जरूरतमंदों के लिए मसीहा बने समाजसेवी हनुमान खंडेलवाल, वार्ड क्रमांक1 व वार्ड क्रमांक 2 में बाटा सूखा राशन
जरूरतमंदों के लिए मसीहा बने समाजसेवी हनुमान खंडेलवाल
धनपुरी कोविड-19 में लॉकडाउन की वजह से रोज कमाने खाने वालों के बीच भोजन का बड़ा संकट गहराने लगा तब समाजसेवी हनुमान खण्डेलवाल ने मजदूरों परेशान हाल लोगो के लिए फरिश्ता बन कर उभरे मुझे यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नही होगी कि जब समाज का एक तबका बूख और प्यास से इधर उधर भटक रहा हो और उस वक़्त यदि कोई उनकी मदद करें तो वह फरिश्तों से कम नही हो सकता।
आज दिहाड़ी मजदूरों के बीच खाने की समस्या आ रही थी जिस पर समाजसेवी हनुमान खंडेलवाल के पास कुछ लोगों ने आकर बताया की भैया अब हमारे बीच 1 महीने से जो भी गल्ला पानी जोड़ कर रखे हुए थे वह अब समाप्त हो चुका कृपया आप हमारी मदद करें, विशाल हृदय वाले श्री हनुमान खंडेलवाल ने तत्काल निर्णय लेते हुए अपने विश्वस्त साथियों के साथ वार्ड क्रमांक 1 व वार्ड क्रमांक 2 में स्थित दिहाड़ी मजदूरों के बीच पहुंच कर सूखा राशन प्रदान किए लगभग सुबह 10:00 बजे से अपने सभी कामों को त्याग कर समाज सेवा के लिए निकल पड़ने वाले इस मसीहा को लोग दिल से साधुवाद और बधाई देते हैं वही मुन्नीबाई कोल ने बताया कि 1 महीने से ऊपर लाक डाउन लगे हो गया है सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार की कोई मदद नहीं मिली लेकिन ईश्वर ने हनुमान भैया को हमारी मदद के लिए भेजा है उनका यह सहयोग हम कभी नहीं भूल पाएंगे उन्होंने मानवता की सेवा कर जो यश प्राप्त किया है वह धनपुरी नगर के समाजसेवियों के लिए एक मिसाल बनेगा।
जब इस बावत हमारे प्रतिनिधि ने समाजसेवी हनुमान खडेलवाल जी चर्चा की तो उन्होंने कहा कि हम सब को एक दूसरे की मदद करनी चाहिए बस एक बात हमेशा ध्यान रखे कि मदद का अर्थ बिना स्वार्थ के हो तो सबसे उत्तम होता है, कोई कुछ ले कर इस दुनिया से नही जाता बस उसके द्वारा किये गए अच्छे कार्यो को देखकर आने वाली पीढियां भी जरूरतमंदों की मदद के लिए आगे आती है यह सबसे पुनीत कार्य होता है।
श्री हनुमान खडेलवाल ने कहा हमारा मकसद कोई भी गरीब और जरूरतमंद परिवार इस महामारी में भूखे पेट न रहे, मैं हर संभव मदद करने के लिए तैयार हूं, जैसे ही मुझे जानकारी मिलती है मै स्वयं वहा उपस्थित हो कर सब के हालचाल और मदद करने के लिए तैयार रहता हूं। यही मेरे लिए सच्चा सुख है, धनपुरी नगर में इस महामारी में कई परिवारों से दुखद समाचार सुन कर मन द्रवित हो जाता है, जिन परिवारों ने अपने परिजनों को इस महामारी में खोया है उनको भी मैं जोगी एक्सप्रेस के माध्यम से अपनी ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करता हु।