ग्राम लखनऊटी भटीगवां में भाजपा नेता का चल रहा रेत चोरी का काला कारोबार
शहडोल जयसिंह नगर। (अविरल गौतम) जनपद पंचायत जयसिंहनगर अंतर्गत ग्राम पंचायत लखनऊटी के ग्राम टोला भटिगमा अंतर्गत चूंदी नदी से हो रहे अवैध उत्खनन को लेकर चर्चा का विषय बना हुआ है कोई नई बात नहीं की शहडोल संभाग के अंतर्गत सभी नदियों के प्राकृतिक बहाव व उनकी सुंदरता को लगभग 10 वर्षों के अंतराल में इस कदर छिन्न-भिन्न किया गया की आज हमारी सभ्यता और संस्कृति में धार्मिक आस्था और धरोहर के रूप में जाने जाने वाली नदियां धीरे-धीरे अपने अस्तित्व खोती जा रही हैं आए दिन शिकवा शिकायत के दौर पर जमकर चलने वाले रेत खनन के मामलों और उन पर शासन प्रशासन के द्वारा किए जा रहे कार्रवाही के बावजूद भी रेत तस्करी का मामला कहीं ना कहीं किसी ना किसी नदी को लेकर उजागर हो ही जाता है।
शासन प्रशासन के द्वारा बनाए गए एनजीटी के नियम महज उनके नियमावली में पढ़ने और देखने के लिए रह गए हैं। नियमावली में लिखे गए नियम और शर्तें इन अवैध रेत तस्करों के लिए कारगर सिद्ध नहीं हो रहा है। कारण बड़ी दबंगई के साथ दिनदहाड़े नदियों में बड़े बड़ी मशीनें लगाकर खुलेआम एनजीटी के नियमों के उल्लंघन करते हुए अपने वाहनों के माध्यम से बिना राजस्व रियल्टी पर्ची के ही चोरी की जा रही है वही जिला प्रशासन खनिज विभाग व जिला जनपद जैसी बड़ी प्रशासनिक व्यवस्थाएं मुकदर्शक बनी हुई है।
इन दिनों लखनऊटी के ग्राम टोला भटीगवां में भाजपा के नेता के द्वारा खुलेआम चुंदी नदी से रेत खनन कर बड़ी दबंगई व गुंडागर्दी के साथ शासन के खनिज विभाग के अधिकारियों से सांठगांठ कर रेत खनन किया जा रहा है नेताजी के बड़े बोल है कि सत्ता और सरकार हमारी है हमारी जो इच्छा होगी वह करेंगे जिसको जो करना है कर ले सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि तिवारी के तीन पांच रेत चोरी करें नाच नाच ग्रामीणों के मुंह से सुनने को मिल रहा है यह भी बताया गया की तिवारी जी इन दिनों जमकर रेत निकासी करने में लगे हैं एवं पूछे जाने पर यह कहा जाता है की मैंने आज तक अपने गांव की नदी नहीं देखी किंतु रात दिन अवैध रेत खनन कर जीवनदायिनी नदियों की धाराओं के साथ खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा है रेत चोरी करने के लिए दिन और रात रुपया कमाने के उद्देश्य से शासन को लाखों रुपए राजस्व की हानि पहुंचाई जा रही है ऐसे जनप्रतिनिधियों जिनके द्वारा अपने ग्राम कस्बों में निवासरत लोगों के हित के विषय में सोचने के साथ-साथ प्रकृति के साथ खिलवाड़ करने का ठेका लिए हुए है कौन है जिम्मेदार।