बाढ़ एवं अतिवृष्टि से निपटने हेतु पूर्व तैयारी रखने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
पुल, पुलियों, रपटों पर संकेतक लगाने की पीडब्ल्यूडी को हिदायत
अनूपपुर( अविरल गौतम )9 जून 2021/ कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने वर्षा ऋतु में बाढ़ एवं अतिवृष्टि जैसी आपदाओं से निपटने के लिए पहले से पूर्ण तैयारी रखने के अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारियों, जनपद एवं मुख्य नगरपालिका अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने यह निर्देश आज यहां बाढ़ आपदा राहत की तैयारियों के संबंध में ली गई बैठक में दिए। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री मांगीलाल सोलंकी समेत जिले के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद, मुख्य नगरपालिका अधिकारी, तहसीलदार समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि इन आपदाओं के परिणामस्वरूप कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं तथा मूलभूत सुविधाएं भी प्रभावित होती हैं। इसलिए इस प्रकार की आपदाओं से उत्पन्न होने वाली समस्याओं का एक सुनियोजित तरीके से निराकरण करने के लिए पहले से ही ब्यूह रचना कर ली जाए।
कलेक्टर ने कहा कि नदी एवं नालों के पास रहने वाले लोगों के स्थानों, जलभराव के स्थानों को पहले से चिन्हित कर लिया जाए। जिला स्तर से लेकर तहसील स्तर पर बाढ़ नियंत्रण कक्ष स्थापित कर वहां आवश्यक सेवाओं से जुड़े अधिकारियों, मैदानी कर्मचारियों के नम्बर संधारित किए जाएं तथा संबंधित अधिकारी-कर्मचारी हमेश अपने मोबाइल चालू रखें। कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारियों राजस्व और मुख्य कार्यपालन अधिकारियों जनपद को अपने क्षेत्र से संबंधित अधिकारियों एवं कर्मचारियों की बैठकें लेकर बाढ़ एवं अतिवृष्टि की दशा में इनसे निपटने की पूर्व तैयारी करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने बारिश के दौरान दवाइयों एवं डाॅक्टर एवं पैरामेडीकल स्टाफ की उपलब्धता सुनिष्चित करने के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए, ताकि जरूरत के समय आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए परेशान ना होना पड़े। आपने पहले से मवेषियों का टीकाकरण कराने के पशुपालन विभाग को निर्देश दिए। आपने पुल-पुलियों एवं रपटों पर संकेतक लगाने के लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिए और बारिश में पुल, पुलियों रपटों के ऊपर से जल बहाव के दौरान आवागमन को रोकने की व्यवस्था करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। पुलिस अधीक्षक ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ अथवा अतिवृष्टि के दौरान विषम परिस्थितियां उत्पन्न होने पर नजदीकी थानों को तुरंत सूचना दे दी जाए, ताकि पुलिस बल की व्यवस्था की जा सके।