उगते सूरज को दिया अर्ध, माताओं ने संतान व परिजनों की सुख समृद्धि के लिए मांगा आशीर्वाद।
बुढ़ार। सुर्य उपासना का छट पर्व के अंतिम दिन गुरुवार को बुढ़ी मां मंदिर एवं बम-बम धाट में भोर में बड़े श्रद्धा भाव के साथ तालाब में हजारों की संख्या में महिलाएं पहुंच कर भगवान सुर्य देव की आराधना कर उगते सूरज को अर्घ्य देकर निर्जला व्रत को तोड़ा एवं उपासना में तीन दिनों से चल रहे छठ पर्व का आज धुमघाम से घाट, तालाब में समापन हुआ। बिहार, गुजरात समुदाय के लोगों ने बांस के बर्तन में प्रसाद एवं पूजन सामग्री रखकर विधि विधान से भास्कर भगवान की पूजा अर्चना के साथ 11 नवंबर को पालन किया। महिलाओं ने संतान प्राप्ति के साथ ही उनकी मंगलकामनाएं के लिए दो दिनों तक निर्जला उपवास रखा,जिसका गुरुवार को बाजे गाजे के साथ सम्पन्न हुआ। बुढ़ार घाट में बांके बिहारी, श्रीमती माया सिंह अविनाश, चन्दन,अंजली,जनवी, राजवीर, गुड्डू अन्नू अभिषेक,अतूल,सोनम सिंह सीमा सिंह सहित भारी संख्या में सभी समूदाय के लोगों उपस्थित रहे।