November 16, 2024

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वन अधिकार मान्यता पत्रों का वाचन  ग्राम सभाओं में किया जाए: डॉ. रमन सिंह

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में सरगुजा एवं उत्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की बैठक सम्पन्न  रायपुर - मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता...

पूर्व-पश्चिम रेल कॉरिडोर निर्माण, संचालन और संधारण के लिए कंसेशन समझौते पर हस्ताक्षर

गेवरा-रोड-पेण्ड्रारोड तक 135 किलोमीटर लम्बी दोहरी रेल लाइन बिछायी जाएगी रेल कॉरिडोर का निर्माण लगभग 4970 करोड़ रूपए की लागत...

मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में छत्तीसगढ़ राज्य जनजाति सलाहकार परिषद की बैठक में लिए गए अनेक अहम फैसले

छत्तीसगढ़ जनजाति सलाहकार परिषद के सचिवालय का शीघ्र गठन किया जाएगा आदिम जाति अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान को सोसाइटी के...

राज्यपाल टंडन से संत सुधांशु जी महाराज ने की सौजन्य भेंट

रायपुर-राज्यपाल  बलरामजी दास टंडन से आज यहां राजभवन में संत  सुधांशु जी महाराज ने सौजन्य भेंट की। राज्यपाल  टंडन एवं...

अज्ञात हैवी वाहन की ठोकर से आरक्षक की दर्दनाक मौत, ब्रेकर बनाने की उठने लगी मांग..

(भानु प्रताप साहू) *बलौदाबाजार*। लवन से डोंगरीडीह होते हुये कसडोल मार्ग इन दिनों मौत का अड्डा बनते जा रहा है...

मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये बिलासपुर जिले को किया पुरस्कृत

बेहतर स्वास्थ्य सेवायें देने के लिये प्रशासन प्रतिबद्ध- कलेक्टर मुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री बी बी बोर्डे को मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित बिलासपुर ,बिलासपुर जिले को स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिये पुरस्कृत किया गया है। मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने रायपुर में आयोजित समारोह मेंमुख्य चिकित्सा अधिकारी श्री बी बी बोर्डे को जिले में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये सम्मानित किया। बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं के लिये जिले कोपुरस्कृत किये जाने पर कलेक्टर श्री पी दयानंद ने कहा है कि जिला प्रशासन लोगों को त्वरित एवं बेहतर स्वास्थ्य सेवायें देने के लिये प्रतिबद्ध है। हमआगे भी जिले के नागरिकों के लिये बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करायेंगे। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा लगातार लोगों को दी जा रहीस्वास्थ्य सेवाओं की मॉनिटरिंग की जाती है। उल्लेखनीय है कि विगत पांच वर्षों में बिलासपुर जिले ने स्वास्थ्य सेवाओं में गुणवत्ता हेतु कई कार्यक्रमबेहतर तरीके से संयोजित किये हैं। जिले में पिछले पांच वर्षों में मातृ मृत्यु दर घटकर 261 प्रति दस लाख पहुंच गया है जो कि पहले 350 तक था। इसीप्रकार शिशु मृत्यु दर प्रति हजार 38 तक पहुंच गई है जो कि पहले 54 से अधिक थी। जिले ने संस्थागत प्रसव में अभूतपूर्व सफलता अर्जित की है। पहले14 प्रतिशत थी जो अब बढ़कर 74 प्रतिशत हो गई है। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं हेतु विगत वर्षों में केवल 36 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन युक्त थे वहींवर्तमान में 53 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र शासकीय भवन में संचालित हैं। उप स्वास्थ्य केंद्रों में 98 उप स्वास्थ्य केंद्र शासकीय भवनों में संचालित थेवर्तमान में 168 उप स्वास्थ्य केंद्र शासकीय भवन में संचालित हैं। माताओं एवं शिशुओं की विशेष सुविधा के लिये जिले में दो 50 बिस्तर तथा एक 100बिस्तर एमसीएच अस्पताल क्रमश: सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिल्हा, गौरेला की स्वीकृति प्राप्त हुई है। जिसमें से 50 बिस्तर अस्पताल गौरेला कासंचालन प्रारंभ हो गया है।

संस्थागत प्रसव, पूर्ण टीकाकरण और सुविधाओं में विस्तार से मिला जिले को सम्मान

मुख्यमंत्री के हाथों कलेक्टर डॉ. प्रसन्ना हुए रायपुर में सम्मानित धमतरी, धमतरी जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार के साथसाथ विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय आंकड़ा छूने के संदर्भ में प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंहद्वारा जिले के कलेक्टर डॉ. सी.आर. प्रसन्ना को शुक्रवार 29 जून को रायपुर के बेबीलोन इन होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित कियागया। जिले मंे स्वास्थ्य विभाग ने संस्थागत प्रसव, पूर्ण टीकाकरण, एम.एम.आर., आई.एम.आर. सहित अलग-अलग क्षेत्रों में श्रेष्ठता हासिल की है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डी.के. तुर्रे ने बताया कि जिले में वर्ष 2003 में संस्थागत प्रसव का प्रतिशत सिर्फ 13 था, जो अब बढ़कर99.6 हो गया है। इसी तरह साल 2003 में पूर्ण टीकाकरण का प्रतिशत 68.30 था, जो अब बढ़कर 96 प्रतिशत हो गया। इसके अलावा वर्तमान मेंएमएमआर 11.24 है तथा आईएमआर 25.93 है। कायाकल्प योजना के तहत वर्ष 2007 में जिला अस्पताल सहित सिविल अस्पताल कुरूद, प्राथमिकस्वास्थ्य केन्द्र परखंदा, चटौद और केरेगांव को उत्कृष्ट स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने, बिल्डिंगों के रखरखाव, साफ-सफाई की गुणवत्ता के लिए राज्यस्तरीय सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 से जिला अस्पताल में एसएनसीयू संचालित है जहां पर अब तक 2535गम्भीर एवं कम बच्चों को नया जीवन मिला। जिले में संचालित चार पोषण पुनर्वास केन्द्रों में अब तक 2805 बच्चे लाभान्वित हो चुके हैं। जिले मेंकुपोषण की दर 10.4 प्रतिशत है जो कि अन्य जिलों से काफी कम है। वर्ष 2018-19 में कुपोषण की दर को 5 प्रतिशत तक लाने जिला प्रशासन केमार्गदर्शन में सूक्ष्म कार्ययोजना बनाकर इसका क्रियान्वयन किया जा रहा है।  केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी आयुष्मान भारत योजना के तहत जिले में कुल 69 हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर संचालित हैं। प्रधानमंत्री राष्ट्रीयस्वास्थ्य सुरक्षा मिशन के अंतर्गत शहरी क्षेत्र के सभी 11 हजार 671 पात्र परिवारों का सत्यापन किया जा चुका है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र के कुल 83 हजार774 पात्र परिवारों में से शत-प्रतिशत परिवारों के सत्यापन कार्य पूर्ण किया जा चुका है।