62 पदों के लिए 15,000 की भीड़ रमन सरकार के विकास की हकीकत
JOGI EXPRESS
भाजपा की प्राथमिकता में युवाओं का रोजगार है ही नहीं
रायपुर/ अम्बेडकर अस्पताल में मात्र 62 पदों के लिए 15,000 से अधिक शिक्षित बेरोजगार युवाओं की भीड़ 14 वर्ष के भाजपा सरकार के लँगड़े विकास का आईना है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सचिव सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि राजधानी के अम्बेडकर अस्पताल में लगी युवाओं की लंबी कतारें भाजपा सरकार के विकास के दावों की पोल खोल रही थी ।राज्य बने डेढ़ दशक पूरे होने को है, आज भी सरकार की प्राथमिकता में युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाना है ही नही। भाजपा सरकार रिटायर अधिकारियों के पुनर्वास का केंद्र बन चुकी है, अधिकारी रिटायर हुए नही तुरन्त उनकी संविदा नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए जाते है भले ही उनके खिलाफ कितनी भी शिकायत हो जांच हो ।आज तक सरकार ने सरकारी सेवाओं में भर्ती का कोई अभियान नही चलाया। पीएससी की भी परीक्षा नियमित हर वर्ष नही होती। व्यवसायिक परीक्षा मण्डल तो पहले ही अपनी विश्वसनियता खो चुकी है। प्रदेश के रोजगार कार्यालयों में 19 लाख से अधिक युवाओं ने रोजगार मिलने की प्रत्याशा में पंजीयन करवा कर रखा है दुर्भाग्यजनक है कि रोजगार कार्यालय के माध्यम से सरकारी नौकरिया देने में भाजपा सरकार फिसड्डी साबित हुई। पंजीकृत युवाओं में औसतन .02 फीसदी लोग भी रोजगार कार्यालय के माध्यम से शासकीय सेवा में नही जा पाए है । सरकार प्रयोजित रोजगार मेले में निजी क्षेत्र में भी राज्य के युवाओं के लिए चपरासी प्लम्बर ,राजमिस्त्र ,कारपेंटर जैसे पद ही ऑफर किये जाते है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने जब कौशल विकास उन्नयन की शुरुआत छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा से किया था तब ऐसा लगा था शायद अब राज्य के युवाओं को रोजगार मिलेगा, लेकिन यह योजना भी कागजी और बेरोजगार युवाओं मुंह चिढ़ाने वाली साबित हुई। प्रदेश के निजी क्षेत्र के उद्योगों में स्थानीय युवा सिर्फ लेबर और चतुर्थ वर्ग का रोजगार ही पाते हैं।