रायपुर :अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के पर रायपुर जिला स्वास्थ्य समिति की पी.सी.पी.एन.डी.टी सेल की ओर से एक अभिनव पहल की गई है। जन्म के पहले ही गर्भ में पलने वाली कन्या को मारने वालों के लिए एक शक्तिशाली सन्देश दिया गया। समारोह में स्वास्थ्य विभाग के ऐसे सभी डॉक्टर, नर्स,ए.एन.एम और कर्मचारियो को सम्मानित किया गया, जिनकी मात्र एक पुत्री है अथवा दो पुत्री रत्न हैं और इसके बाद उन्होंने परिवार नियोजन अपनाया है। शहीद स्मारक भवन में आयोजित भव्य समारोह में महिला शक्ति को नमन करने वाले ऐसे 175 स्वास्थ्य कर्मियों को सम्मानित कर सार्वजनिक रूप से मान दिया गया।
उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य विभाग एक ऐसा विभाग है, जो महिला दिवस हो या कोई भी दिवस हो लोगो के स्वास्थ्य के लिए निरंतर कार्यरत रहता है। महिलाओं और बच्चों, गर्भवती महिलाओं की देखभाल, सुरक्षित मातृत्व में भी इनकी महत्तवपूर्ण भूमिका रहती है। प्रसव कक्ष में कार्यरत डॉक्टर, नर्स, ए.एन.एम अपने कार्य में दक्ष हैं किन्तु नई तकनीक का इस्तेमाल करके वे अपनी निपुणता को और निखार सकते हैं। सुरक्षित प्रसव कराने में दक्ष बनाने वाले एप के लिए भी स्वास्थ्य कर्मियों का उत्साहवर्धन किया गया। ऐसे 75 कर्मचारी को सर्टिफिकेट का वितरण किया गया। इस दिन को यादगार बनाने के लिए है ‘मेरी बेटी,मेरी शान, मेरा अभिमान‘ कार्यक्रम आयोजित किया गया। स्वास्थ्य कर्मियों के लिए अनेक प्रतियोगिताएं जैसे रंगोली प्रतियोगिता, मेहंदी, साड़ी स्टाईलिंग, बिंदी सजावट, चूड़ी सजावट, सलाद डेकोरेशन, फ्लावर डेकोरेशन, सुन्दर लिखावट, पोस्टर मंेकिग भी आयोजित की गयी।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष श्रीमती किरणमई नायक, जिला पंचायत की अध्यक्ष, श्रीमती डोमेश्वरी वर्मा विशेष रूप से उपस्थित थी। इस अवसर पर डॉ अलका गुप्ता जॉइंट डायरेक्टर, मातृत्व स्वास्थ्य, डॉ सरिता अग्रवाल, डॉ ज्योति जायसवाल मेकहारा, डॉ चन्द्रवंशी के रूप में विशिष्ट अतिथियों ने भी सम्बोधित किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीरा बघेल, रायपुर के मार्गदर्शन में, डॉ स्मृति देवांगन, जिला नोडल अधिकारी, मातृत्व स्वास्थ्य द्वारा, इसका आयोजन किया गया।