सहदेव और डब्लू की दबंगई से लांघाटोला के किसान परेशान
पुलिस की सह से आम निस्तारी और सरकारी मार्ग पर जबरन कर रहे कब्जा
13 जून की शिकायत पर कार्यवाही करने में विफल रही पुलिस
अनूपपुर(अविरल गौतम) राजेन्द्रग्राम थाने की पुलिस की सह पर ग्राम लांघाटोला के दो अराजक तत्वों की दबंगई से ग्रामीण परेशान हैं । इनके द्वारा ग्रामीणों एवं किसानों के निस्तारी मार्ग को जबरन ट्रैक्टर से जोत कर कब्जा करने की नीयत से आए दिन बवाल किया जाता है। इसकी शिकायत स्थानीय थाने एवं तहसील में करने के बावजूद कोई कार्यवाही ना होने से ग्रामीणों में आक्रोश बढता जा रहा है।*
स्थानीय लोगों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अवैध व्यवसाय से जुडे इन तत्वों के विरुद्ध पहले भी राजेन्द्रग्राम थाने में कई बार मौखिक और लिखित शिकायत देने के बावजूद थाना प्रभारी नरेन्द्र पाल इन शिकायतों पर कोई कार्यवाही करने में अक्षम साबित हुए हैं। अलग – अलग कारणों से राजेन्द्रग्राम पुलिस की छवि निरंतर खराब हो रही है।
शुक्रवार , 2 जुलाई को ऐसे ही एक मामले में सहदेव और डब्लू नाम के दो व्यक्तियों द्वारा किसानों के खेतों और जंगल तक जाने वाले एक सरकारी मार्ग को बलपूर्वक ट्रैक्टर से जोतकर बन्द करने की कोशिश की गयी। परिवार की चार महिलाओं को आगे करके मार्ग को जबरन जोतने की कोशिश की सूचना थानेदार को दी गयी तो उन्होंने कुछ भी नहीं किया। विवाद की स्थिति की जानकारी मिलने पर राजस्व के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे तब जाकर सहदेव को शासकीय मार्ग पर कब्जा करने से रोका गया। बतलाया गया है कि शासकीय मार्ग को क्षति पहुंचाने पर राजस्व विभाग सहदेव, डब्लू सहित कुछ अन्य के विरुद्ध कार्यवाही करने की चेतावनी दी गयी है। जबकि पुलिस की भूमिका शून्य रही है।
उल्लेखनीय है कि कुछ सप्ताह पूर्व 13 जून को इन्ही दो तत्वों द्वारा जबरन गुण्डागर्दी करते हुए किरर घाट स्थित मिड वे ट्रीट की जमीन पर फैंसिंग नष्ट करके जबरन कब्जा करने की नीयत से गाली गलौज करते हुए बवाल काटा गया था।
तब इनके द्वारा बडी दबंगई से चैलेंज किया गया था कि जहाँ शिकायत करना हो कर दो, कोई पुलिस नहीं आएगी। यह सच भी हुआ। मिड वे के मालिक ने डायल 100 को फोन किया तो वो मौके पर नहीं आया। थाना प्रभारी नरेन्द्र पाल को इसकी सूचना दी गयी तो उन्होंने भी लिखित शिकायत के बिना आने से साफ इंकार कर दिया। तब घटना की सूचना कलेक्टर, कमिश्नर, एडीजीपी ,शहडोल को दी गयी । उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अगले दिन एसडीओपी, तहसीलदार घटना स्थल पर पहुंचे। कलेक्टर / एसडीएम के आदेश पर जमीन की नाप जोख हुई तो मिड वे ट्रीट की जमीन निकली। सहदेव और डब्लू के हिंसक , असामाजिक आचरण से गांव में दहशत है।
13 जून की शिकायत पर कार्यवाही करने में विफल रही पुलिस—
राजेन्द्रग्राम पुलिस को 13-14 जून को इनके विरुद्ध लिखित शिकायत की गयी थी। पुलिस आज दिनांक तक आरोपियों या शिकायत कर्ताओं का बयान तक दर्ज नहीं कर सकी है। ना ही किसी भी शिकायत में कोई कार्यवाही नहीं की है। जिस तरह से इन्हे सह दी जा रही है, उससे उन पर लगे सांठ गांठ के आरोपों को बल मिलता है। पुलिस अधीक्षक से मामले में निष्पक्ष जांच अपेक्षित है।