मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से आए अध्ययन दल ने मनरेगा अभिसरण को सराहा- तूलिका प्रजापति
JOGI EXPRESS
मछली उत्पादन करते किसानों से मिलकर जाना उनकी सफलता के लिए योजना कैसे हुई लाभकारी
बैकुण्ठपुर – जनपद पंचायत सोनहत में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से आए अध्ययन दल ने महात्मा गांधी नरेगा और अन्य योजनाओं के अभिसरण की सफलता के बारे में जानकारी एकत्र की। इस दल ने मनरेगा और मत्स्य विभाग के अभिसरण से आजीविका के स्थायित्व की ओर बढ़ चुके पंजीकृत श्रमिक परिवारों से बातचीत कर उनकी सफलता के गुर पूछे। उक्ताशय की जानकारी देते हुए जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी तूलिका प्रजापति ने बताया कि आइसीआरजी क्षेत्रांतर्गत देश स्तर पर जिले के दो विकासखण्ड लिए गए हैं। इनमेें सोनहत और भरतपुर जनपद पंचायत शामिल हैं। देश स्तर पर कोरिया जिले के अभिसरण के प्रस्तुतीकरण के बाद यहां के सफल कार्यों के अवलोकन के लिए मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के दल का भ्रमण राज्य कार्यालय के निर्देशन में गत बुधवार और गुरूवार को कराया गया। श्रीमती तूलिका प्रजापति ने बताया कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत जिले में सोनहत विकासखण्ड के ग्राम पंचायत पोड़ी और कटगोड़ी का उक्त दल द्वारा भ्रमण कर डाटाबेस तैयार किया गया। मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के दल वहां की स्कालर सुश्री कैमिला नूडसेन के नेतृत्व में दो दिवसीय प्रवास पर कोरिया आया हुआ था। इस दल में मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के डा कुणाल सेन, डा प्रसनजीत बनर्जी और दिल्ली यूनिवर्सिटी से सुश्री आकांक्षा यादव शामिल रहीं। इस दल ने पर्यावरण अनुकूलित संरचनाओं के विकास आइसीआरजी के सबंध में सफल हो रहे कार्येां का अवलोकन कर मत्स्य विभाग और मनरेगा के अभिसरण के कार्योें को देखा और काफी सराहना की।
जिला पंचायत की मुख्यकार्यपालन अधिकारी तूलिका ने बताया कि दो दिवसीय प्रवास पर आए हुए विदेशी अध्ययन दल ने सबसे पहले ग्राम पंचायत पोड़ी में जाकर मत्स्य उत्पादन में जुटे महिला स्व सहायता समूह से जाकर मुलाकात की। इसके बाद उन्होने सीधे उन डबरियों का अवलोकन किया जहां समूह की महिलाएं आजीविका से स्थायी साधन के रूप में मछली उत्पादन कर रहीं है। दल ने यहां के अवलोकन के बाद जनपद पंचायत के मुख्यकार्यपालन अधिकारी संजय राय, मत्स्य विभाग के सहायक संचालक द्विवेदी और महात्मा गांधी नरेगा के सहायक परियोजना अधिकारी आरिफ रजा से योजना के अभिसरण और उसके क्रियान्वयन की सफलता के लिए किए गए प्रयासेां के बारे में जानकारी ली। इस दल ने पर्यावरण अनुकूलित संरचनाओं के विकास के लिए कोरिया में मनरेगा के तहत हो रहे कार्यों की सराहना की। इसके बाद यह दल ग्राम पचंायत कटगोड़ी पहुंचा यहां उन्होने कृषकों और पंजीकृत मनरेगा श्रमिकों से बातचीत कर अपने साथ लाए एक प्रारूप में जानकारी एकत्र की। इस दल की नेतृत्वकर्ता कैमिला नूडसेन ने बताया कि कटगोड़ी में जल की काफी कमी है। खदान क्षेत्र होने से यहां भूगर्भ जल की मात्रा शून्य ही है। एैसे में हम यह रिपोर्ट लेकर राज्य स्तर पर चर्चा करेंगे कि एैसे क्षेत्रों में जलक्षेत्र का विकास कैसे किया जाए ताकि पर्यावरण अनुकूलन के साथ संरचनाएं बन सकें। दल ने बताया कि यह रिपोर्ट मनरेगा आयुक्त के साथ चर्चा के दौरान रखी जाएगी। आइसीआरजी के तहत मनरेगा के अभिसरण से स्व सहायता समूह के माध्यम से हो रहे कार्यों की सफलता की रिपोर्ट को लेकर यह दल काफी उत्साहित रहा और उन्होने बताया कि राज्य में यह अपने आप में पहला और सफलतम प्रयास साबित हुआ है। इस अध्ययन दल के साथ जिला पंचायत मंे पदस्थ जल संग्रहण क्षेत्र के विषय विशेषज्ञ राजपति वर्मा और जनपद पंचायत पोड़ी व कटगोड़ी के सरपंच, सचिव तकनीकी अधिकारी व ग्रामीण उपस्थित रहे।