अनूपपुर पुलिस की बड़ी सफलता कोतमा में घटित चोरी की घटना का 24 घण्टे में किया पर्दाफाष
अनूपपुर (अविरल गौतम) कोतमा दिन बुधवार को आवेदक रोहित कुमार जैन पिता राकेष कुमार जैन उम्र 30 साल निवासी वार्ड नं0 07 कोतमा के द्वारा इस आषय की रिपोर्ट की गयी किया कि वह दिनांक 09.09.21 को अपने पिता का ईलाज कराने रायपुर गया था दिनांक 28.09.2021 को वापस आने पर पाया कि अज्ञात चारों द्वारा घर का दरवाजा तोड़कर सोने चांदी के जेवरात सहित घर के अन्य इलेक्ट्रानिक सामान चोरी कर लिया गया है। फरियादी की उक्त षिकायत पर थाना कोतमा में अपराध क्र0 457/21 धारा 457, 380 ता0हि0 का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री अखिल पटेल के द्वारा चोरी की इस घटना को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी कोतमा को तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण करने व विषेष टीम गठित कर आरोपियों की तलाष हेतु निर्देषित किया गया।
थाना प्रभारी कोतमा एवं गठित विषेष टीम, डागस्काड, फिंगर प्रिंट टीम शहडोल द्वारा घटनास्थल का बरीकी से निरीक्षण किया गया तथा आवष्यक साक्ष्य व सुराग संकलित किया गया। प्राप्त साक्ष्य एवं अनुसंधान की वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर संदेहियों 01. गौरव उर्फ कल्लू पिता स्व.उमेष साहू उम्र 20 साल निवासी वार्ड नं. 07 कोतमा, 02. अजीम पिता सलीम खान उम्र 19 साल निवासी जमुनिहा एवं 03. सुरेन्द्र पिता चिन्ता कुमार बर्मन उम्र 23 साल निवासी कोतमा को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गयी। पूछताछ के दौरान तीनों संदेहियों द्वारा घटना कारित करना स्वीकार किया गया तथा यह भी बताया गया कि उनके द्वारा फरियादी के घर में तीन दिनों तक चोरी व तोडफोड़ करने की घटना की गयी है। प्रकरण में एक आरोपी अभी भी फरार है। इस संबंध में विषेष टीम गठित की गयी है जिसकी गिरफ्तारी के लगातार प्रयास किये जा रहे है। आरेपियों के कब्जे से एक मोबाईल फोन, कम्बल सेट, सूटकेष, आर्टिफिषियल गहनें व अन्य सामान कीमत लगभग 50,000/-रु0 जप्त किया गया है।
इसके पूर्व भी फरियादी रोहित जैन के घर मार्च 2018 में हुयी थी जिसका खुलासा कोतमा पुलिस द्वारा अक्टूबर 2018 में किया गया एवं चोरी गये मषरूका की जप्ती की गई थी।
उक्त कार्यवाही में पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री अखिल पटेल के निर्देषन, अति0 पुलिस अधीक्षक अनूपपुर श्री अभिषेक राजन के मार्गदर्षन में एसडीओपी कोतमा श्री षिवेन्द्र सिंह बघेल एवं थाना प्रभारी कोतमा निरीखक राकेष बैस, उनि. डी.एस.मरावी, सउनि.बृजेष पाण्डेय, सउनि.एस.एन.प्रजापति, आर.कृपाल, भानूप्रताप, शुभम तिवारी, प्रदीप यादव, अजय तोमर एवं दिनेष किराडे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।