गाँव से प्यार और मानवता की मिशाल बने इंजी.पुष्पेंद्र तिवारी,विदेश में रह कर भी कर रहे मानव सेवा
शहडोल धनपुरी (अबिरल गौतम)-अमेरिका के ऑस्टिन शहर में रहने वाले ग्राम देवहरा के निवासी इंजीनियर पुष्पेंद्र तिवारी ने एक बार फिर मानवता की मिसाल कायम करते हुए लोगों का दिल जीत लिया अमलाई कालरी क्षेत्र में निवास करने वाले रामचंद्र राय की बेटी किरण के दिल में बचपन से ही छेद है बीते 20 वर्षों से लगातार उसका इलाज बेंगलुरु से चल रहा है उसका ऑपरेशन खर्च लगभग 1 लाख 20 हजार रुपए है जो कि बेंगलुरु में निशुल्क होगा वर्तमान समय में रामचंद्र राय कुशीनगर उत्तर प्रदेश में रह रहे हैं जहां उनकी मानसिक एवं आर्थिक स्थिति काफी खराब चल रही है बेटी के इलाज में काफी पैसा पहले ही खर्च हो चुका था और अब पास में पैसा ना होने के कारण आगे का इलाज भी नहीं हो पा रहा था इन सब बातों से परेशान होकर वह किसी तरह अपने बचपन के दोस्तों से मिलने के लिए गोरखपुर से अमलाई आ गए बचपन के दोस्तों को जब अपनी दुख भरी दास्तां सुनाई तो सभी के आंखों में आंसू आ गए उनके मित्र अधिवक्ता अरविंद साहनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से मदद की अपील की और जैसे ही अमेरिका में रहने वाले इंजीनियर पुष्पेंद्र तिवारी तक जानकारी पहुंची उन्होंने तुरंत किरण के इलाज के लिए 15 हजार रुपयों की मदद की इसके साथ ही साथ उन्होंने रामचंद्र राय को पुणे में इलाज के दौरान रहने के लिए अपना मकान भी देने की बात कही है उन्होंने कहा है कि जब तक बेटी का इलाज चलता है आप मेरे घर में आराम से रह सकते हैं इलाज में किसी प्रकार की कमी ना हो इसका भी मैं पूरा ध्यान रखूंगा।अमेरिका में रहने वाले इंजीनियर पुष्पेंद्र तिवारी सात समुंदर पार रहकर भी अपने घर गांव क्षेत्र के लोगों की हर संभव मदद करते रहते हैं लॉकडाउन के दौरान उन्होंने आसपास के कई गांवों के लोगों को महीनों तक निशुल्क राशन सामग्री वितरित की थी सड़क निर्माण तालाब निर्माण ट्यूबवेल इत्यादि लगवाने में भी पुष्पेंद्र तिवारी हमेशा बढ़-चढ़कर सहयोग करते आए हैं।
बचपन के दोस्तों ने भी निभाई दोस्ती–अपने दोस्त की दुख भरी कहानी सुनकर बचपन के दोस्तों की आंखों में आंसू आ गए और फिर जैसे-जैसे दोस्तों को पता चलता गया उन्होंने भी अपने दोस्त की हर संभव मदद की रामचंद्र राय के मित्र रिकेश चंद्र कौशिक ने पांच हजार शहडोल रेलवे में इंजीनियर रजनीश गौतम ने एक हजार बप्पा सिन्हा ने दो हजार की सहयोग राशि अपने मित्र को दी है। रामचंद्र राय के ऊपर मुसीबतों का पहाड़ टूट चुका था वह अपनी बेटी को इलाज के लिए पुणे बेंगलुरु तक ले जाने में सक्षम नहीं थे लेकिन उनकी समस्या जैसे ही अधिवक्ता अरविंद साहनी ने सोशल मीडिया के माध्यम से शेयर की देखते ही देखते मदद का हुजूम लग गया और अब इंजीनियर पुष्पेंद्र तिवारी समेत बचपन के कई साथी उनकी मदद को आगे आ चुके हैं किरण की जिंदगी में एक बार फिर से नया सवेरा आने को तैयार है। अधिवक्ता अरविंद साहनी ने लोगों से रामचंद्र राय की हर संभव मदद करने की अपील की है आपके द्वारा दी गई छोटी सी छोटी मदद किरण की जिंदगी बदल सकती है।