November 24, 2024

साजापहाड़ के वर्षो पुराने डैम का अब होगा कायाकल्प:चिरमिरी महापौर ने अधिकारियों के साथ किया मौके का नीरिक्षण

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JOGI EXPRESS

चिरमिरी – चिरमिरी में साजापहाड़ के वर्षों पुराने तकरीबन 1925-26 के आसपास ब्रिटिशकाल में बने दोनों बाँधो का जीर्णोद्धार की योजना बनाने में नेता और अधिकारी जुट गए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर मौके पर पहँच कर सर्वे करने एवं आवश्यक जानकारी जुटाने जल संसाधन विभाग की टीम के साथ महापौर नें किया ग्राऊण्ड जीरो पर खड़े होकर मुआयना किया। नगर निगम क्षेत्र की पानी समस्या को ध्यान में रखकर महापौर के0 डोमरू रेड्डी काफी चिंतित रहते हैं और चिरमिरी की जनता को मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराने के लिए हमेशा तत्पर भी रहते हैं। इसी कड़ी में काफी दिनों से महापौर के द्वारा निगम क्षेत्रान्तर्गत वार्ड क्रमांक 01 के साजापहाड़ स्थित वर्षों पुराने बने पानी के डेम के जीर्णोद्धार के लिए महापौर लगातार प्रयासरत थे, जिस पर अब कलेक्टर कोरिया के दिलचस्पी के बाद अब अब रंग लाता दिखाई दे रहा है। बीते बुधवार को महापौर ने बैकुंठपुर से आये जल संसाधन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी जे. पी. राय व इंजीनियर भगत व एमआईसी सदस्य विजय चक्रवर्ती के साथ साजापहाड़ स्थित डैम का निरीक्षण करने लगभग ढाई किलोमीटर पैदल चलकर जंगल पहाड़ो को पार करते हुए डैम तक पहुँचे।
घने जंगल के बीच स्थित ब्रिटिशकाल के बने डैम व वहॉं आसपास के प्राकृतिक मनोरम एवं आश्चर्यचकित दृश्य को देखकर सब आनंदित होकर सुदंरवादियों का लुप्त उठाया। महापौर श्री रेड्डी ने बताया कि मौके पर पहुँचते ही डैम के वेरिकेशन करते हुए अधिकारियों द्वारा डेम का निरीक्षण एवं प्राक्कलन तैयार करने में जुट गए। प्राकृतिक जल स्त्रोतों को संरक्षित करने के दिशा में कलेक्टर कोरिया नरेन्द्र दुग्गा के पहल पर प्रारम्भ हुए इस सराहनीय कार्य से चिरमिरी के पहाड़ी अंचलों से बहकर निकल जाने वाले एक बड़े जल स्त्रोत को स्टाक कर चिरमिरी नगर निगम क्षेत्र के जल संकट वाले क्षेत्रों को फ़िल्टर कर पेयजल भी उपलब्ध कराया जा सकेगा। महापौर ने स्थल भ्रमण के बाद बताया कि जल्द ही डेम का रिपेरिंग कार्य प्रारंभ किया जाएगा, इसके लिए हमारा प्रयास जारी है।


एरिगेशन अधिकारियों के साथ साजापहाड़ क्षेत्र का दौरा करते हुए महापौर के. डोमरू रेड्डी ने पुराने एम.पी.ई.बी. कम्पाऊण्ड के पास मेन रोड के बगल में बने जर्जर हो चुके पुराने स्टाप डेम का भी निरीक्षण कराया और उसका भी कार्य जल्द ही प्रारंभ करने की मॉंग रखते हुए इस पिछड़े क्षेत्र के लिए इस कार्य की व्यवहारिक जरूरत की बात कही। चिरमिरी महापौर ने ज़िला प्रशासन के द्वारा उठाये जा रहे इन कदमों पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा है कि इन दोनों पुराने लिकेज हो रहे डैमों के जीर्णोद्धार हो जाने से आने वाले समय मे साजापहाड, लामीगोडा, चित्ताझोर के ग्रामीण परिवेश वाले इलाकों की जनता को पानी की समस्या से निजात मिल सकेगा।

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