राष्ट्रीय राज्य मार्ग 43 को भी नहीं बक्श रहे भ्रष्टाचार में लिप्त आला अधिकारी :संरक्षण या घोटाला जनता में चल रही कानाफूसी
सूरजपुर,अजय तिवारी – जिला मुख्यालय भ्रष्टाचार को लेकर शदियों से सुर्खियों में रहा है परंतु यह भ्रष्टाचार अब तक दबी में जारी था | लेकिन जिला कलेक्टर के.सी देव सेनापथि के पदभार ग्रहण करने के पश्चात मानो भ्रष्टाचारियों को खुली छूट प्राप्त हो गई है, जिसका जीता जागता उदाहरण राष्ट्रीय राज्यमार्ग के सड़क निर्माण में देखने को मिल रहा है, उक्त निर्माणधीन राष्ट्रीय राजमार्ग में डामर की जगह पतले मोबील की परत चढ़ाई जा रही है एवं उसके पश्चात जो डामरीकरण हेतु मटेरियल उपयोग में लाया जा रहा है वह भी अत्यंत घटिया किस्म का है | आलाधिकारियों का संरक्षण प्राप्त होने के कारण ठेकेदार द्वारा नियम कानून को दरकिनार कर गुणवत्ताहीन सड़क का निर्माण कराया जा रहा है जिसे देख कर यह स्पष्ट होता है कि निर्माणधिन सड़क चंद महीनो की मेहमान ही साबित होगी और राहगीरों को पुन: वर्षा ऋतु के दिनों में पानी भरे गड्ढों का सामना करना पड़ेगा जिससे निश्चित तौर पर सड़क दुर्घटनाओं में भी इजाफा होने की संभावना बढ गई है | विदित हो कि राष्ट्रीय राज्यमार्ग के सड़क चौड़ीकरण को लेकर प्रशासन के तानाशाही रुख अख्तियार करते हुए तुगलकी फरमान जारी कर मजबूर बेबस लोगों के आसियानो को तबाह कर दिया था | बेबसों के आशियाने ढहने का दर्द अभी ठीक से थमा भी नहीं था , कि अधिकारियों ने ठेकेदार के साथ मिलीभगत कर घटिया सड़क निर्माण का खेल प्रारंभ कर दिया | लोगों की बेबसी तो यह भी है कि जब जिला कलेक्टर का संरक्षण ही राष्ट्रीय राजमार्ग के ठेकेदार को प्राप्त है तो इस जारी भ्रष्टाचार पर अंकुश कौन लगाएगा |
इस राष्ट्रीय राजमार्ग में जारी भ्रष्टाचार को देख कर जनता आक्रोशित है जो शायद भविष्य में एक बड़े आंदोलन होने का संकेत दे रही है |
मंत्री संत्री से लेकर अधिकारियों तक सबकी है सेटिंग
राष्ट्रीय राज्यमार्ग के चौड़ीकरण को लेकर भले ही प्रारंभ से ही चर्चाएं गरम रही हो परंतु इतनी तबाही होने के पश्चात भी गुणवत्ता विहीन कार्य को देखकर लोग खून के आंसू रो रहे हैं उनका कहना है कि जब इतना घटिया स्तर पर निर्माण होना ही था तो प्रशासन ने लोगों के घरौंधों को तोड़ कर उन्हें बेघर क्यों किया जब मिलीभगत से गुणवत्ताविहीन सड़क निर्माण होना था तो यहां के आम जनता को परेशान करने का क्या कारण रहा वही सूत्रों की माने तो प्रदेश के मुखिया डॉ रमन सिंह के प्रकोप से बचने के लिये यह निर्माण कार्य आनन-फानन में कराया जा रहा है जिसमें गुणवत्ता की आवश्यकता अधिकारियों को समझ में नहीं आ रही है अपनी साख बचाने के लिए जिला अधिकारी भी ठेकेदार के साथ थूक पॉलिश कर किसी तरह अपने सर का दर्द कम करने में लगे हैं |
उड़ते धूल के गुब्बार से प्रभावित होता आम जनजीवन
घटिया सड़क निर्माण के लिए आला अधिकारी और ठेकेदार लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करने से नही चूक रहे है निर्माणाधीन सड़क के लिए मशीनों को लगाकर धूल हटाने का कार्य इनदिनो नगर में जोर-शोर से जारी है वहीं इन मशीनों से निकलने वाली हवा का प्रेशर इतना ज्यादा है कि धूल गुबार के रूप में हवा को दूषित कर रहे हैं जिससे एक ओर श्वास संबंधी कई तरह की बीमारियों का खतरा भी बढ़ता जा रहा है तो वहीं दूसरी और व्यवसाइयों को व्यवसाय करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है |
इंजीनियर ठेकेदार मिल कर काट रहे चांदी उच्च अधिकारियों को भी पहुंच रहा कमीशन
राष्ट्रीय राजमार्ग 43 के सड़क निर्माण में जहां पूर्ण रुप से अनियमितता बऱती जा रही है वही सड़क के दोनों ओर हो रहे नाली निर्माण में निकलने वाली मिट्टी का सौदा भी बड़े पैमाने पर विभागीय अधिकारियों के संज्ञान में किया रहा है , परंतु कमीशनखोरी चरम पर होने के कारण उच्च अधिकारी अपने आंखों पर पट्टी बांध बैठे हैं जिससे निजी भूमियों के समतलीकरण में मिट्टी विक्रय कर ठेकेदार इंजीनियर लालन लालम लाल हो रहे हैं खुलेआम जारी भ्रष्टाचार को देख कर लगता है कि इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए कोई भी जिम्मेदार अधिकारी जिले में मौजूद ही नहीं है |