स्वयं की सतर्कता ही सुरक्षा का आधार : प्रदीप टंडन
प्रत्येक व्यक्ति ईमानदारीपूर्वक अपना दायित्व निभाए, दुर्घटना नहीं होगीः तगई
हमारे कारखाने को दुर्घटनामुक्त रखना हम सभी की जिम्मेदारीः राकेश गुप्ता
रायपुर, 8 मार्च 2021 – जाने-माने उद्योगपति श्री नवीन जिन्दल के नेतृत्व वाली कंपनी जिन्दल स्टील एंड पावर (जेएसपीएल) के प्रेसिडेंट श्री प्रदीप टंडन ने आज कहा कि सतर्कता ही सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति पूरा ध्यान लगाकर अपना काम करे तो दुर्घटना नहीं होगी। श्री टंडन आज यहां जेएसपीएल-मशीनरी डिवीजन के हेरिटेज पार्क में नेशनल सुरक्षा सप्ताह की समाप्ति पर कर्मचारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने हमें सतर्कता का वरदान दिया है। कोई भी आशंका हो तो शरीर को पूर्वाभास हो जाता है। प्रत्येक व्यक्ति को कुछ न कुछ व्यक्तिगत समस्या होती है लेकिन हमें काम करते वक्त उन समस्याओं को अपने दिमाग से निकाल देना चाहिए और अपना ध्यान पूरी तरह काम पर केंद्रित रखना चाहिए, जिससे न सिर्फ हम अपनी बल्कि अपने साथियों और संस्थान की भी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
इस अवसर पर प्लांट हेड श्री अरविंद तगई ने कहा कि काम करने वाला प्रत्येक व्यक्ति कारखाना प्रबंधक है इसलिए सुरक्षा के प्रति हम सभी का व्यक्तिगत दायित्व है। जब एक व्यक्ति कारखाने में काम करता है तो उसकी निगाहें छह दिशाओं में होनी चाहिए। हम जब पूरी ईमानदारी से अपने दायित्व का निर्वहन करेंगे तो निश्चित रूप से हम अपने कार्यस्थल को दुर्घटना मुक्त बनाए रखने में कामयाब रहेंगे। कारखाना प्रबंधक श्री राकेश गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि हमें अपने कार्यस्थल की सुरक्षा और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखना चाहिए। व्यक्तिगत अनुशासन से ही सामूहिक दायित्व की भावना आती है। उन्होंने कहा कि अति-आत्मविश्वास भी दुर्घटना का कारण बनता है इसलिए निर्धारित मानदंडों को अपनाकर हम सदैव सुरक्षित रह सकते हैं। इस अवसर पर मशीनरी डिवीजन के समेकित गुणवत्ता प्रबंधन अधिकारी मनीष राज, मानव संसाधन विभाग के प्रमुख सूर्योदय दुबे, सुनील गुप्ता, शैलेंद्र प्रसाद आदि ने भी सुरक्षा मानकों पर अपने विचार रखे।
काम के दौरान ऐसे करें सुरक्षा कारखाने में काम करने के दौरान कैसे सुरक्षा बरतें, इस पर कारखाना सुरक्षा विभाग की टीम ने एक लघु नाटिका प्रस्तुत की। नाटक में दिखाया गया कि दो व्यक्ति मशीन पर काम कर रहे हैं और उनमें से एक को घर से फोन आ जाता है, फिर उसका ध्यान घर की समस्याओं में उलझ जाता है और उसका ध्यान काम से हट जाता है। उसी समय उसका साथी हादसे का शिकार हो जाता है, जिसकी मदद करने की भी स्थिति में वह नहीं था। इस नाटक की प्रस्तुति दिलीप, शशि, ओमप्रकाश और चूड़ामणि ने की।
सुरक्षा सप्ताह कार्यक्रमों में अव्वल आने वालों को इनाम सुरक्षा सप्ताह के दौरान नारा लेखन, चित्रकला एवं प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में 388 कर्मचारियों ने भाग लिया जिनमें अव्वल आने वालों को पुरस्कृत किया गया। ये हैं प्रशांत लाल वर्मा, चंद्रभान, राजेंद्र कुमार, किशोर कुमार वर्मा, संतोष नाविक, कमलेश कुमार मिश्रा, प्रभात कुमार सिंह, गिरधारी लाल निषाद, तेजराम जायसवाल, दीपक शर्मा, नवीन कुमार राय, सुश्री उर्मिला लिल्हारे, आयुष प्रीत, अनिल कुमार राय, पीयूष कुमार राय, रमेश कुमार पैगम्बर, दिनेश कुमार सिन्हा, पवन कुमार देवांगन, पिंकू यादव, एसएन राव, जे. सुरेश बाबू, मिलऊ राम, मुकेश साहू, रणजीत ठाकुर, अबरार आलम, प्रकाश राव, आशुतोष सिंह, बालयोगेश्वर प्रसाद, गिरिजा शंकर, अमर सिंह, अमल बरुआ, विजय साहू, रुशी यादव, अजय वर्मा और दिलीप।