फर्जी दस्तावेज देने के मामले में क्या होगा अधिकारी के ऊपर मामला दर्ज ?
घोटाले का कब तक होगा खुलासा, सच का जिन्न धीरे धीरे आ रहा बाहर नपेंगे अधिकारी
अनूपपुर ( अविरल गौतम )कुछ लोग अपना जमीर बेचकर फर्जी कार्य करने में इतने माहिर होते हैं कि वो लोग बैठे बैठे करोड़ो का खेल चुटकी बजाते कर देते है भ्रष्टाचार करने में उनके कदम बिलकुल नही लड़खड़ाते इस फर्जी शतरंज के खेल में माहिर होते है। मगर वो ये नही जानते कि ऊपर वाले कि लाठी में आवाज नही होती जब उसकी लाठी चलती तो अच्छे अच्छे की बोलती बंद हो जाती कहते हैं सत्य की जीत देर से होती हैं। अनूपपुर जिले के नवगठित तीनो नगर परिषद के भर्ती का मामला अभी रुकने का नाम नही ले रहा है। धीरे धीरे मामला नया नया मोड़ लेते जा रहा है। कुछ लोग इस मामले पर पूरी तरह खात्मा लगाने की जुगाड़ में है मगर कही न कही से कुछ न कुछ सच का जिन्न निकल कर आ ही जाता है पहले संविलियन वाली सूची आ गयी फिर दैनिक वेतन भोगी के नाम बैंक खाता न. पेमेंट सहित सूची आ गयी अब एक नया मामला सामने आ रही हैं जिस मामले में में बहुत सारे लोग फंसेंगे मगर शुरुआत प्रभारी सीएमओ राजेन्द्र कुशवाहा से हो रही हैं जो पूरी तरह जाल में फंसते हुए नजर आ रहे हैं। क्यू इनके खिलाफ कूटरचित फर्जी दस्तावेज प्रदान करने का मामला सामने आ रहा हैं इसकी शिकायत एसडीओपी पुलिस से हुई और इनके खिलाफ कई धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के लिए ज्ञापन दिया है। देखना यह हैं कि यह चूहे बिल्ली का खेल कब तक चलेगा।
किसने दिया ज्ञापन
श्याम कुमार गुड्डु चौहान जिलाध्यक्ष युवा कांग्रेस अनूपपुर निवासी लहसुई कैम्प कोतमा ने अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस) महोदय, कोतमा, जिला-अनूपपुर म.प्र. को ज्ञापन देकर कहा है कि नगर परिषद् बनगवां में श्री राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा मुख्य नगर पालिका अधिकारी के रूप में पदस्थ है। वे मध्यप्रदेश शासन द्वारा जारी लोक सेवक गाइड लाइन के आधार पर कार्य करने के लिये अधिकृत है। नगर परिषद् डोला / डूमरकछार / बनगवां में फर्जी तरीके से कतिपय अधिकारियों द्वारा फर्जी कर्मचारियों का संविलियन किया गया है। जब इस विषय पर मुख्य नगर अधिकारी, नगर परिषद् बनगवां से लिखित में जानकारी मांगी गई तो उन्होनें शासन द्वारा जारी आदर्श आचरण का पालन नहीं किया। श्री राजेन्द्र कुशवाहा एक लोक सेवक है, उन्हें मांगी गई जानकारी पूरे होशोहवास में देना चाहिये, उन्होनें अपने कर्तव्य का पालन नही किया। लोक सेवक के दायित्वों का निर्वहन न करके विद्वेषपूर्वक जानबूझकर सही जानकारी को छुपाते हुये गलत जानकारी प्रदान की गई। साक्ष्य को छिपाने के उद्देश्य से छलपूर्वक मिथ्या दस्तावेज की रचना कर गलत जानकारी प्रदान की गई। इसलिए राजेन्द्र प्रसाद कुशवाहा, मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद् बनगवां के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 203 217, 465, 466, 471 स्पेशल धारा 197 एवं अन्य धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया जाये।
ये है भर्ती के सूत्रधार
इस भर्ती के तार नेताओ, जनप्रतिनिधियो, कलमकारो, एसडीएम, अधिकारियों, कर्मचारियों से सीधे जुड़े हुए हैं इसके अलावा अन्य राज्यो के लोग भी कार्य कर रहे हैं मतलब इसके तार अन्य राज्य से भी जुड़े हुए है। जिनकी भर्तियां हुई हैं वो सभी लोग किसी न किसी बड़े नामी लोगो से जुड़े हुए हैं। इस मामले में सभी लोग पर्दा डालने का काम किये हैं। यह मामला राजनगर से होते हुए अनूपपुर, शहडोल होते हुए भोपाल तक गया है मगर कुछ अभी तक नही हुआ है सभी लोग चुप्पी साध कर बैठे हैं ऐसा नही है की इसकी जानकारी मंत्री, सांसद, कमिश्नर, कलेक्टर, विधायको भाजपा, कांग्रेस को नही है फिर भी गांधी जी के 3 तीन बंदर कहावत चरितार्थ हो रही है। न देखेंगे न सुनेंगे, न बोलेगे मध्यप्रदेश नही देश की पहली ग्राम पंचायत होगी जहाँ पर नगर परिषद से बनने के पहले लगभग 60 कर्मचारी कार्यरत रहे हो।
क्या होगा मामले का खुलासा
नौ दिन चले अढ़ाई कोष वाली जांच से कुछ होने वाला नही है।तीनो नगर परिषद के भर्ती का मामले कि सही जांच कब होगी कब खुलासा होगा ये तो किसी को नही पता भोपाल टीम जो जांच कर रही हैं वो दूध और पानी को अलग कर पायेगी क्या मगर लोग आस लगाए बैठे हैं कि अगर जांच अच्छे से हुई तो सच सामने जरूर आएगा और लोगों के ऊपर कार्यवाही भी होगी मगर अभी तो दूर दूर तक ऐसा कुछ दिखाई नही दे रहा है अगर कोई इस मामले का पर्दाफाश करने को कोशिश करने का काम करता है तो उसे धमकी, रूपया, या नौकरी का लालच देकर शांत करा दिया जाता है जो छोटी छोटी चिंगारी मामले का पर्दाफाश करने के लिए दिख रहा है वो कब बुझ जाएगा किसी को पता ही नही चलेगा इसके पहले कई ऐसी चिंगारी को बुझा दिया गया हैं।