सार्वजनिक शौचालय का बदबूदार गंदा पानी मिल रहा नर्मदा में जिम्मेदार मौन
अनूपपुर(अमरकंटक)।पवित्र नगरी अमरकंटक में सार्वजनिक सुविधा हेतु शौचालय का निर्माण कराया गया था जो अभी कुछ माह से ही ठीक ठाक उसका उपयोग होना शुरू हुआ था लेकिन उस शौचालय का दूषित जल ओवरफ्लो होकर बाहर बह रहा जो कि नर्मदा में भी समा रहा । एक तरफ शासन-प्रशासन नदियों को स्वच्छ रखने हेतु कई विशेष अभियान चला रहे हैं जिसमें खासकर नर्मदा नदी के संरक्षण हेतु लगातार अभियान जारी है वही मां नर्मदा जी की उद्गम स्थली पवित्र नगरी अमरकंटक में स्नान कुंड जिसे गांधी कुंड कहते हैं वहां पर शौचालय का दूषित पानी जा रहा है।स्नान कुंड से महज 20 मीटर की दूरी पर बना यह सुलभ शौचालय मां नर्मदा जी के स्वच्छ जल को दूषित कर रहा है दूर-दूर से श्रद्धालु जन अमरकंटक में नर्मदा जी में स्नान करने आते हैं वही जब उन्हें पता चलता है कि इस प्रकार गंदगी सीधे स्नान कुंड में जा रही है तो उनके आस्था और विश्वास पर प्रभाव पड़ता है आपको बता दें यह सुलभ शौचालय मां नर्मदा जी के स्नान कुंड से महज 20 मीटर की दूरी पर है जो कि अब नर्मदा जल को दूषित कर रहा है।
सुलभ शौचालय को लेकर पहले भी लोगों के द्वारा विरोध जताया गया है मंदिर के पास सुलभ शौचालय नहीं होना चाहिए किंतु जब शौचालय बन ही गया है तो इस प्रकार शौचालय का पानी नर्मदा जी में कैसे जा रहा है। अमरकंटक नर्मदा उद्गम कुंड में जब शुक्रवार की शाम को यात्री स्नान हेतु पहुंचे हुए थे जब उन्हें पता चला कि बगल में सुलभ शौचालय है जिसका पानी स्नान कुंड में आ रहा है तो वह आगे की ओर चले गए । आपको बता दें मां नर्मदा के जल को श्रद्धालु आचमन व चरणामृत समझ पीने के लिए भी उपयोग करते हैं , कई लोग बोतल में भर कर घर गांव भी ले जाते है किंतु इस प्रकार जब जल को दूषित किया जाएगा तो श्रद्धालुओं पर क्या बीतेगी यदि नर्मदा जी का उद्गम स्थल ही स्वच्छ नहीं होगा तो क्या होगा आगे । यह एक बड़ा सवाल है क्योंकि मां नर्मदा की उद्गम स्थली में इस प्रकार लापरवाही मां नर्मदा जी की स्वच्छता को धूमिल कर रही है। लोगो को सुविधा देने के लिए माँ नर्मदा को भी ध्यान रखना होगा।