गौठान पोड़ी के स्वसहयता समूह को वर्मी कम्पोस्ट और केंचुआ बिक्री से 2.65 लाख रुपये का मुनाफा
गौठान पोड़ी के स्वसहयता समूह को वर्मी कम्पोस्ट और केंचुआ बिक्री से 2.65 लाख रुपये का मुनाफा, 5 लाख 80 हज़ार रुपये की बेची खादग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता की धुरी साबित हो रहे गौठान
कोरिया 04 अप्रैल 2022/ कोरिया जिले के विकासखंड सोनहत के गौठान पोड़ी में साक्षर स्वसहायता समूह की महिलाएं वर्मी खाद निर्माण एवं लाभ के क्षेत्र में सफलता के नए आयाम स्थापित कर रही हैं। शासन की मंशा अनुरूप गांव में गौठान में महिलाओं को आजीविका का साधन मिला है जिससे उन्हें आर्थिक सबल मिलने के साथ ही स्वरोजगार भी प्राप्त हुआ है।
ग्राम पोड़ी के गौठान में साक्षर महिला स्व सहायता समूह की 10 महिलाओं ने वर्मी कम्पोस्ट एवं केंचुआ उत्पादन कर 2 लाख 65 हजार 750 रुपए का लाभांश मिला है। समूह की अध्यक्ष हीरो बाई ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के सहयोग से महिलाओं ने वर्मी कम्पोस्ट खाद निर्माण के साथ ही केंचुआ उत्पादन का कार्य भी शुरू किया जिससे उनकी आमदनी दोगुनी हुई। गौठान में 30 टांकों में वर्मी खाद एवं केंचुआ का उत्पादन किया जा रहा है। समूह द्वारा अब तक 580 क्विंटल वर्मी खाद का विक्रय किया गया है, जिसकी कीमत 5 लाख 80 हज़ार रुपये है। समूह को इससे 1 लाख 87 हजार रुपए की मुनाफा राशि प्राप्त हुई।
उन्होंने बताया कि जैविक खाद के साथ ही महिलाओं द्वारा केंचुआ का भी उत्पादन किया जा रहा है। साक्षर समूह के द्वारा 5 क्विंटल 25 किलोग्राम केंचुआ का विक्रय अन्य स्व सहायता समूहों को किया है जिसकी कीमत 78 हजार 750 रुपए है। इस तरह समूह की महिलाओं को लगभग 2 लाख 65 हज़ार 750 रुपये का लाभ नियत है।
जिले में स्थित गौठान सुदृढ़ ग्रामीण अर्थव्यवस्था और महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता की धुरी साबित हो रहे हैं। वर्मी कम्पोस्ट के निर्माण और विक्रय से गौठानों में संलग्न स्वसहायता समूहों को आजीविका का जरिया मिला है। इसके उपयोग से किसान जैविक कृषि की ओर बढ़ रहे हैं। वर्मी कम्पोस्ट के उपयोग से भूमि की उर्वरता में सकारात्मक प्रगति है जो फसल उत्पादन में भी दिखाई दे रहा है।