साहब दिला दो न्याय …. दबंगो नें पहले तोड़ा मकान, अब दे रहे धमकी।
शहड़ोल (अविरल गौतम)। जोन के संवेदनशील एडीजी और जिले के पुलिस कप्तान आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगानें और मैदानी स्तर पर आमजन के सहयोग के साथ बुराईयों के अंत में लगे हो, लेकिन कुछ थाना क्षेत्र ऐसे भी है जहां हाल ही हुये बदलाव के बाद यहां ना सिर्फ आपराधिक गतिविधियां बढ़ी है बल्कि कई असामाजिक तत्व ऐसे भी सामनें आनें लगे हैं जिनके अंदर पुलिस का कोई भय नहीं है। दूसरी तरफ पुलिस का भय खत्म होता जा रहा है। क्षेत्र में शराब, जुंआ, सट्टा जैसे कारोबार फलनें फूलनें लगे हैं और पुलिस महज गस्ती की खानापूर्ति तक अपनें को समेटे हुये हैं। वहीं थाना प्रभारी की उदासीनता के अब ऐसे मामले भी सामनें आनें लगे हैं जिसमें थानें में शिकायत के बाद भी न्याय नहीं मिल पा रहा है। बीते तीन सप्ताह पहले एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया था, जहां बुढ़ार थाना ईलाके के पंचवटी मोहल्ला निवासी अनीता सोनी नामक बेवा नें शिकायत दर्ज कराई थी कि बुढ़ार के रहनें वाले कुछ लोगों नें पहले फर्जी तरीके से उसे जमीन बेचकर पैसे ऐठे और जब वह उस जमीन पर मकान बना ली तो और पैसे की मांग करनें लगे, पीडिता नें बताया कि उसके मना करनें पर यह लोग उसका मकान तोड़ दिये, और धमकी देते हुये जमीन खाली करने को कह रहे हैं, लेकिन थानें में नामजद उक्त शिकायत के बाद भी इन पर कोई कोई कार्यवाही न हो सकी।
गफलत कर बेची जमीन
बुढ़ार में हाईवे से लगी जमीनों पर लंबे समय से भूमाफियाओं का नजर है, भू सौदागर अपनी मोटी कमाई के जुगाड़ में ना सिर्फ दस्तावेजों में गफलत कर भूूविक्रय करते रहे हैं बल्कि कहीं शासकीय भूमि पर कब्जा कर उसे अपना बताकर बेच रहे हैं। पीडिता नें बताया कि रोहित चौधरी नामक व्यक्ति नें उससे यह कहते हुये जमीन विक्रय कर दिया कि वह उक्त भूमि का स्वामी है और बकायदे एग्रीमेंट कर पीडिता से कुछ पैसे लेकर एग्रीमेंट भी कर लिया। पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब महिला उक्त भूमि पर अपना मकान तैयार करा ली और अपनें नाम पर उक्त भूमि के दस्तावेज बनवानें के लिये कहनें लगी। लेकिन यह आनाकानी करते रहे , लेकिन जब महिला नें इस बात कि शिकायत करनें को कहा तो फुल्लू, लक्ष्मी, शाहिद आदि नें महिला से पहले पैसों की मांग की और जब पीडिता नें कहा कि बिना दस्तावेज तैयार किये वह पैसे नहीं देगी तो उसे धमकानें लगे और जमीन खाली करनें को कहते हुये मकान तोड़ दिया।
महिला नें जब उक्त भूमि के दस्तावेजों की जब जांच करवाई तो उसे पता लगा कि यह शासकीय भूमि है जिसे इन भूमाफियाओं नें पीडिता को अपना बताकर विक्रय कर दिया ।
कम पढ़े लिखे होनें का उठाया फायदा
इस पूरे खेल में जहां पीडिता अब तक हजारों लाखों का नुकसान सह चुकी है और न्याय के लिये गुहार लगा रही है वहीं सबसे महत्वपूर्ण पहलू यह भी है कि उन भूमाफियाओं नें महिला के कम पढ़े लिखे होनें का फायदा उठाया और भरोसे में रखकर उसके मेहनत कि कमाई का बंदरबाट कर दिया।
शाहिद का था मायाजाल
जमीन के इस खेल में कई ऐसे रोचक तथ्य है जिनकी पुलिस भले ही बारीकी से पड़ताल ना करें लेकिन सूत्र बताते हैं कि रोहित चौधरी के नाम पर औनें- पौने दाम पर बुढ़ार का शाहिद नामक व्यक्ति पहले जमीन खरीदता है और अपनें तमाम भू दलालों के साथ मिलकर ऐसे ग्राहकों की तलाश करता है जो उसके झांसे में आ जाये और उनसे सौदेबाजी कर मोटी कमाई करता है, दस्तावेजों में अपनें
आपको बचाते हुये शाहिद भू क्रय विक्रय के दर्जनों मामलों में परोक्ष रुप से मौजूद है। बीते लंबे समय से दो पहिया ,चार पहिया वाहनों के साथ ही विभिन्न तरह की डुप्लीकेट चाभी बनाने के कारोबार से जुड़े इस व्यक्ति नें बीते कुुछ सालों अपनें कारोबार को बढ़ाया है यदि जांच की आंच वहां तक पहुंची तो कई राजों का पर्दाफास हो सकता है।