पूर्व में महापौर रेड्डी के भाजपा में जाने की चर्चाओं ने भी पकड़ा था जोर
चिरमिरी । नए साल के ठीक एक दिन पहले चिरमिरी के महापौर के. डोमरु रेड्डी के रायपुर में हुई पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस के कद्दावर नेता डॉ चरणदास महंत से मुलाकात की तस्वीर सोशल मीडिया में आते ही जिले की राजनीति में खलबली मच गई है और महापौर के डोमरु रेड्डी के कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है । सोशल मीडिया में इसे लेकर खूब टीका टिप्पणी हो रही है । वहीं इस खबर ने कांग्रेस से आगमी विधानसभा चुनाव में मनेन्द्रगढ़ विधानसभा से टिकट की चाह रखने वाले उम्मीदवारों की नींद उड़ा दिया है । इसी बीच महापौर के डोमरु रेड्डी के दिल्ली जाकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिलने व कांग्रेस ज्वाइन करने की खबर भी सोशल मीडिया में उड़ रही है । खबर में कितनी सच्चाई है इसकी पुष्टि तो नही हो सकी लेकिन इस खबर को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म है ।
ज्ञात हो कि लगभग एक माह पूर्व महापौर के डोमरु रेड्डी के भाजपा में जाने की चर्चा ने जोर पकड़ा था और सोशल मीडिया में इस पर खूब टीका टिप्पणी हुई थी लेकिन बाद में यह खबर महज अफवाह निकली ।
ज्ञात हो कि महापौर के. डोमरु रेड्डी ने वर्ष 2014 के नगरीय निकाय के चुनाव में कांग्रेस पार्टी से महापौर के लिए टिकट के प्रबल दावेदार थे लेकिन कांग्रेस ने उनका टिकट काटकर एक अन्य व्यक्ति को अपना उम्मीदवार बनाया जिसके बाद श्री रेड्डी ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा और 18000 के रिकार्ड मतों से विजयी हुए ।
चुनाव जीतने के बाद महापौर के. डोमरु रेड्डी लगातार विरोधियो के निशाने में रहे तथा कई बार सोशल मीडिया में उन पर आपत्तिजनक टिपणियां भी की गई लेकिन उन्होंने इन सब की परवाह किये बिना लगातार अपने लक्ष्य पर आगे बढ़ते रहे । यही कारण है कि उनकी लोकप्रियता तीन साल बाद भी बरकरार है और आये दिन उनके कांग्रेस, भाजपा या जोगी कांग्रेस में जाने की चर्चाएं चलती रहती है ।
विधानसभा चुनाव में अभी लगभग एक साल का समय है लेकिन अभी से इस बात की चर्चा गर्म है कि महापौर के.डोमरु रेड्डी विधानसभा का चुनाव लड़ सकते है । लेकिन वे किस पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ेंगे अथवा निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे, इस पर अभी सस्पेंस बना हुआ है । लेकिन उनकी लोकप्रियता और कद को देखते हुए इस पर कांग्रेस, भाजपा व जोगी कांग्रेस के बड़े नेताओं के साथ ही राजनैतिक प्रेक्षकों की निगाह है ।