कमिश्नर शहडोल राजीव शर्मा की कृति विद्रोही सन्यासी को सर्वश्रेष्ठ कृति का मिला सम्मान
शहडोल। वैली ऑफ़ वर्ड्स अंतर्राष्ट्रीय साहित्य एवं कला उत्सव देहरादून के जूरी ने 2021 के हिन्दी नॉन फिक्शन श्रेणी में मप्र के कवि एवं उपन्यासकार राजीव शर्मा की कृति विद्रोही संन्यासी को सर्वश्रेष्ठ कृति का सम्मान दिया है। वैली ऑफ़ वर्ड्स अलंकरण में सम्मान पत्र के साथ एक लाख रूपये नगद दिये जाते हैं. बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स की ओर से आयोजन मंडल के अध्यक्ष संजीव चौपड़ा ने आज देहरादून में एक भव्य समारोह में इस वर्ष के पुरस्कारों की घोषणा की। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के महानिदेशक रहे संजीव चौपड़ा स्वयं एक नीति विश्लेषक, इतिहासकार और चिंतक हैं. विद्रोही संन्यासी भगवान आदिशंकराचार्य जी की जीवन गाथा पर आधारित उपन्यास है. प्रभात प्रकाशन दिल्ली से आया यह उपन्यास देश भर के पाठकों की पहली पसंद बना। हिन्दी के बाद यह मराठी में आ चुका है, बांग्ला, गुजराती और अंग्रेजी में शीघ्र आने वाला है. हिन्दी में इसका तीसरा संस्करण नए साल के प्रारम्भ में आने को है. मप्र के भिंड में जन्मे श्री राजीव शर्मा पेशे से प्रशासनिक अधिकारी हैं। वर्तमान में श्री राजीव शर्मा शहडोल संभाग के कमिष्नर है।
नर्मदा तट पर उनकी पद स्थापना नरसिंहपुर, मण्डला से बड़वानी तक रही है. दमोह, पन्ना, छिंदवाड़ा, बालाघाट, उज्जैन, मंदसौर, शाजापुर, भोपाल आदि के बाद आजकल वे शहडोल संभागायुक्त के पद पर पदस्थ हैं।
वैली ऑफ़ वर्ड्स अंतर्राष्ट्रीय ख्याति का साहित्यिक उत्सव है जो इस वर्ष अक्टूबर नवंबर में देश के पाँच महानगरों मुंबई, कोलकाता, बड़ोदरा, दिल्ली,हैदराबाद के साथ देहरादून में संपन्न हुआ।