केरोसिन मिट्टी तेल की कालाबाजारी से बन गए लखपति पीडीएस गोदाम के संचालक एवं वितरक।

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कई महीनों की मिट्टी तेल वितरण ना कर गरीबों की हक में डाला डाका।

शहडोल। संपूर्ण शहडोल संभाग में खाद्य वितरण व्यवस्था गरीबों को प्रदान की जाने वाली पीडीएस गोदामों के माध्यम से भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से गरीबों को प्रदान की जाने वाली खाद्यान्न निरंतर देश में आई आपदा और भीषण महामारी के कारण के मद्देनजर सभी गरीबों को मुफ्त में वर्षों से राशन प्रदान किए जा रहे हैं जिसके कारण भाजपा की लोकप्रियता में काफी मात्रा में गरीबों के हृदय में स्थान बना चुका है वही संपूर्ण संभाग में केरोसिन मिट्टी तेल वितरण व्यवस्था दुरुस्त होने के बावजूद भी सभी पीडीएस गोदामों के साथ-साथ खाद्यान्न वितरण केंद्रों में केरोसिन निरंतर उपलब्ध कराई जाती रही किंतु वह मिट्टी तेल गरीबों के घरों को रोशन ना कर पीडीएस गोदाम संचालक के द्वारा पूरे के पूरा मिट्टी तेल उपभोक्ताओं को वितरण ना कर बड़े-बड़े भारी वाहनों के मालिकों के हवाले कर दिया गया।

केरोसिन मिट्टी तेल की बड़ी कीमत और एक बत्ती कनेक्शन बिजली के कारण हो रहा दुरुपयोग कालाबाजारी का कारण।

गौरतलब हो कि इस प्रकार मिट्टी तेल वितरण व्यवस्था महज रजिस्टर पर ही फर्जी नाम अंकित कर हस्ताक्षर के स्थान पर स्वयं के अंगूठे का इस्तेमाल कर दिया गया इस प्रकार आज कई महीनों से केरोसिन मिट्टी तेल वितरण रजिस्टर पर ही दर्ज होते रहे किंतु उपभोक्ताओं और गरीबों को नहीं मिल पाया कारण इनवीडियस गोदाम संचालकों के द्वारा खुलेआम मिट्टी तेल के टैंकर तो खाली हुए किंतु बड़े-बड़े डिब्बा और ड्रमो में भरकर भारी वाहन चालको को प्रति लीटर ₹80 की दर से बेच दिया गया यही कारण है कि आज की स्थिति में 8600 वेतनमान पाने वाला खाद्यान्न वितरण ऊंची हवेली और चार पहिया वाहनों का मालिक बन बैठा है उसके रुतबे में खास तौर पर भारी परिवर्तन देखने में आ रहा है। यही नहीं अपने इस कृत्य को लेकर उसके मन में कई प्रकार की शंकाएं घर कर गई है की मेरे द्वारा दूसरों के हकों पर डाका डालने से जो अन्याय हुआ है उसके लिए वह संपूर्ण भारत भ्रमण करने के साथ धार्मिक प्रवृत्ति में लिप्त हो गया है।
गौरतलब हो कि वर्तमान स्थिति में मिट्टी तेल केरोसिन की कीमत प्रति लीटर ₹50 होने के कारण गरीब परिवार मिट्टी तेल लेने की स्थिति में नहीं रहता साथ ही मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले गरीब परिवार के लिए एक बत्ती कनेक्शन बिजली उपलब्ध करा दी गई है जिसके कारण केरोसिन की आवश्यकता शून्य हो गई है यही नहीं पूर्व के समय में जिस केरोसीन मिट्टी तेल के लिए आवश्यकता अनुसार लंबी-लंबी कतारें जरूरत के लिए कई घंटों तक एक लंबी लाइन में खड़े होकर लोगों के द्वारा एक बूंद भी नहीं छोड़ा जाता था आज की स्थिति में पूरे का पूरा केरोसिन मिट्टी तेल इन पीडीएस गोदाम संचालक और खाद्यान्न वितरण करने वाले लोगों के द्वारा मौके का फायदा उठाकर भारी वाहनों के साथ-साथ बड़े-बड़े लोगों को कालाबाजारी के माध्यम से बेचकर लखपति हो गए।
ऐसी स्थिति में शासन प्रशासन को संपूर्ण रुप से केरोसिन मिट्टी तेल वितरण व्यवस्था को बंद कर इस प्रकार हो रहे कालाबाजारी पर रोक लगाया जा सकता है मूल कारण यह है कि जिनके उपयोग के लिए सरकार के द्वारा करोड़ों अरबों रुपए खर्च किए जा रहे हैं उनके उपयोग में नहीं आ रहा है इसलिए केरोसिन वितरण व्यवस्था को पूर्ण रुप से बंद कर देना चाहिए। यही नहीं पूरे वर्ष के अंदर समस्त पीडीएस गोदामों में प्रदान की गई आवंटन वितरण एवं स्टाक रजिस्टर सहित संपूर्ण दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जाए तो इनके द्वारा की गई खाद्यान्न एवं मिट्टी तेल केरोसिन की कालाबाजारी का काला सच सामने आ सकता है।

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