बुढार धनपुरी और बकहो को मिलाकर नगर निगम बनाने के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करें जनप्रतिनिधि – आरती श्रीवास्तव
नफा-नुकसान का आंकलन किये बिना ही नगर-निगम बनाने का मसौदा तैयार करना उचित नहीं।
शहडोल अविरल गौतम )नेशन फर्स्ट यूथ सोसाइटी की संरक्षक सदस्य आरती श्रीवास्तव ने बुढार धनपुरी और बकहो को मिलाकर नगर निगम बनाए जाने के प्रस्ताव के संबंध में एक बयान जारी करते हुए कहा है कि – बुढार धनपुरी और बकहो को मिलाकर नगर निगम बनाने के प्रस्ताव पर पुनर्विचार करने की ज़रूरत है। मुझे लगता है ये गैर ज़रूरी प्रस्ताव है।
नगर निगम बनने से नगर निगम क्षेत्र में मकान निर्माण के लिए मानचित्र की स्वीकृति की अनिवार्यता होगी, आम आदमी पर हाउस टैक्स का बोझ बढ़ जाएगा, मनरेगा से होने वाले विकास कार्य बंद हो जाएंगे, आस पास के जिन गांवों को नगर निगम में शामिल किया जाएगा वहां के ग्रामीणों को कृषि उपकरणों के लिए मिलने वाली सब्सिडी भी बंद हो जाएगी ? सर्किल रेट बढ़ने से भूमि क्रय – विक्रय करने पर लगने वाला पंजीयन शुल्क भी बढ़ जाएगा।
साथ ही बकहो को नगर परिषद बनने के बाद अभी पहली बार चुनाव भी नहीं हो पाए हैं और अब उसे अस्तित्व में पूर्ण रूप से आने से पहले ही नगर निगम में समाहित कर देना जनमानस की भावनाओं के अनुरूप नहीं होगा।
इसलिए बुढार धनपुरी और बकहो को मिलाकर नगर निगम बनाने के प्रस्ताव पर जनप्रतिनिधियों को एक बार फिर पुनर्विचार करना चाहिए।