बाल संप्रेक्षण गृहों की स्थिति पर विभागीय मंत्री रमशीला साहू की बोलती क्यू हुई बंद :विधायक अमित जोगी
– विभागीय मंत्री विधायक के प्रश्नों का कोई जवाब नहीं दे पायी।
– हर सवाल पर अलग से जानकारी देने की बात कही।
जोगी एक्सप्रेस
रायपुर मरवाही विधायक अमित जोगी ने विधान सभा में बाल संप्रेक्षण गृह का मुद्दा जोर शोर से उठाया। जोगी ने पूरक प्रश्न के रूप में जानना चाहा कि छत्तीसगढ़ में बाल संप्रेक्षण गृह में १६ वर्ष से कम के कितने लोग हैं जिनपर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत वयस्कों के रूप में मुकद्दमा चलाया जा रहा है। इस सवाल का महिला और बाल विकास मंत्री कुछ जवाब नहीं दे पायीं और अलग से जानकारी देने की बात कही। इसके बाद विधायक जोगी ने यह जानना चाहा की प्रदेश के बाल संप्रेक्षण गृह में कितने शिक्षक नियुक्त किये गए हैं और क्या वहां रह रहे बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। इस बात का भी मंत्री कोई जवाब नहीं दे पायीं। गरियाबंद और धमतरी में बाल संप्रेक्षण गृह खोले जाने के बारे में भी मंत्री ने अलग से जवाब देने की बात कही।
रायपुर मरवाही विधायक अमित जोगी ने विधान सभा में बाल संप्रेक्षण गृह का मुद्दा जोर शोर से उठाया। जोगी ने पूरक प्रश्न के रूप में जानना चाहा कि छत्तीसगढ़ में बाल संप्रेक्षण गृह में १६ वर्ष से कम के कितने लोग हैं जिनपर जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत वयस्कों के रूप में मुकद्दमा चलाया जा रहा है। इस सवाल का महिला और बाल विकास मंत्री कुछ जवाब नहीं दे पायीं और अलग से जानकारी देने की बात कही। इसके बाद विधायक जोगी ने यह जानना चाहा की प्रदेश के बाल संप्रेक्षण गृह में कितने शिक्षक नियुक्त किये गए हैं और क्या वहां रह रहे बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है। इस बात का भी मंत्री कोई जवाब नहीं दे पायीं। गरियाबंद और धमतरी में बाल संप्रेक्षण गृह खोले जाने के बारे में भी मंत्री ने अलग से जवाब देने की बात कही।
विधायक जोगी ने महिला और बाल विकास मंत्री के जवाबों पर भारी असंतोष व्यक्त किया और कहा कि प्रदेश की जनता मंत्री से सदन में जवाब चाह रही है न कि व्यक्तिगत रूप से विधायक को पृथक जानकारी। उन्होने कहा की मंत्री के सदन में दिए गए जवाब से यह स्पष्ट है कि रमन सरकार और उनके मंत्रियों को जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है।