अनेक समस्याओं से घिरा है धनपुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,क्या हो पाएगा स्वास्थ केंद्र का इलाज़ ?
बायोवेस्ट इधर उधर खुले में बिखरा
समुदायिक स्वास्थ केंद परिसर में ही पड़ा है मलबा जहाँ पसरी है चारो ओर गंदगी
जागरूकता का है अभाव
जगह-जगह फैलीं है गंदगी
आशीष नामदेव(जिला ब्यूरो)की ख़ास रिपोर्ट
शहडोल,धनपुरी। कोयलांचल क्षेत्र धनपुरी का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अनेक समस्याओं से घिरा हुआ है जगह-जगह फैलीं है गंदगी कोविड़ 19 के महामरी के दौर में भी नहीं है स्वास्थ्य सेवा धनपुरी माया की नगरी मेंं डाक्टर भी पर्याप्त न होने के कारण नगर वासियों को नहीं मिल पा रहा है स्वास्थ्य लाभ, अस्पताल परिसर में जगह जगह सिरिंज एवं कचरे का लगा हुआ है अंबार कहने को तो प्रशासन सारी सेवाएं कागजों में तैनात रखी है लेकिन जागरूकता के अभाव में आज भी मरीज़ अस्पताल जाने में कतरा रहे हैं,कोरोना काल में मरीजों की जांच पड़ताल भी नहीं हो पा रही हैं। धनपुरी समुदायिक भवन भी जर्जर हो चुका है अस्पताल परिसर के चारों तरफ नलियों से बदबू आ रही है। कोविड़ जांच के लिए नहीं है पर्याप्त जगह और चिकित्सकों की कमी बनी हुई है। शुक्रवार को जोगी एक्सप्रेस की टीम ने जब अस्पताल पहुंचे कर मुयायना किया तो पता चला कि समुदायिक भवन में संचालित होने वाली स्वास्थ्य सेवा सुदृढ रुप से मरीजों को नहीं मिल पा रहा है स्वास्थ्य सेवा और वहां की व्यवस्था का कोई जिम्मेदार नहीं हैं कुल मिलाकर यह अस्पताल नेताओं की उपेक्षा का शिकार बन कर रह गया है। यहाँ के नेताओं में सिर्फ फ़ोटो खिंचवाने की होड़ मची हुई है।वही लोगों में जागरूकता न होने के कारण भी कई बार समस्या पैदा हो जाती है।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र धनपुरी में कोविड जाँच व वैक्सीन सेन्टर तो बनाया गया है लेकिन जागरूकता के अभाव में मरीज ही नहीं पहुंच रहें
कोरोना से सैकड़ों है संक्रमित
धनपुरी में बड़े पैमाने पर लगातार कोरोना संक्रमण अपना पैर पसार रहा है वही मौतों का सिलसिला भी अनवरत जारी है लेकिन प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग अपनी आंखें मूंदे बैठा है। वही स्थानीय नागरिकों का कहना है कि यहां कोरोना संक्रमण से काफी लोग घिरे हुए हैं अगर यहां पूरी तरह से घर घर जांच कराई जाए तो सच्चाई सामने होगी यह माना जा रहा है कि यहां लाकडाउन का भी खुलेआम उल्लंघन हो रहा है वही बिना मास्क के घूम रहे लोगों पर पुलिस के द्वारा निरंतर कार्यवाही भी की जा रही है।
स्वास्थ्य केंद्र में नहीं है लैब टेक्नीशियन एक टेक्नीशियन के भरोसे आखिर कब तक जाँचो का सिलसिला चलेगा इसका भगवान ही मालिक है।
वही धनपुरी में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ते जा रहे हैं जहां मेडिकल में जाकर स्वयं ही इलाज करा रहे हैं
जहां तक की स्वास्थ्य केंद्र की विभागीय कर्मचारी द्वारा किल करोना अभियान का दस्तक दिया गया और अब वर्तमान में कोरोनावायरस जमकर पैर पसार रहा है इसके बाद पता नहीं कहां गई किट और कोरोना चेक मशीनें आखिर क्यों नहीं किया जा रहा कोरोना टेस्ट जबकि अनेक मौत भी कोरोना से ही नगर में हुई है ।
महिला चिकित्सक क्यों नहीं।
अस्सी हजार की आबादी वाले धनपुरी क्षेत्र में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्यों नहीं है महिला चिकित्सक ना होने से सैकड़ों गरीब परिवारों के लोगों को बुढ़ार अस्पताल या जिला अस्पताल जाने को विवश है, यदि समय रहते हुए महिला चिकित्सक की पदस्थापना धनपुरी में कर दी जाती है तो ऐसे हजारों गर्भवती महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ही सुविधा मुहैया हो जाती,उन्हें दर दर की ठोकरे न खानी पड़ती। कहने को तो प्रशासन और राज्य सरकार महिलाओं के लिए बिशेष सुविधाएं दे रखी है लेकिन धनपुरी में महिला चिकित्सक ना होना बड़े दुर्भाग्य की बात है। यहाँ पर भाजपा से सांसद हिमाद्रि सिंह भी स्वयं महिला है ,विधायक मनीषा सिंह भी महिलाओं के दर्द और तकलीफों को नही समझ पा रही तो यह इस नगर के लिए बड़ी विडंबना है।
वही स्थानीय लोगो ने कलेक्टर से इस समस्या का जल्द निराकरण की मांग की है।
एक टैक्नीशियन के भरोसे 80 हजार की आबादी
धनपुरी नगर की आबादी लगभग 80 हजार है और इस बड़ी आबादी का जिम्मा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के भरोसे है उसी अस्पताल में एक लैब टेक्नीशियन के भरोसे।समूचा कोयलांचल क्षेत्र एक लैव टेक्नीशियन के भरोसे सारी सेवाएं दे रहा है, जिससे अन्य बिमारी से संबंधित रोगियों की जांच सही समय पर नहीं हो पाती है जिससे धनपुरी के मरीजों को बुढ़ार धनपुरी के निजी लैबो की चाँदी कट रही है।अब मजबूरी में मरीज अपनी जांच इधर उधर कराने को विवश है।