November 23, 2024

सूरजपुर जनसम्पर्क विभाग बिना सत्यता जांच ही जारी कर रहा जनहित के समाचारो का खंडन

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(सम्भागीय ब्यूरो अजय तिवारी की कलम से)

सूरजपुर– जिला मुख्यालय में जहां एक ओर भ्रष्टाचार  जिले की नींव को खोखला करने का कार्य कर रहा है वहीं जिला जनसम्पर्क विभाग इन अधिकारियों को संरक्षण देने में भी कोई चूक नहीं कर रहा है । विगत दिनों मीडिया के माध्यम से जिले के प्रतापपुर ब्लॉक  में आयोजित पिकनिक पार्टी जिसके संयोजनकर्ता प्रतापपुर के ब्लाक चिकित्सा अधिकारी एवम बीईई  थें। जिसके  वायरल विडियों के तर्ज पर समाचार प्रकाशन किया गया था परन्तु जिला जनसम्पर्क विभाग ने उक्त समाचार को अपनी कार्यप्रणाली से गलत ठहरा दिया वह भी उस अधिकारी से प्राप्त जानकारी के आधार पर जिसके ऊपर आरोप लगा था । जबकी मीडिया द्वारा प्रकाशीत समाचारों में सोशल मिडिया पर वायरल विडियों सलग्न है जिसमें स्पष्ट रूप से दिखायी दे रहा है की उक्त पिकनिक पार्टी में किस तरह के गाने पर महिला एवं पुरूष एक साथ नाच रहे है परन्तु जिला जनसम्पर्क विभाग ने वायरल विडियों को दरकिनार कर ब्लाक चिकित्सा अधिकारी का पक्ष लेते हुए प्रकाशित समाचार का खंडन कर डाला जिससे यह स्पष्ट होता है की जिला जनसम्पर्क विभाग इन दिनों लोक हित में कार्य न कर भ्रष्ट अधिकारीयो का  हितैसी बना हुआ है।

कलेक्टर के आदेश पर हुआ खण्डन प्रकाशन – जनसम्पर्क अधिकारी

जिला जनसंपर्क विभाग अधिकारी से जब उक्त समाचार के खंडन से सम्बन्धित आधार की  जानकारी ली गई तो उन्होने बताया की प्रतापपुर बीएमओं कलेक्टर के समक्ष रिपोर्ट प्रस्तुत करने जिला कार्यालय आये हुए थें जिसके पश्चात कलेक्टर द्वारा   यह निर्देश जारी किया गया की उक्त समाचार का खंडन विभाग द्वारा प्रकाशीत होना अनिवार्य है। वहीं अब सोचनिय तथ्य यह है की  जिलाधिश  महोदय द्वारा उक्त समाचार से सम्बंधित  बिना जांच टीम  गठित  किये वायरल विडियों में चल रहे  नाच,गाने  जो कि स्पष्ट दिखाई पड़ रहा है को  झुठलाना कहां तक न्यायोचित है वह भी उस अधिकारी के द्वारा  दिए गए जानकारी से जो स्वम ही उस मामले का मुख्य कर्णधार है।

वहीं सूत्रों की माने तो उनका यह भी कहना है कि जब से नवपदस्थ कलेक्टर साहब आये है तब से आये दिन मीडिया  द्वारा जनहित के उद्देश्य से भी जो समाचार प्रकाशित किया जाता है उसका  खण्डन जनसम्पर्क विभाग द्वारा जारी करना आम बात सी हो गयी है ।

वहीं अगर बुद्धजीवियों की माने तो उनका कहना यह भी है कि जनसम्पर्क विभाग के कार्यक्षेत्र के अंतर्गत  किसी भी समाचार का खण्डन जारी करना सम्मिलित नही है बल्कि उनका कार्य मीडिया और शासन प्रशासन के बीच मध्यस्ता बना समाचारो का आदान प्रदान करना है ।और उनका यह भी कहना है यह कभी भी सम्भव नही है कि  जिस अधिकारी या कर्मचारी पर  किसी भी मामले को लेकर आरोप लगा हो वह  स्वम ही स्वीकार करेगा ।

