एस ई सी एल चिरमिरी छेत्र उपभोक्ताओं को कर रहा गुमराह
चिरमिरी(कोरिया)इन दिनों चिरमिरी छेत्र अंतर्गत आने वाली एस ई सी एल में कुछ अच्छा नही चल रहा है एक तरफ गर्मी की मार दूसरी तरफ सेल्स अफसरों की तानशाही , तो कही आपूर्ति किए जाने वाले कोयले का न मिलना भी उपभोक्ताओं के लिए बड़ा सर दर्द बना हुआ है,रोजी रोटी की तलाश में खानाबदोश ट्रक चालकों की जिंदगी यहाँ बद से बद्दतर हो चली है। वही एस ई सी एल के अंदर अनधिकृत लोगो का हुजूम जो कोयला चोरी व डिझल चोरी के लिए मंडराते रहते है। और मौका पाते ही ट्रकों से कीमती सामान भी पार कर देते है। जिससे चालको में भारी आक्रोश है। परंतु यह एक फिक्स रकम देने के उपरांत भी उभोक्ताओ को तरह तरह से प्रताड़ित करना यहां उचित कदापि नही है लेकिन चिरमिरी छेत्र में सब कुछ जायज़ है। आपको बता दे कि कुरसियां माइंस में कोयले का पर्याप्त स्टॉक नही होने के बावजूद एसईसीएल ने भारी मात्रा में कोयले का आक्सन कर दिया है, लेकिन एसईसीएल डीओ होल्डरों को समय पर कोयले की आपूर्ति नही कर पा रहा है जिससे डीओ होल्डरों में भारी आक्रोश है ।
एसईसीएल ने कुरासिया माइंस में 20 हजार टन कोयले का ऑक्शन किया है जिसे 21 डीओ होल्डरों को देना है । लेकिन कुरासिया माइंस न तो इतना कोयला स्टॉक में है और नही प्रतिदिन इतना प्रोडक्शन हो पा रहा है कि डीओ होल्डरों को निर्धारित कोयला एसईसीएल दे सके । जिसका नतीजा यह है कि हप्तों तक ट्रक माइंस में खड़ी रहने के बाद भी बडे मुश्किल से लोड हो पा रहा है ।
इनका कहना है…
- प्रदीप, ड्राइवर इस संदर्भ में जब हमने डीओ होल्डर दीपक सिंह से बात की तो उन्होंने कहा कि समय पर कोयला नही मिलने से हमे भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है । गाड़ियों का हलटिंग चार्ज के साथ ही ड्राइवरों के खाने पीने व रहने का अतिरिक्त व्यय उठाना पड़ रहा है ।
- दीपक सिंह
- डीओ होल्डर, चिरिमिरी
- डीओ होल्डर सुमित सिंह का कहना है कि एसईसीएल उन्हें गुमराह कर रहा है । अधिकारी कहते है कोयला मिलेगा, लेकिन न तो कोयला मिलता है और न ही टोकन लिया जाता है ।
इनका कहना है…..
सुमित सिंह
डीओ होल्डर, चिरिमिरी
डीओ होल्डर प्रमोद पांडेय ने बताया कि एसईसीएल के पास कागज में 500 टन कोयला है, लेकिन हकीकत में बड़ी मुश्किल से एक दिन में 4-5 गाड़िया लोड होकर निकल पा रही है ।
इनका कहना है…..
प्रमोद पांडेय
डीओ होल्डर, चिरिमिरी
जब हमने कोयला लोड कराने वाले गार्ड पुरुषोत्तम से इस संदर्भ में बात की तो उसने कोई भी जानकारी होने से इनकार कर दिया । वहीं एसईसीएल चिरिमिरी के सेल्स मैनेजर सी. के. शिंदे ने माना कि समस्या है, लेकिन इसे जल्द ठीक कर लेने का दावा किया ।
नाम न छापने की शर्त पर कुछ ट्रक चालकों ने लागए गंभीर आरोप
वही ट्रक चालको से जब उन के साथ आ रही समस्याओ पर चर्चा की तो उन्होंने बताया कि, यहाँ सिर्फ अंतहीन समस्या ही समस्या है। न तो कोलडम्प के पास पानी की सुविधा न ही शौचालय की ही व्यवस्था है। ऊपर से हमारी खड़ी गाड़ियों से डिझल भी चोरी हो जाता है। अपनी यह व्यथा हम किस से कहें सालो से यही सब झेल रहे है वही दूसरे ट्रक चालक ने आरोप लगाते हुए कहा कि यहाँ गेट में इंट्री से लेकर कांटा और निकासी तक मे हजारो रुपए कलारी के अधिकारियों को बतौर नज़राना देना पड़ता है। यदि अधिकारियों को पैसा नही देते तो गाड़ियों में खामियां निकाला जाने लगता है। ट्रक चालकों ने आगे अपनी व्यथा बताते हुए रुंधे गले से बताया कि साहब इसी छेत्र में ही इतनी रुपयों की माँग एस ई सी एल के अधिकारियों द्वारा वसूली जाती है। बोल देने पर गाड़ी ब्लैक लिस्ट व डीओ होल्डरों पर अधिकारी दवाब बनाते है कि अमुक गाड़ी को दुबारा अपने डीओ से कलारी में प्रवेश मत होने देना नही तो फिर तुम समझना