महिला स्व सहायता समूह को सशक्त बनाने किये जाए प्रभावी प्रयास- अध्यक्ष महिला वित्त एवं विकास निगम
महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने स्थानीय उत्पादों को दें बढावा- श्री अमिता चपरा
महिला एवं बाल विकास एवं आजीविका मिशन की अधिकारियों की संयुक्त समीक्षा बैठक सम्पन्न
शहडोल 07 फरवरी 2022- आदिवासी बाहूल्य जिले की महिलाआंे को जागरूक कर उन्हंे छोटे-छोटे उद्योगों से जोड़कर विभागीय अधिकारी स्व-सहायता समूहों के माध्यम से उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने और उन्हंे आत्मनिर्भर बनाने में अपनी-अपनी विभागीय योजनाओं से लाभान्वित कराने का कार्य करें। महिलाओं मंे जन जागरूकता लाने, जन प्रतिनिधियों को भी योजनाओं की जानकारी दंे जिससे दूर-दराज क्षेत्रों की महिलाएं उनका लाभ लेकर सक्षम बन सकें। अच्छी मार्केंटिंग के लिए रोजगार हेतु उत्पादों की पैंकिग अच्छी ब्राडिंग तैयार कराएं जिससे स्थानीय उत्पादों को नये आयाम देकर बढावा मिल सकें। उक्त उद्गार अध्यक्ष महिला वित्त विकास निगम श्रीमती अमिता चपरा ने आज आजीविका मिशन एवं माहिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में व्यक्त किये ।
उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों से सहयोग लेकर वनोपज क्षेत्र में स्व सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षित करें तथा वनोपज से विभिन्न उत्पादों का लाभ दिलाने का भी कार्य करें। उन्होंने कहा कि कुपोषण मिटाने हेतु महिला बाल विकास के अधिकारी एवं क्षेत्रीय अमला सजगता से कार्य करें तथा बच्चों का समय-समय पर वजन लेकर उन्हें नियमित पोषण आहार दिलाने के साथ उनके परिवार के सदस्यों को सुपोषण के संबंध में जानकारियां भी दें। उन्होंने कहा कि आम, बेर से निर्मित अमचुर, महुआ उत्पाद से मौहरी, लाटा, लड्डू आदि सामग्रियां निर्मित कराकर बेहतर मार्केटिंग उपलब्ध कराएं जिससे उनके आर्थिक आय में इजाफा हो सकें तथा महिलाएं आत्म निर्भर बन सकें।
इस मौके पर प्रबंधक राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ने विभागीय उददेश्यों की जानकारी देते हुए स्व-सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को ऋण देने की प्रक्रिया प्रशिक्षणों एवं कार्ययोजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि स्व-सहायता समूह के सदस्यों को जैविक खेती, जनरल स्टोर, मनिहारी, डेली पालन, पोल्टी फॉर्म के कार्य भी हाथ में लिये गए है तथा महिलाओं को आर्थिक कल्याण योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। जिले की स्व-सहायता समूह की प्रशिशित महिलाएं पंजाब, उत्तरप्रदेश, हरियाणा सहित अन्य प्रदेशों में जाकर स्थानीय उद्यमों से लार्भाजन का प्रशिक्षण दे चुकी है। उन्होंने कहा कि वॉशिंग पाउडर इत्यादि निर्माण के बड़े कार्य हाथ में लिये जा रहे है। इसी प्रकार महिला बाल विकास विभाग एवं शहरी विकास अभिकरण की योजनाओं के संबंध मंे विभागीय अधिकारियों ने जानकारिया दी। बैठक में कलेक्टर श्रीमती वंदना वैद्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्रीमती शालिनी तिवारी, सहायक संचालक श्री मनोज लारोकर, जिला प्रबंधक आजीविका मिशन श्री विष्णूकांत विश्वकर्मा, परियोजना अधिकारी महिला बाल श्रीमती जशवंत कौर हूरा, श्रीमती शैलजा सिंह, श्री संदीप दीक्षित, श्रीमती प्रतिक्षा शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थें।