सावन के पवित्र मास में माँ नर्मदा की नगरी हुई सुसज्जित : श्रीधर शर्मा
सावन मास में शिव भक्तों का लगा अंबार, कावड़ियों ने शुरू की अमरकंटक यात्रा
अनूपपुर जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक में कोरोना काल में हुए लॉक डाउन से जो सन्नाटा पसरा हुआ था, आज सावन मास के दस्तक देते ही चारों ओर का वातावरण एक अलग शोभा बिखेरते हुए सुसज्जित नज़र आ रहा है।अमरकंटक की पावन भूमि पर शिव भक्त सभी आशंकाओं और भय को दरकिनार कर माँ नर्मदा और शिव जी के दर्शन के लिए भारी संख्या में आ रहे हैं और अपने आराध्य देव श्री शिव के दर्शन कर माँ नर्मदा के पवित्र व शीतल जल की शीतलता से भगवान शिव का अभिषेक कर स्वयं को कृतार्थ कर रहे हैं।पूरे अमरकंटक में चारों ओर भक्तों के आवागमन, दुकानों के सजने, माँ नर्मदा के दरबार में नर्मदा आरती होने और अन्य धार्मिक अनुष्ठानों के संपन्न होने के कारण आज आज अमरकंटक की शोभा अविस्मरणीय और अलौकिक प्रतीत होती है। परम् धर्म सांसद श्रीधर शर्मा से खास बातचीत के दौरान मिली जानकारी के अनुसार ऐसी अवमानना है कि सावन मास के किसी एक सोमवार में मां नर्मदा स्वयं शिव जी के अभिषेक के लिए आती हैं और शिव जी के उस मंदिर में पूरे एक दिन के लिए पानी का स्तर बढ़ जाता है और शिवलिंग पूरी तरह से जलमग्न हो जाता है। इस सुंदर घटना के अलौकिक दृश्य के दर्शन मात्र से ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती है और जीवन धन्य हो जाता है।
आज लगभग तीन- चार महीने के लंबे इंतजार के बाद अमरकंटक के निवासियों को श्रावण मास के आगमन पर रोजगार के रूप में सौगात मिल सका, जिससे लोगों के मन प्रफुल्लित और हर्षित होकर अमरकंटक की शोभा में चार चांद लगा रहे हैं। सावन में वर्षा की बूंदों से सिंचित होकर अमरकंटक की वनस्पतियों में एक अलग सा निखार दिखाई देता है, जो कि लोगों के मन को अलौकिक शांति प्रदान करता है।