November 23, 2024

सूदखोर ऋषभ सोनी उर्फ चिंटू कैंडी को धनपुरी पुलिस ने किया गिरफ्तार

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चिंगम को थी प्यारी चिंटू की यारी-एक दोस्त बालाघाट एक दोस्त जेल में

धनपुरी-प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक मैकेनिक को सूदखोरों के आतंक की वजह से अपने परिवार के 5 सदस्यों के साथ सामूहिक आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा था मैकेनिक के परिवार में उसकी मां उसकी धर्मपत्नी और दो बेटियों ने जहर पीकर आत्महत्या कर ली थी एक साथ हुई 5 मौतों से पूरे प्रदेश की राजनीति में भूचाल आ गया था और प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे प्रदेश में ऑपरेशन शंखनाद चलाकर सूदखोरों का जड़ से सफाया करने का फरमान जारी किया था मुख्यमंत्री के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के नेतृत्व में शहडोल जिले में भी ऑपरेशन शंखनाद 1 दिसंबर से शुरू हुआ था 1 दिसंबर के दिन 10 हजार रुपयों के इनामी सूदखोर जयप्रकाश उर्मलिया का शासकीय भूमि पर बना करोड़ों रुपयों का मकान जमींदोज कर दिया गया था पूर्व नगरपालिका उपाध्यक्ष कांग्रेश पार्टी के दिग्गज नेताओं के रिश्तेदार भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता एवं उनके रिश्तेदार पर भी सूदखोरी के मुकदमे धनपुरी एवं अमलाई थाने में कायम हुए थे कुछ लोग अभी जेल की हवा खा रहे हैं और कुछ लोग अभी चैन की जिंदगी गुजर बसर करते हुए अपने अंदर जाने की बारी का इंतजार कर रहे हैं ।

पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के नेतृत्व में ऑपरेशन शंखनाद पार्ट 2 भी ऐतिहासिक सफलता के नए-नए आयाम स्थापित कर रहा है ऑपरेशन शंखनाद पार्ट वन के दौरान धनपुरी थाना क्षेत्र अंतर्गत लंबे समय से सूदखोरी का अवैध व्यवसाय संचालित करने वाले बड़े-बड़े सूदखोर पहले ही सलाखों के अंदर जा चुके थे पुलिस अधीक्षक अवधेश कुमार गोस्वामी के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मुकेश वैश्य एवं अनु विभागीय पुलिस अधिकारी धनपुरी राघवेंद्र द्विवेदी के कुशल मार्गदर्शन में तेजतर्रार थाना प्रभारी धनपुरी संजय जयसवाल के नेतृत्व में धनपुरी पुलिस को सूदखोर ऋषभ सोनी उर्फ चिंटू कैंडी को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने में सफलता प्राप्त हुई है। सूदखोर ऋषभ सोनी उर्फ चिंटू कैंडी की गिरफ्तारी के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि 1 जनवरी 2022 को फरियादी राम कैलाश केवट पिता स्वर्गीय कालीचरण केवट उम्र 56 साल निवासी केंप नंबर 1 वार्ड क्रमांक 12 की रिपोर्ट पर आरोपी ऋषभ सोनी उर्फ चिंटू सोनी पिता नरेश सोनी निवासी वार्ड नंबर 12 के विरुद्ध अपराध क्रमांक 03/2022 धारा 420 384 386 ताजी राते हिंद 3/4 मध्य प्रदेश ऋणियों का संरक्षण अधिनियम के तहत मामला पंजीबद्ध किया गया था दौरान विवेचना फरियादी के द्वारा बताया गया कि आरोपी चिंटू सोनी द्वारा अपना मोबाइल नंबर उसके वेतन खाते में लिंक करवा कर सालों से उसके पैसे अपने खाते में ट्रांसफर कर लेता था और मोबाइल नंबर के माध्यम से उसके खाते को ऑनलाइन बैंकिंग फोन पे और पेटीएम से जोड़ कर फरियादी के कम पढ़े लिखे होने का फायदा उठाकर लाखों का चूना लगाकर ब्याज के नाम पर पैसे वसूल ता रहा जब बैंक से जानकारी ली गई तो मालूम चला कि फरियादी के खाते में आरोपी चिंटू सोनी का मोबाइल नंबर लिंक था और आरोपी ने दो बार चेक के माध्यम से स्वयं राशि भरकर उसकी अज्ञानता का फायदा उठाकर एवं धोखाधड़ी कर पैसे निकाल लिया आरोपी को 24 जनवरी को गिरफ्तार कर आरोपी से धोखाधड़ी में प्रयुक्त मोबाइल एवं सिम कार्ड तथा 4 फरियादियों के खाते के हस्ताक्षर युक्त खाली चेक जप्त किए गए आरोपी ने पूछताछ पर बताया कि अब तक करीबन 3 से 5 लाख रुपए ब्याज के नाम पर धोखाधड़ी कर वसूल लिए हैं प्रकरण में आरोपी के द्वारा कूट रचना कर चेक के माध्यम से पैसे निकालने एवं फरियादी के खाते में अपना मोबाइल नंबर लिंक कर ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से फ्रॉड करने पर धारा 467, 468, 471 भारतीय दंड विधान एवं अन्य धाराओं का इजाफा किया गया है थाना प्रभारी धनपुरी संजय जयसवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि उक्त आरोपी के विरुद्ध थाने में पूर्व से ही कई अपराध पंजीबद्ध है जो कि धनपुरी थाने का लिस्टेड अपराधी है सूदखोर ऋषभ सोनी उर्फ चिंटू कैंडी को गिरफ्तार करने में तेजतर्रार थाना प्रभारी संजय जायसवाल के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक गुलाम हुसैन आरक्षक वीरेंद्र अमित अजय सिंह एवं राजेश की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
चिंगम को थी प्यारी चिंटू की यारी-कुछ समय पहले तक अमलाई थाने में पदस्थ एक उपनिरीक्षक जिसे लोग प्यार से चिंगम कहते थे के साथ चिंटू कैंडी की दोस्ती काफी सुर्खियां बटोर रही थी फिल्म शोले का मशहूर गीत यह दोस्ती हम नहीं तोडेंगे तोडेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे काफी चर्चा में था पीने खाने से शुरू हुई यह दोस्ती साथ जीने मरने की कसम खाने लगी थी दिन में तो दोस्ती बरकरार रहती ही थी रात में भी दोस्त का साथ ना छूटे इसके लिए चिंटू कैंडी जैसे अपराधी को भी थाने का वाहन चलाने का अधिकार दिया गया था पुलिस वालों के साथ रहकर उनके साथ घूम कर चिंटू कैंडी सूदखोरी का अवैध व्यवसाय दिलेरी से कर रहा था जिसकी वजह से ऑपरेशन शंखनाद पार्ट वन के दौरान सूदखोरी का शिकार हुए फरियादी इसके खिलाफ थाने जाकर शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे थे लेकिन जैसे ही चिंगम का स्थानांतरण बालाघाट के लिए हुआ फरियादी ने ऑपरेशन शंखनाद पार्ट 2 के दौरान धनपुरी थाने जाकर चिंटू कैंडी की शिकायत दर्ज करा दी एक जनवरी को चिंटू कैंडी के खिलाफ धनपुरी थाने में मुकदमा कायम हुआ और 24 जनवरी को तेजतर्रार थाना प्रभारी ने चिंटू को गिरफ्तार कर उसे ढेर सारी कैंडी इनाम में दे दी इस प्रकार से इस दोस्ती का अंत पूरी तरह से हो गया और एक दोस्त अब बालाघाट में है तो दूसरा दोस्त सलाखों के पीछे हालांकि विश्वस्त सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चिंटू जेल में अपनी दोस्ती को याद करके यह कहना लगातार गुनगुनाता रहेगा ये दोस्ती हम नहीं तोडेंगे तोडेंगे दम मगर तेरा साथ ना छोड़ेंगे।

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