंपनी के साथ अन्य ठेकेदारों द्वारा ठेकेदारी कर्मचारी को हाई पावर कमेटी के अनुशंसा के तहत वेतन का पीएफ राशि निकालने हेतु आवेदन दिए हैं उनको पीएफ राशि का भुगतान कराया जाए जो नहीं किया जा रहा है। जांच कर कार्यवाही कर वेतन पर्ची के साथ सही वेतन भुगतान कराया जाए | सेप (ईआरपी) सिस्टम से वेतन भुगतान किया जा रहा है उसमें काफी विसंगतियां हैं जैसे सीपीआरएमएस कटौती, पीएचडी नार्मल भुगतान न होना,दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी का 27 दिन कार्यदिवस पर 26 दिनों का भुगतान होना इन्कम टैक्स कटौती में अनियमितता,सही पद कटेगरी नही दर्शाना,यूजी भत्ता का सही भुगतान न होना, वेतन भुगतान मे हाजरी के छोड़ने साथ अन्य कई अनियमितताये है उन्हें दूर कर सभी कामगारों का सही वेतन बनाने के साथ सभी कामगारों का जब से सैप सिस्टम से वेतन बनाया गया है उनके वेतन की व्यक्तिगत लिपिक द्वारा जांच कर उसमें जो कमियां हो उसे सुधार कर सही वेतन का एरियर भुगतान कराया जाये।
एटक ने मांगा जवाब
सोहागपुर एरिया क्षेत्र अंतर्गत दामिनी भूमिगत माइंस के एटक अध्यक्ष मोहम्मद सफी एटक सचिव अरुण शुक्ला के द्वारा 24 सूत्री मांग पत्र प्रबंधन को दिए जाने के बाद 23 फरवरी 2023 को सुबह 7:00 बजे से 9:00 बजे तक दामिनी माइंस गेट बंद कर 24 सूत्री मांग पत्र रखते हुए शीघ्र पूरा करने की मांग की गई।दामिनी भूमिगत खदान में शुद्ध पेय जल की व्यवस्था की जाय , प्रबंधन द्वारा कर्मचारियो को एक औथोरिज़ेशन पत्र की कापी दिया जा रहा प्रबंधन को इससे क्या फायदा है और श्रमिको को क्या नुकशान है संघ को बताया जाए और कर्मचारियों की पदोन्नत करते समय कौन-कौन से नियम और कैडर स्कीम को देख कर पदोन्नत किया जाता है, सन 2021, 2022, एवं 2023 की रिक्त पदो पर पदोन्नत किया जाए क्योकि प्रबंधन के द्वारा सन 2021-22 में रिजलटेट विकेनसी होने पर भी पदोन्नति नहीं की गई क्यो संघ को बताया जाऐ। रौफ के नाम पर श्रमिकों के वेतन में छुट्टी एल.आई.सी. हाजरी सण्डे पी.एच.डी. का सही भुतान नही हो रहा है सैफ की व्यवस्था सोहागपुर एरिया में कराया जाए, पर्सनल विभाग वेतन विभाग में मेनपावर के द्विष्टकोण कितने बाबूओं की आवश्यकता होनी चाहिये जिससे
पर्सनल विभाग का कार्य आसानी से एवं कर्मचारियो को बिना परेशानियों से अपना कार्य करवा सकें जैसे पी.एफ. ग्रेच्युटी, सैलरी, मेडिकल कार्ड, पेमेन्ट स्लिप हाजरी चढाना छुट्टी चढाना ओ.टी. चढाना, जिन जनरल मजदूर से लिपिक के कार्य में लगाया गया है क्या उन्हें उस विभाग में कार्य करने के लिये औथोरिज़ेशन की कापी देकर उस कार्य पर औथोरिजेड किया गया है, प्रबंधन द्वारा बताया जाऐ।