प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने की कार्यवाही की मांग-

छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के सूरजपुर जिलाध्यक्ष श्री रामप्रताप राजवाडे़ के नेतृत्व में बीते दिन कर्मचारियों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपते हुए सामुदायीक स्वास्थय केन्द्र प्रतापपुर में राजेश वर्मा जो कि ग्रामिण स्वास्थ्य संयोजक के रूप में पदस्थ है एवम लगभग 12 वर्षो से नियम विरूद्ध तरिके से बी ई ई के प्रभार में कार्य कर रहे है तथा साथ ही जिले के उच्च कार्यालय में पदस्थ रिस्तेदारो के  के दम पर उक्त पद के साथ अन्य कई राष्ट्रीय योजनाओं का प्रभार भी रखे हुए है जिन्हे आलाधिकारीयों का संरक्षण प्राप्त है। ज्ञापन में उन्होंने उक्त बीईई को भ्रष्ट बताते हुए कई लाख रूपये के गबन के आरोप भी लगाये गये है। जिसकी शिकायत एक वर्ष पूर्व भी छत्तीसगढ स्वास्थ्य सचिव रायपुर  की जा चूकी है लेकिन आज तक कोई सार्थक कार्यवाही नही हो सकी है। वहीं अपने ज्ञापन में उन्होने यह भी उल्लेख किया है की जहाँ एक ओर प्रदेश भर के स्वास्थ्य कर्मचारी अपनी मांगो को लेकर एक दिवसीय सामूहिक अवकाश लेकर आंदोलन में थे, जिससे सम्पूर्ण प्रदेश की स्वास्थ्य  सुविधा भी चरमरायी हूई थी उसी दिन प्रतापपुर के बीएमओ और बीईई के द्वारा गैर जिमेदाराना तरीके से उन कर्मचारीयों को पिकनिक पर ले जाया गया जो की हड़ताल में शामिल नहीं थे तथा अपने ज्ञापन में उन्होंने यह भी बताया है कि  सोशल मिडिया जो विडियों वायरल हुआ है वह स्वयं वर्तमान बीईई के द्वारा वायरल किया गया है जिसमें कर्मचारी विभागीय ड्रेसकोड में सामुहिक नृत्य कर रहे है जिससे विभाग शर्मसार हुआ है तथा अशोभनिय है जिससे कर्मचारीयों की भावना को भी ठेस  पहुंचा है। उनका यह भी आरोप है की सामूहीक अवकाश के दिवस ही उक्त पिकनिक का आयोजन किन उद्देश्यो के तहत किया गया जो की लापरवाही एवं असंवेदनशिलता को दर्शाता है। जिसमें उन्होने बीएमओं एवं बीईई को तत्काल पद से पृथक करते हुए जांच उपरांत  कार्यवाही की मांग की है।

स्वास्थ्य स्वास्थ्य कर्मचारी संघ को भी है खण्डन प्रकाशन से नाराजगी

वहीं बीते बुधवार को शाम 4 बजे छत्तीशगढ़  स्वास्थ्य कर्मचारी संग द्वारा जिले के कलेक्टर को  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रतापपुर से सम्बंधित दो मामलो में शिकायत ज्ञापन प्रस्तुत किया गया  जिसमे एक मामला पिकनिक पार्टी भी था  जिससे सम्बन्धित समाचार की प्रति भी उनके द्वारा लगाई गई थी ।जिसके  कुछ ही घण्टो बाद बिना जांच किये जनसम्पर्क द्वारा  खण्डन जारी किया गया जिससे स्वास्थ्य कर्मचारी संघ में भी नाराजगी है।

वहीं इस मामले में स्थानीय लोगो का यह भी कहना है कि अगर जिला प्रशासन के द्वारा इसी तरीके से  अधिकारियो एवम कर्मचारियो को बिना जांच किये दोषमुक्त किया जाता रहा तो वह दिन दूर नही जब सूरजपुर जिला पूर्ण रूप से भ्रष्टाचार का गढ़ बन जायेगा।

बिना किसी जांच के किसी भी खबर का खंडन करना पूर्णतः गलत 
जनसंपर्क विभाग द्वारा बिना किसी जांच के किसी भी खबर का खंडन करना गलत बात है ।पत्रकार सुरक्षा समिति इसका विरोध प्रकट करती है और यदि पत्रकार द्वारा लगाई खबर के पक्ष में जनसंपर्क विभाग पत्र जारी नही करता है तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री  से की जाएगी क्योकि जनसंपर्क विभाग खुद मुख्यमंत्री  देखते है।
 
गोविन्द शर्मा (प्रदेश अध्यक्ष)
अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति छत्तीसगढ़

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