प्राचीनतम हनुमान जी की सिद्ध मूर्ति श्रद्धा और भक्ति के लिए विख्यात है।बरगवां दक्षिण मुखी हनुमान जी सभी की मनोकामना करते हैं पूर्ण।
बरगवां दक्षिण मुखी हनुमान जी सभी की मनोकामना करते हैं पूर्ण।
ब्रह्म मुहूर्त में सर्पों का जोड़ा आते हैं अपने आराध्य का दर्शन करने।
अनूपपुर (अविरल गौतम)। जिले की सीमा पर बसा ग्राम बरगवां जहां पर ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध सिद्ध मंदिर हनुमान जी के प्रांगण में बने बरसों पुराने शिव मंदिर में भगवान शिव की सेवा में निरंतर उपस्थित रहने वाले नागराज जोकि सर्पों के राजा माने जाते हैं। स्थानीय जनों के द्वारा बोलचाल की भाषा के अनुरूप और वन विभाग के द्वारा जिन्हें किंग कोबरा कहा जाता है उस प्रजाति के सर्प को आज तड़के प्रातः काल भगवान शिव के मंदिर एवं सिद्ध हनुमान मंदिर के पास ग्रामीण जनों के द्वारा देखा गया और यह दृश्य देखकर लोग आश्चर्यचकित रह गए क्योंकि यह कोई साधारण सर्फ नहीं बल्कि बहुत पुराने होने के साथ-साथ कई बार मंदिर के पुजारी पंडित अजय मिश्रा के द्वारा बताया गया की मैंने भी कई बार इनका दर्शन प्राप्त कर चुका हूं जिन्हें देखने पर किसी भी प्रकार से कोई हानि नहीं पहुंचाई जाती अपितु काफी देर तक एक ही स्थान पर रहकर कुछ समय बाद लुप्त हो जाते हैं।
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि यह हमारा बरगवां किंग कोबरा के प्रजाति के सर्पों का रहने का और इस क्षेत्र में विचरण करने का बहुत पुराना स्थान है और अधिकाधिक संख्या में हमारे बरगवां क्षेत्र में पाए जाते हैं। यह भी बताया गया कि इनकी एक जोड़ी है जिसमें एक बहुत पुराना और प्राचीन सर्प भी है जोकि जमीन से 10 फीट ऊपर खड़े हो जाते हैं जिन्हें पूर्व में कुछ लोगों के द्वारा देखा जा चुका है। और यह दूसरा सर्प मंदिर प्रांगण के आसपास ही निवासरत हैं जिनके द्वारा आज दिनांक तक किसी भी प्रकार से किसी प्रकार की जनहानि व क्षति नहीं पहुंचाई गई। ग्रामीण जनों का कहना है की वह भगवान शंकर की पूजा और आराधना करने के उद्देश्य से प्रातः काल भोर के समय कई बार देखे गए हैं।