सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में मची है भर्राशाही, अधिकारियों की मिलीभगत से चल रहा फर्जीवाड़ा
आशीष नामदेव
शहड़ोल धनपुरी,कोयलांचल क्षेत्र धनपुरी-समुदायिक स्वास्थ केंद्र में कर्मचारियों अनुपस्थित रहने के वावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी के द्वारा उपस्थित होने का रजिस्टर में खानापूर्ति कर मचा दिया गया भर्राशाही, वहीं नियमों का उल्लघंन कर खाना पूर्ति का खेल चल रहा है। अस्पताल की हालत अब नगर वासियों से छुपी अब नही रह गई है, कलेक्टर डाॅ सतेंद्र सिंह ने कोराना कांल में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर काफी गंभीर रहते है, नगर की जनता को कैसे बेहतर स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए इस पर वो स्वास्थ अधिकारियों से बराबर मोनीटरिंग कर चर्चा करते रहते है।
बीते दिनों जब जोगी एक्सप्रेस ने इस मामले को लेकर खबर प्रकाशित की तो इस मामले को अपने संज्ञान में लेते हुए उन्होंने कहा कि मैं स्वयं इन गड़बड़ियों को देख कर जो भी इसमें लिप्त होंगे उन केे विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी, धनपुरी नगर की लगभग 80 हजार की आबादी वालेे क्षेत्र में स्वास्थ सुविधाओं के टोटे वाले धनपुरी नगर की है ,और यह सुविधाओं के नाम पर सिर्फ सर्दी खाँसी बुखार की दवा दी जाती है। प्रसव करवाने की व्यवस्था यह है लेकिन गंंभीर केेेस के प्रसूताओं को बुढार से शहड़ोल भेज दिया जाता है।जानकर सूत्र बताते है कि यह अस्पताल सिर्फ सफेद हाँथी ही धनपुरी नगर के लिए साबित हो रहा है। आते ही लग गया प्रजेंजिसका जो कार्य है वह उसे छोड़कर दूसरे दूसरे कामो में व्यस्त रहता है।
अस्पताल में गड़बड़ी की शिकायत भी कई बार स्थानीय लोगो ने की लेकिन मामला ढांक के तीन पात ही निकला।
नाम न छापने की शर्त पर एक स्टाफ ने बताया कि डॉक्टर की मिलीभगत से ये खेल खेला जा रहा है, जब डॉक्टर बुढार में पदस्थ थे तब वहां पर अपने विश्वसनीय लोगो को मिला कर सरकार द्वारा दिए जा रहे पैसो और समान की हेराफेरी करवाते रहे, वही धनपुरी नगर में जब से पुनः इनकी पदस्थापना हुई है तो अनुपस्थिति स्टाफ को उपस्थित बता कर खेल शुरू हो गया है। वही सूत्रों ने बताया कि अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्य मे भी जम कर कमीशन का खेल खेला गया, बिना बड़े अधिकारियों की मिलीभगत से यह संभव बिल्कुल भी नही है, बड़े अधिकारी छोटे स्टाफ को मोहरा बना कर यह भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखने के लिए तैयार कर रहे हैं
सूत्रों का कहना है कि अस्पताल में आने वाली दवाइयों को बाजार में कम दामों में बेच दिया जाता है। और अनुपस्थित कर्मचारियों को उपस्थित बता कर खेल खेला जा रहा है।
वार्ड बॉय और अस्पताल सफाई कर्मचारियों के भरोसे रात में अस्पताल में ही पदस्थ एक ड्रेसर द्वारा मनमाना काम किया जा रहा है।
ड्रेसर अपना मूल काम ड्रेसिंग को छोड़ कर अब इंचार्ज का काम सम्हाल रहा है।
अस्पताल में आने वाले उपकरण दवाइयों, निडिल, इंजेक्शन, को सेनेटाइजर और भी जो अस्पताल में उपयोगार्थ समान है उसे निजी संस्थाओं को भेज कर अपनी जेब भर रहा है।
वही सूत्रों ने यह भी बताया कि शासकीय रजिस्टर में कई माह से अनुपस्थित कर्मचारियों से पैसा लेकर उन्हें प्रजेंट दिखाया जा रहा है।
स्थानीय जनों ने कलेक्टर सतेंद्र सिंह से माँग करते हुए कहा कि जल्द से जल्द अस्पताल में हो रहे भृस्टाचार कि जाँच करए और जो भी इसमे संलिप्त हो उनके विरुद्ध विभगीय कार्यवाही करें।
इनका कहना है।
1,इस बात की जानकारी मुझे है, लेकिन किसी के व्यक्तिगत लड़ाई से मुझे कोई लेना देना नहीं है, मैं अभी बाहर हूं आने के बाद पता करता हूं। एम,एस सागर,सी एम एच ओं, शहडोल
2,इस सम्बन्ध में बताया कि एक जांच टीम का गठन कर दिया गया है जिसमें डी,एच ओ शहडोल एवं बी एम ओं बुढ़ार जांच के बाद कारवाई की जाएगी।
डाक्टर वी के,वारिया सिविल सर्जन शहडोल