जिले को कुष्ठ मुक्त बनाने हेतु कलेक्टर ने जिलेवासियों से की अपील
अनूपपुर 30 जनवरी 2022/ कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने जिलेवासियों से अपील की है कि हम सभी जिलावासी ‘‘आजादी के अमृत महोत्सव’’ के उपलक्ष्य में अपने जिले को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाना चाहते हैं। कुष्ठ रोग आसानी से पहचाना जाने एवं ठीक होने वाली बीमारी है। हम अपने जिले में उपलब्ध संसाधन अनुसार समस्त कुष्ठ रोगी खोजने का कार्य कर रहे हैं एवं इसके साथ-साथ कुष्ठ रोग के प्रति समाज में फैले भय, भ्रम एवं भ्रांति को दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। जिससे कुष्ठ रोग से पीड़ित रोगी समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपने जिले को कुष्ठ मुक्त बनाने में अपना सहयोग प्रदान कर सकें।
कुष्ठ रोग के बारे में आवश्यक जानकारी
कलेक्टर सुश्री मीना ने बताया है कि कुष्ठ एक बैक्टीरिया, जीवाणु से होने वाली साधारण बीमारी है। यह छुआछूत का रोग नहीं है। वर्तमान में हमारे जिले में कुष्ठ का प्रभाव दर 0.80 है। इस रोग की शुरुआत में पहचान, जांच करवा ली जाये एवं पूरा इलाज लिया जाए तो यह पूर्ण रूप से ठीक हो जाता है एवं शारीरिक विकलांगता से बचाया जा सकता है। इसकी जांच एवं इलाज सभी सरकारी अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केन्द्रों में निःशुल्क उपलब्ध है। इसका इलाज कुछ मामलों में 6 माह एवं कुछ मामलों में 12 माह का हो सकता है।
कुष्ठ रोग की पहचान
कलेक्टर सुश्री मीना ने बताया है कि चमड़ी पर चमड़ी के रंग से फीके दाग धब्बे जिसमें सुन्नपन, सूखापन हो, पसीना न आता हो, खुजली, जलन, चुभन न होती हो। हाथ पैरों में सुन्नपन, सूखापन एवं कमजोरी, चेहरे पर तैलियां चमक, भौहों का झड़ जाना, कानों पर सूजन, गठान का होना कुष्ठ हो सकता है। एम.डी.टी. कुष्ठ रोग की शर्तिया दवा है जो सभी सरकारी अस्पताल एवं स्वास्थ्य केन्द्रों पर निःशुल्क उपलब्ध है। शरीर पर दाग धब्बे होने पर स्वास्थ्य कर्मचारी, कुष्ठ कार्यकर्ता, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से सम्पर्क करें एवं कुष्ठ होने पर निःशुल्क उपचार लेकर कुष्ठ मुक्त हो जावें। साथ ही हम सभी कुष्ठ पीड़ित व्यक्ति से भेदभाव न करें एवं न ही किसी अन्य व्यक्ति द्वारा किसी भी प्रकार का भेदभाव होने दें एवं अपने गांव, पंचायत, जिले को कुष्ठ मुक्त बनावें।