क्राइम : थाना उरला क्षेत्रांतर्गत डी.के.मोबाईल शाॅप में नकबजनी करने वाले वैशाली (बिहार) गिरोह के 03 आरोपी गिरफ्तार
रायपुर। थाना उरला क्षेत्रांतर्गत मेन रोड स्थित डी.के. मोबाईल शाॅप में नकबजनी करने वाले वैशाली (बिहार) गिरोह के 03 अंतर्राज्यीय आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियान वैशाली बिहार से कार में रायपुर आकर नकबजनी की घटना को अंजाम देकर वापस वैशाली बिहार फरार हो गए थे जिन्हें ट्रांजिट रिमाण्ड पर रायपुर लाया गया है। इस मामले में सायबर सेल एवं थाना उरला की संयुक्त टीम द्वारा कार्रवाई की गई है। आरोपियों को गिरफ्तार करने एवं मशरूका बरामद करने में उपनिरीक्षक तापेश्वर नेताम थाना उरला, सायबर सेल से प्र.आर. महेन्द्र राजपूत, आर. हिमांशु राठौर, रवि तिवारी, तुकेश निषाद, सुरेश देशमुख एवं आर. उमेश पटेल थाना उरला की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं।
इस मामले में पुलिस ने बताया कि प्रार्थी दीपक शर्मा ने थाना उरला में रिपोर्ट दर्ज कराया कि वह वार्ड नंबर 35 दुर्गा नगर बीरगांव उरला मंे रहता है तथा उसका मेन रोड उरला राधे होटल के पास डी0 के0 मोबाईल शाप नाम से दुकान है। दिनांक 17.01.21 के दरम्यानी रात्रि करीबन 02.00 से 03.00 बजे के मध्य कोई अज्ञात चोर प्रार्थी के दुकान के शटर को खोलकर दुकान में रखंे विवो, ओप्पो, सैमसंग, एवं टेकनो कंपनी के लगभग 14 नग मोबाईल फोन को चोरी कर ले गये। जिस पर अज्ञात आरोपी के विरूद्ध थाना उरला में अपराध क्रमांक 17/21 धारा 457, 380 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।
पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय यादव द्वारा मोबाईल दुकान में हुये चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण तारकेश्वर पटेल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक उरला सुश्री पारूल अग्रवाल, प्रभारी सायबर सेल रमाकांत साहू एवं थाना प्रभारी उरला अमित तिवारी को अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देशन में सायबर सेल एवं थाना उरला की संयुक्त टीम का गठन किया गया। टीम द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी प्रांरभ किया गया।
घटना के संबंध में प्रार्थी सहित आसपास के लोगों से विस्तृत पूछताछ किया गया। घटनास्थल व उसके आसपास लगे सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालने के साथ ही प्रकरण में मुखबीर भी लगाये गये। तरीका वारदात के आधार पर किसी बाहरी गिरोह द्वारा वारदात को अंजाम देना प्रतीत हो रहा था, जिस पर टीम द्वारा बाहरी गिरोह को फोकस करना प्रारंभ किया गया। अंततः टीम द्वारा बिहार के गिरोह पर फोकस करते हुये कार्य प्रारंभ किया गया। चूंकि रायपुर पुलिस द्वारा पूर्व में भी इसी तरीका वारदात के आधार पर चोरी करने वाले वैशाली बिहार गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की गई थी। टीम द्वारा अज्ञात आरोपी के संबंध में तकनीकी विश्लेषण करते हुये अज्ञात आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे। इसी दौरान विश्लेषण पश्चात् टीम को अज्ञात आरोपी के संबंध में एक महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई। जिस पर 04 सदस्यीय टीम उपनिरीक्षक तापेश्वर साहू के नेतृत्व में बिहार के जिला वैशाली हेतु रवाना की गई।
टीम द्वारा वैशाली जिला पहुंचकर आरोपी की पतासाजी कर उसके संबंध में जानकारी एकत्रित करते हुये आरोपी को चिन्हांकित किया गया तथा टीम द्वारा आरोपी कुणाल कुमार पाण्डेय को पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपने अन्य दो साथी रोशन कुमार एवं आलोक कुमार चैधरी के साथ मिलकर मोबाईल दुकान में नकबजनी की उक्त घटना को कारित करना स्वीकार किया गया। जिस पर टीम द्वारा घटना में शामिल आरोपी रोशन कुमार एवं आलोक कुमार चैधरी को भी गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे सभी आरोपी कुणाल कुमार पाण्डेय की स्विफ्ट डिजायर कार क्रमंाक बी आर/31/पी ए/8311 में वैशाली बिहार से रायपुर आये थे एवं दिनांक घटना को नकबजनी की उक्त वारदात को अंजाम देकर पुनः कार से वैशाली बिहार फरार हो गये।
आरोपियों की निशानदेही पर उनके कब्जे से चोरी की अलग – अलग कंपनियों के 10 नग मोबाईल फोन एवं घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर वाहन क्रमंाक बी आर/31/पी ए/8311 जुमला कीमती लगभग 7,00,000/- रूपये जप्त किया जाकर आरोपियों को ट्रांजिट रिमाण्ड में रायपुर में लाया गया है। आरोपी रोशन कुमार पूर्व मंे चोरी एवं लूट के प्रकरण में तथा आरोपी कुणाल कुमार मारपीट के प्रकरण में जिला वैशाली से जेल निरूद्ध रह चुके है। आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध थाना उरला में अग्रिम कार्यवाही किया गया।