दागी अधिकारी कर्मचारियों पर एस.ई.सी.एल कसेगा नकेल :म.प्र.छ.ग. के 1800 अफसरों की कुंडली तैयार देंगे प्री मेचयौर रिटायर्मेंट ,दागी ,कामचोर, अधिकारी, कर्मचारियों की छुट्टी
JOGI EXPRESS
चिरमिरी,बैकुंठपुर । लगातार कोल इंडिया की गिरती साख को बचाने के लिए कोयला मंत्रालय ने दागी और कामचोर अफसरों को हटाने की तैयारी शूरू कर दी है। एसईसीएल के हेड क्वार्टर समेत मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के 13 एरिया और 2 वर्कशाप से 1801 अधिकारियों को चिन्हित किया गया है। कोल इंडिया ने कंडक्ट एंड डिसिप्लिन एपील रूल के जिन्न को 27 बाद बोतल से बाहर निकाला है। इसी के तहत एसईसीएल के अधिकारियों पर यह कार्रवाई प्रस्तावित है। कोल इंडिया के इस फरमान के बाद ई-1 से ई-8 ग्रेड के एक्जीक्यूटिव अफसरों के बीच हड़कम्प मचा हुआ है।
1990 से योजना थी खटाई में अब हुई क्रिया शील :कंडक्ट एंड डिसिप्लिन एपील रूल को 1990 में ही बना दिया गया था लेकिन कोल मंत्रालय द्वारा इसे लागू नहीं किया जा रहा था, क्योंकि इस रूल के लागू होने के बाद लापरवाह अफसरों को प्री मेच्योर रिटायरमेंट दे दिया जाता। जब सीपीएसई ने बताया कि कोल इंडिया का खर्च ज्यादा और मुनाफा कम, इस कारण केंद्र सरकार को नुकसान का सामना करना पड़ा रहा है। कोल इंडिया में 3.5 लाख से ज्यादा का मेन पावर है, जिनकी पगार और अन्य सुविधाओं को देने में ही अरबों रुपये खर्च हो रहे हैं। जबकि इन सभी खर्च को पूरा करने के लिए लक्ष्य के अनुरूप कोयला उत्पादन नहीं हो पा रहा है।
सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (सीपीएसई) द्वारा पब्लिक सेक्टर में काम कर रहे भारत सरकार के उपक्रमों की रिपोर्ट कार्ड जारी की गई। जिसमें कोल इंडिया को फेयर ग्रेड मिला यह पुअर परफार्मेंस से सिर्फ एक ग्रेड ऊपर होता है। सीपीएसई से मिली इस रेटिंग के बाद कोल मंत्रालय नींद से जागा और कंडक्ट एंड डिसिप्लिन एपील रूल को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया।
50 से 55वर्ष के अधिकारी सीधे रडार में: इस योजना के तहत अब कोल इंडिया में 50 से 55 वर्ष के उन सभी अधिकारियों को प्री मेच्योर रिटायरमेंट दी जा रही है जो ई-1 से लेकर ई-8 ग्रेड की मोटी सैलरी बिना आवश्यक काम के ले रहे हैं। इनमें अंडर मैनेजरए जूनियर इंजीनियरए वेलफेयर ऑफिसर्स, इंजीनियर, फायनेंस ऑफिसर्स, असिस्टेंट मैनेजर, डिप्टी मैनेजर, सीनियर मैनेजर, चीफ मैनेजर, जनरल मैनेजर समेत सभी विभागों के एक्जीक्यूटिव अधिकारियों को शामिल किया गया है।
कोल इंडिया का यह फरमान एसईसीएल बिलासपुर होते हुए एरिया स्तर तक पहुँच गया है। जहां ऐसे अफसरों की कुंडली तैयार की जा रही है जिन पर प्री मेच्योर रिटायरमेंट की कार्रवाई की जाएगी। पहले चरण में एरिया के जीएम कुंडली तैयार करेंगे फिर अंतिम सूची एसईसीएल के सीएमडी तैयार कर कोल इंडिया को कार्रवाई के लिए भेज देंगे।
इस क्राइटेरिया में होंगे रिटायरमेंट
–अधिकारी की उम्र 50 से 55 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
-उन्हें सर्विस के दौरान कितनी चार्ज सीट मिली।
-उनके क्रिमिनल्स और कोर्ट केस की स्थिति।
–बीते 5 साल का उनका वर्क परफार्मेंस।
–उनके द्वारा लिए गए अवकाशों की स्थिति।
-अधिकारी का पर्सनल रिकार्ड।
-विजलेंस में हुई शिकायतों की स्थिति।
सीएमडी आफिस में सबसे ज्यादा दागी
जिन लापरवाह और कामचोर अफसरों को घर बैठाने की तैयारी कोल इंडिया ने की है, उसमें सबसे ज्यादा हेड क्वार्टर बिलासपुर के ही अफसरों के नाम शामिल हैं। सीएमडी ऑफिस बिलासपुर में पदस्थ 288 अफसरों पर प्री मेच्योर रिटायरमेंट की तलवार लटकी हुई है। इसमें सर्वाधिक जीएम स्तर के अधिकरी हैं। उनके पास मुख्यालय में कोई काम नहीं है फिर भी वे प्रति महीने लाखों रुपए की पगार ले रहे हैं।
मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के एरिया से ये शामिल
एरिया स्तर पर तैयार हो रही कुंडली
सोहागपुर एरिया -151
जोहिला एरिया – 88
जमुना कोतमा एरिया – 98
हसदेव एरिया – 172
बैकुण्ठपुर एरिया – 67
भटगांव एरिया – 78
विश्रामपुर एरिया – 101
चिरमिरी एरिया – 121
सीडब्लूएस कोरबा – 29
सीएक्सडब्लू गेवरा – 21
दीपिका एरिया – 81
गेवरा एरिया – 140
कोरबा एरिया – 165
कुसमुंडा एरिया – 124
रायगढ़ एरिया -77
इनका कहना है…
एस.ई.सी.एल से लगभग 1801 अधिकारियों को चिन्हित कर उनके कामकाजों की समीक्षा की जा रही है। पहले चरण में एरिया स्तर से जीएम के माध्यम से समीक्षा रिपोर्ट मांगी है, इसके बाद दूसरे चरण में सीएमडी अंतिम रिपोर्ट तैयार कर कोल इंडिया के चेयरमैन वाली कमेटी को संबंधित अधिकारियों को प्री मेच्योर रिटायरमेंंट देने की शिफारिश करेंगे।
डॉ. झा.डॉयरेक्टर पर्सनल, एसईसीएल बिलासपुर