आईसीयू एवं चिकित्सालय परिसर में बाहरी तत्वों के प्रवेश पर सख्ती से लगे रोक — मनोज द्विवेदी
जिला चिकित्सालय परिसर में बढ़ा संक्रमण का खतरा
अनूपपुर अविरल गौतमजिला चिकित्सालय अनूपपुर परिसर तथा इसी परिसर में कोविड मरीजों के लिये बनाए गये आईसीयू में बाहरी तत्वों के बेधडक आवाजाही से संक्रमण का खतरा तेजी से बढा है। इस आशय की शिकायत प्राप्त होने पर भाजपा नेता मनोज द्विवेदी ने जिम्मेदार जनप्रतिनिधियो एवं अधिकारियों को विषय की जानकारी देते हुए इस पर शीघ्र कार्यवाही करने की मांग की है। आक्सीजन प्लांट, कोविड सेंटर में आक्सीजन युक्त बेड्स की संख्या बढाने जैसी लगभग 8 सूत्रीय मांग रखते हुए उन्होंने इस पर शीघ्र गंभीरता से विचार करने का अनुरोध किया है।
म प्र शासन के मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, सांसद श्रीमती हिमाद्री सिंह, कमिश्नर श्री राजीव शर्मा , कलेक्टर श्री चन्द्रमोहन ठाकुर, जिलाध्यक्ष श्री ब्रजेश गौतम का ध्यानाकर्षण करते हुए श्री द्विवेदी ने कहा है कि अनूपपुर जिले में गंभीर कोरोना मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए , कुछ वरिष्ठ चिकित्सकों से मेरी हुई चर्चा के अनुरुप यह महसूस किया जा रहा है कि जिला चिकित्सालय के आईसीयू सेंटर पर बहुत अधिक दबाव है। साथ ही जिला चिकित्सालय और कोविड सेंटर में बाहरी व्यक्तियों की आवाजाही से संक्रमण का खतरा तेजी से बढा है।
अत: मरीजों के हित में आपसे निवेदन है कि —-
1 — कोविड सेंटर अनूपपुर में आक्सीजन युक्त बेड्स की संख्या तथा उसी अनुपात में चिकित्सकीय स्टाफ बढाया जाए।
2. आक्सीजन , इंजेक्शन रेमडेशिविर , दवाओं के किट की सुलभता बनी रहे, इस हेतु अलग नोडल अधिकारी नियुक्त हों ।
3. अतिशीघ्र जिला अस्पताल में सिटी स्केन की सुविधा उपलब्ध हो।
4. मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह जी द्वारा घोषित आक्सीजन प्लांट का निर्माण अति शीघ्र करवाया जाए।
5. मरीजों को दोनों समय पौष्टिक भोजन तथा फल उपलब्धता सुनिश्चित हो।
- यदि प्रशासन आवश्यक समझे तो मेडिकल सुविधाओं के विस्तार हेतु धन एकत्रित करने के लिये जन भागीदारी एवं जिला अन्तर्गत SECL, OPM, हिन्दुस्तान पावर, जूट मिल बरगंवा से मदद पर विचार किया जाए।
7. जिला चिकित्सालय और कोविड सेंटर में भोजन, फल वितरण के बहाने बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश से उनके और मरीजों के संक्रमित होने का खतरा बढा है। कोरोना नियंत्रण तक कृपया इसे प्रतिबंधित करें।
जिला चिकित्सालय के ट्रामा सेंटर में क्रिटिकल कोविड पेशेन्ट्स का इलाज किया जा रहा है। जिले के अन्य हिस्सों और कोविड सेंटर्स से कोरोना के गंभीर मरीजों को यहाँ लाया जाता है।
यहाँ आईसीयू में पीपीई किट पहने डाक्टर्स और चिकित्सालय के स्टाफ के लोग उनका इलाज करते हैं।
संक्रमण की दृष्टि से यह सबसे संवेदनशील और खतरनाक स्थानों में से एक है। यहाँ मरीजों के साथ किसी को भी अन्दर प्रवेश की, रहने की अनुमति नहीं है।
इसके बावजूद कुछ मरीजों के साथ उनके परिजनों ने अन्दर जबरन डेरा डाल रखा है। डाक्टर्स के लाख मना करने के बावजूद कुछ लोग अपने मरीज के साथ रह रहे हैं। वे वहीं उनके साथ भोजन करते हैं, सोते हैं।
चिकित्सकीय स्टाफ ने इस पर बहुत बार कड़ी आपत्ति की , इसके बावजूद ये लोग यहाँ से हटने को तैयार नहीं है।
इनसे मरीजों, चिकित्सकीय स्टाफ और इन बाहरी तत्वों को संक्रमण का बड़ा खतरा है।
प्रशासन से अपेक्षा की गयी है कि ऐसे लोगों को आईसीयू से तुरन्त बाहर करें ।
इस भीषण आपदा में जिले की जनता के प्राणों की रक्षा के लिये जिले के प्रत्येक सक्षम ,स्थापित व्यक्ति/ संस्थान से मदद की जरुरत महसूस की जा रही है।