व्यक्ति विशेष का नहीं बरगवां अमलाई नगर परिषद की सौगात भाजपा कार्यकर्ताओं की देन
अनूपपुर। आखिरकार भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ एवं कनिष्ठ कार्यकर्ताओं का मेहनत रंग लाया जिसके कारण बरगवां अमलाई नगर परिषद का गठन भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के अथक प्रयास के साथ कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह के नेतृत्व में ही सफल हो पाया है जिसमें भाजपा के संगठन पदाधिकारी बूथ प्रभारी कार्यकर्ताओं का मेहनत का परिणाम है। नगर परिषद के गठन को लेकर इन दिनों श्रेय लेने की होड़ मची हुई है , श्रेय लेने वालों में दल बदलू ही अधिक अगुवाई कर रहे हैं। जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण कैबिनेट मंत्री के स्वागत कार्यक्रम में नवनिर्मित नगर परिषद के बरगवां और देवहरा ग्राम के भाजपा संगठन के बूथ कार्यकर्ता एवं बूथ प्रभारी सहित पुराने भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित नहीं रहे वही स्वागत करने वालों में अधिक संख्या कांग्रेस से भाजपा में आए लोगों की ही रही हालांकि कुछ गिने-चुने कार्यकर्ता भी स्वागत समारोह में दिखाई दिए। कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि नगर परिषद देने की सौगात के पीछे कार्यकर्ताओं के अथक प्रयास एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं का ही योगदान है, यदि तथाकथित पुराने कांग्रेसी कार्यकर्ता कह रहे हैं कि उनका योगदान नगर परिषद में रहा है तो 15 महीनों के कार्यकाल में बरगवां नगर परिषद का गठन क्यों नहीं हो पाया इससे साफ जाहिर है कि विकास के मुद्दे को लेकर सिर्फ और सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता ही प्रयासरत रहते हैं और अपनी सक्रिय भूमिका का निर्वहन करते हैं। ज्ञात हो कि कुछ महीने पूर्व ग्राम बरगवां के मूल स्थिति लेकर भाजपा के बूथ प्रभारी कार्यकर्ता एवं मंडल के मीडिया प्रभारी बृजेंद्र कुमार मिश्रा के द्वारा जिला प्रशासन से लिखित रूप से अवगत कराते हुए कहा गया था कि नगर पंचायत का गठन बरगवां अमलाई के नाम से किया जाए। किंतु आज की स्थिति में जब मध्य प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री एवं प्रदेश के कैबिनेट मंत्री बिसाहूलाल सिंह के द्वारा बरगवां अमलाई नगर परिषद गठन को लेकर अपनी अंतिम मोहर लगवाने में सफल हो गए तो उन लोगों के द्वारा जिनकी उपस्थिति कभी भी इस मुद्दे को लेकर सक्रिय नहीं रहे उनके द्वारा झूठी वाहवाही और अपनी प्रशंसा कराते हुए झूठा गुणगान गाने के साथ साथ राग अलापना शुरू कर दिया है। जिस पर माननीय मंत्री जी के द्वारा इस मुद्दे को लेकर मूलतः स्वीकृति प्रदान करते हुए अंत में बरगवां अमलाई नगर परिषद का गठन करा दिया गया। अब यदि ज्ञापन एवं आंदोलन की बात करें तो भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ही ज्ञापन एवं अन्य विषयों के माध्यम से नगर परिषद के गठन के लिए प्रयास किया जबकि आज दिनांक तक तथाकथित दल बदलू नेताओं ने किसी भी प्रकार का प्रयास भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में नहीं किया हां इतना जरूर है कि उन्होंने कांग्रेस के कार्यकाल में प्रयास किया था। लेकिन कांग्रेस के कार्यकाल में तो नगर परिषद का गठन नहीं हो पाया यह तो सभी को मालूम है गठन तो भारतीय जनता पार्टी के शासन में ही हो पाया है ऐसे में श्रेय लेने वालों को जरूर सोचना चाहिए कि नगर परिषद का गठन कांग्रेस के कार्यकाल में नहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में हुआ है। भारतीय जनता पार्टी के मूल कार्यकर्ता के मेहनत का ही परिणाम है अतः इस संबंध में अनर्गल दुष्प्रचार करते हुए भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के मनोबल को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। जिन्होंने एक ज्ञापन तक नहीं दिया है उनके नामों को महिमामंडित किया जा रहा है।